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जब गांव वालों ने रोशनी की अर्थी को कन्धा देने से किया इंकार,खाकी ने दिया कंधा,खोदी कब्र ,सम्मान के साथ किया सुपुर्दे खाक





चौकी इंचार्ज इन्द्रकांत यादव को इलाके के लोंगों के बने हमदर्द

ए कुमार

कौशाम्बी।। चौकी प्रभारी टेवां इंद्र कांत यादव द्वारा मानवता की अमिट मिसाल कायम करते हुए स्वयं अपने हाथों से फावड़े द्वारा गड्ढा खोद कर युवती की लाश को दफनाया गया। इस बात की क्षेत्र में चारो ओर प्रशंसा हो रही है। जहां एक ओर पुलिस पे सवालिया निशान उठते रहते है, वहीं दूसरी ओर चौकी प्रभारी टेवां, इंद्र कांत  यादव द्वारा मानवता की मिसाल कायम करते हुए स्वयं गढढा खोद कर लाश को दफनाया गया।

उमरा गांव का कोई व्यक्ति बुलाने पर भी कंधा देने तक नहीं आया, वहाँ मात्र युवती का पिता दफनाते समय मौजूद रहा।

बता दें कि सदर कोतवाली क्षेत्र के टेवां, चौकी प्रभारी इंद्र कांत यादव द्वारा मानवता की मिसाल कायम करते हुए ठंड के कारण हुई युवती की मौत के बाद चौकी प्रभारी इंद्र कांत यादव ने पोस्टमार्टम करवा कर युवती का अंतिम संस्कार अपने हाथों से किया। घटना उमरा गांव की है। चौकी प्रभारी के बुलाने पर भी गांव का कोई व्यक्ति मौके पर अंतिम संस्कार मे नहीं शामिल हुआ। मानवता की मिसाल कायम करते हुए चौकी प्रभारी ने स्वयं गड्ढा खोदकर युवती का अंतिम संस्कार किया। चौकी प्रभारी के साथ हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, हेड कांस्टेबल अनिल सिंह ,कांस्टेबल अभिषेक सिंह ,कांस्टेबल सुशील कुमार ,कांस्टेबल शिवम सिंह ,क्षेत्रीय चौकीदार छोटेलाल सरोज मौजूद रहे।इतना ही नहीं स्वयं के पैसे से कफन आदि की भी व्यवस्था करते हुए युवती का अंतिम संस्कार चौकी प्रभारी टेवां इंद्र कांत यादव ने किया ।