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भ्रष्टाचार पर चला सीएम योगी का हंटर : मंत्री कपिलदेव के भाई समेत 4 नामजद व अन्य अज्ञात पर मुकदमा हुआ दर्ज




 


संजय शर्मा

 लखनऊ ।। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हंटर प्रदेश के कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल पर चल गया है। राज्य मंत्री  कपिल देव अग्रवाल के भाई समेत चार नामजद व अन्य अज्ञात के खिलाफ लखनऊ में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। 

लखनऊ के  थाना हजरतगंज के चौकी प्रभारी दक्षिणी दिनेश कुमार शुक्ला  ने  मुकदमा दर्ज कराया है ,जिसमें कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल के भाई ललित अग्रवाल समेत चार लोगों को नामजद और कुछ अज्ञात को आरोपी बनाया गया है, पुलिस सूत्रों ने बताया कि चौकी प्रभारी  दिनेश कुमार शुक्ला ने शिकायत दर्ज कराई है कि वे अपने चौकी क्षेत्र में भ्रमण शील थे कि कुछ लोगों ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार व माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के  फोटो का दुरुपयोग करते हुए नगर में होर्डिंग लगाए गए थे जिसमे स्वदेशी फोन की लॉन्चिंग दिखाई जा रही थी ,जिनमें प्रदेश के राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, राज्य मंत्री  श्रीमती नीलम कटियार समेत विधायक नीरज बोरा व देवमणि द्विवेदी  के भी फोटो लगाए गए हैं.,उन्होंने बताया कि होर्डिंग  में ऊपर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के फोटो छपे हैं।


श्री शुक्ला ने अपनी शिकायत में बताया  कि इस होर्डिंग  को देखकर ऐसा आभास हो रहा है कि जैसे देश का स्मार्टफोन आ रहा है और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के फोटो इसमें इसलिए छापे गए हैं कि आम जनमानस को यह भ्रम हो कि उक्त स्मार्टफोन स्वदेशी के रूप में केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा लाया जा रहा है जबकि बिना अनुमति लिए अधिकृत रूप से माननीय प्रधानमंत्री और माननीय मुख्यमंत्री की फोटो स्मार्टफोन के व्यवसाय के विज्ञापन पर लगाते  हुए अनुचित लाभ प्राप्त करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि संबंधित कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, विज्ञापन एजेंसी ,अन्य अज्ञात व्यक्तियों में मिलीभगत है ,जिनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया  गया है। 


उन्होंने बताया कि इस संबंध में छानबीन की तो प्रथम दृष्टया पाया कि नरेंद्र नाथ निगम पुत्र एलपी निगम निवासी 21 लाजवंती नगर इंदिरा नगर जो जागरण इमेज एजेंसी कंपनी के उत्तर प्रदेश के जनरल मैनेजर है , को जनपद मुजफ्फरनगर स्थित भारती एडवरटाइजिंग एजेंसी से संबंधित ललित अग्रवाल ने यह विज्ञापन छापने और होर्डिंग लगाने का ऑर्डर इन ब्लॉक कंपनी की ओर से दिया था।  रामबाबू मंडल  निवासी निशातगंज ने उक्त होर्डिंग  नरेंद्र नाथ निगम के डिप्टी जनरल  दीपक श्रीवास्तव पुत्र सुंदर लाल निवासी इंदिरा नगर  के कहने  पर कैपिटल तिराहे पर लगाया  था, उन्होंने बताया कि उक्त संबंधित सभी व्यक्तियों का यह कृत्य 417, 420, 467, 468 और 120 बी भारतीय दंड विधान के अंतर्गत दंडनीय अपराध है, इसलिए ललित अग्रवाल निवासी मुजफ्फरनगर समेत नरेंद्र नाथ निगम, रामबाबू मंडल, दीपक श्रीवास्तव व अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। 

अब तक प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम कई नटवरलाल अपने हुनर दिखाते हुए आपको नजर आये होंगे मगर जब आपको पता चले कि यूपी सरकार के मंत्री ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का फोटो लगाकर धोखाधड़ी करने में व्यस्त हैं और वो भी चोरी छिपे नहीं, बल्कि हर शहर के हर चौराहे पर यह धोखाधड़ी नजर आये तो आप भी यकीन नहीं करेंगे। मगर यूपी सरकार के कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल अपने कौशल का नमूना पेश करते हुए पूरे यूपी में इस कारनामे को अंजाम देने में जुटे हैं। मंत्री जी ने इन  ब्लाक नाम से लॉन्च होने वाले मोबाइल फोन के लिये सारे नियम कायदे ताक पर रख दिये। मंत्री जी ने इस कंपनी के होर्डिंग अपने भाई की कंपनी से पूरे प्रदेश में लगवाये। इन होर्डिंग में ऊपर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो लगी थी। फोटो के नीचे देश का स्मार्टफोन लिखा था। मामले की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची तो हड़कंप मचा और फिर मंत्री के भाई समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। कपिल देव अग्रवाल यूपी के स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री हैं। मुजफ्फरनगर में ठेकेदारी से अपना जीवन शुरू करने वाले कपिल की भारती एडवरटाइजिंग कंपनी है। यह कंपनी प्रदेश में होर्डिंग, बैनर एवं अन्य प्रचार का काम करती है। फिलहाल इस समय कपिल देव के छोटे भाई ललित अग्रवाल यूपी और उत्तराखंड में चल रही भारती एडवरटाइजिंग कंपनी के सीईओ हैं। मंत्री जी के प्रभाव के चलते यह कंपनी बहुत फल-फूल रही है। इन ब्लॉक कंपनी के होर्डिंग यूपी और उत्तराखंड में लगाए गए थे। इन होर्डिंग्स के ऊपर पीएम और सीएम की फोटो लगी थी। दोनों के फोटो के बीच में लिखा था देश का स्मार्ट फोन आ रहा है। उसके नीचे अंग्रेजी में बड़ा-बड़ा own स्वदेशी और own inblock लिखा था। नीचे कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल के साथ उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार के अलावा विधायक नीरज बोरा और सुलतानपुर के लंभुआ के विधायक देवमणि द्विवेदी की फोटो लगी थी। पता चला कि कुछ अन्य जिलों में वहां के स्थानीय विधायक की फोटो लगी थी। इन होर्डिंगों को देखकर सहज ही अंदाजा लग रहा था कि इस मोबाइल को पीएम और सीएम ने ही लांच किया है और यह सरकारी सस्ता फोन है। बताया जाता है कि इसका डीलर बनाने के नाम पर करोड़ों की वसूली का खेल खेलने की योजना थी। जैसे ही यह होर्डिंग लगे तो इसकी जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची कि उनके फोटो लगाकर पूरे राज्य में यह धोखाधड़ी की जा रही है। इसी के बाद हड़कंप मचा। इसकी एफआईआर थाना हजरतगंज में दर्ज कर ली गई है, जिसमें मंत्री कपिल देव के भाई के अलावा एक बड़े मीडिया हाउस के जीएम समेत चार नामजद एवं अन्य अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी तथा षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।


कौशल विकास मंत्री ने फ्राडगिरी में भी दिखाया कौशल


 कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल इस फोन कंपनी इन ब्लाक पर इतना फिदा थे कि वो सिर्फ नोएडा में इसकी लॉन्चिंग के लिये राज्यमंत्री नीलिमा कटियार के साथ पहुंचे बल्कि होटल ताज में इस फोन की लांन्चिंग कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बने। यही नहीं अपनी फेसबुक पर भी पीएम और सीएम के स्वदेशी स्मार्टफोन का जिक्र किया। कंपनी के कार्यक्रमों में मंत्री जी की सक्रियता का राज बाद में खुला। बड़ा सवाल यह भी कि आखिर दूसरी राज्यमंत्री नीलिमा कटियार का इस कंपनी में क्या रोल है।

बड़ी रहस्यमयी है कंपनी ,सुल्तानपुर से जुड़े हैं तार

कंपनी के होर्डिग में सुल्तानपुर के लम्भुआ विधायक देवमणि द्विवेदी का नाम क्यों है। यह किसी को समझ नहीं आ रहा था पर जब मोबाइल कंपनी दुर्गाप्रसाद त्रिपाठी की प्रोफाइल चेक की तो पता चला कि वो सुल्तानपुर के हैं जहां के विधायक देवमणि द्विवेदी हैं। फेसबुक प्रोफाइल से ही अंदाजा लग जाता है कि दुर्गाप्रसाद त्रिपाठी का व्यक्तित्व ऐसा नहीं है जो मोबाइल कंपनी बनाने वाली कंपनी FESS Chain के वह ग्लोबल सीईओ हों। सुल्तानपुर में भी उनके बारे में जो जानकारी मिली उससे उनका कार्यकलाप भी संदेह के घेरे में आ जाता है। विधायक देवमणि ने भी अपनी फेसबुक पेज पर इस कंपनी की तारीफ करते हुए इसे देश का फोन लिखा है। मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनी ही संदेह के घेरे में INBLockमोबाइल बनाने वाली कंपनी FESSChain की डिटेल तलाशने पर उपलब्ध आंकड़े ही कंपनी को संदिग्ध बता रहे हैं। एक मई 2019 को बनी इस कंपनी को लिंकडिन पर तलाश करने पर पता चला कि शोएब मलिक और दुर्गाप्रसाद त्रिपाठी इस कंपनी के फाउंडर हैं। यह कंपनी कहां कहां रजिस्टर्ड है इसका विवरण कंपनी सोसाइटी की वेबसाइट पर दिखायी न देना मामले को संदिग्ध बना रहा है।


भारती एडवरटाइजिंग कंपनी का सीईओ है मंत्री का भाई ललित

ललित अग्रवाल ने ही यूपी और उत्तराखंड के लोगों को यह समझाने का ठेका लिया था कि यह स्वदेशी फोन है। लोग पीएम और सीएम का फोटो देखकर झांसे में आ ही जाने थे। ललित कौशल विकास मंत्री कपिल अग्रवाल का सगा छोटा भाई है और भारती एडवरटाइजिंग कंपनी का सीईओ है। उसने लखनऊ में यह काम जागरण इमेज को दिया जिसके जीएम नरेन्द्र नाथ, ललित के साथ नामजद अभियुक्त है। कहीं जमीन हथियाने और कालेधन को सफेद बनाने को तो नहीं लॉन्च हुई कंपनी यूपी में कोई भी फोन लॉन्च होता है तो श्रीराम टावर में सबसे पहले आता है क्योंकि मोबाइल का सबसे बड़ा बाजार यहां है पर जिस फोन की लॉन्चिंग मंत्री कपिल देव कई जगह पर कर चुके उस INBlockफोन का यहां कुछ अता-पता नहीं है। यहां फोन के बड़े व्यापारी सचिन कहते हैं कि उन्होंने इस फोन का नाम ही नहीं सुना। सूत्रों का कहना है कि करोड़ों की ब्लैकमनी को व्हाइट करने तथा कंपनी के नाम पर नोएडा में करोड़ों की जमीन हथियान के लिये यह सारा खेल किया गया। फोन कंपनी ने ही मंत्री जी के भाई की एडवरटाइजिंग कंपनी को लाखों करोड़ के होर्डिंग लगाने का काम दे दिया। 


सवालों पर बोले मंत्री कपिल देव, मिलकर करूंगा बात

इस बाबत में जब कौशल विकास राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने फोन पर कुछ भी कहने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मिलकर बात करूंगा।

 अन्य मीडिया कर्मियों ने जब कपिल देव अग्रवाल से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि ये मामला उनके संज्ञान में आया है, वे मामले का पता कर रहे है।