पहले दिन 223 को लगा कोरोना का टीका :जिलाधिकारी ने महिला चिकित्सालय पहुंच कर लिया जाएगा
तीन अस्पतालों पर पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को लगा टीका
जिले में मोहम्मद बदरे आलम को लगा करोना का पहला टीका
मुख्य चिकित्सा अधीक्षीका डॉ. सुमिता सिन्हा पहली महिला (जिला महिला अस्पताल) जिनको सबसे पहले टीका लगा।
बलिया।। जिले में मोहम्मद बदरे आलम को कोरोना का पहला टीका लगने के साथ ही शनिवार को कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है। वही महिला वर्ग में महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ सुमिता सिन्हा को पहला टीका लगाया गया ।शाम पांच बजे तक जिले के 223 लोगों को कोविड-19 टीका से प्रति रक्षित किया गया। प्रतिरक्षण लोगों को कोविड-19 टीका की अगली डोज के लिए 15 फरवरी की तारीख दी गई है इसके लिए उनके मोबाइल पर मैसेज भी आएगा।
जिलाधिकारी श्री हरी प्रताप शाही ने बताया कि कोरोना वायरस की अब उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। विश्व में तबाही मचाने वाले कोविड-19 वायरस जैसी विकराल समस्या का समाधान निकल चुका है। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के कुल 3 अस्पतालों में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की निगरानी में टीके का शुभारंभ किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि हर सेंटर पर एक दिन में केवल 100 लोगों को ही टीका लगेगा ।वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर प्राथमिकता वाले समूहों का चयन किया गया है। पहले समूह में,स्वास्थ्य कर्मी दूसरे समूह में, फ्रंटलाइन वर्कस,राजस्व कर्मी, सफाई कर्मी शामिल है। तीसरे समूह में,50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति और 50 वर्ष से कम आयु के गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति शामिल है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि जनपद में कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीन की 11930 डोज जिले को प्राप्त हो चुकी हैं। शनिवार को लांचिंग के लिए जिला, ब्लॉक एवं सत्र स्तर पर नोडल अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को नामित किया गया था। इसके पहले जिले में दो बार ड्राई रन यानी पूर्वाभ्यास भी किया जा चुका है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि भारत में विकसित कोरोना वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी है। कोल्ड चेन के मानकों को पूर्ण करते हुये यह वैक्सीन जिले में आई है। अत्याधुनिक तकनीक से हम कोल्ड चेन बनाए हुये हैं।
सीएमओ ने बताया कि पहले डोज के बाद दूसरा डोज 28वें दिन लगेगा। टीका लगने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र पर रुकना होगा। प्रतिरक्षित व्यक्ति को यदि बेचैनी या किसी भी तरह की समस्या होती है तो निकटतम स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम और आशा को इसकी सूचना दें। इसके लिए एंबुलेंस सेवा 108 भी उपलब्ध रहेगी। प्रतिरक्षित व्यक्ति भी कोरोना अनुरूप व्यवहारों जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाये रखने का पालन करें।
उन्होंने बताया कि उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया है। इन्हें तीन समूहों में बांटा गया है- पहले समूह में हेल्थकेयर वर्कर, दूसरे समूह में फ्रंटलाइन वर्कर, तीसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति तथा जो पहले से ही किसी रोग से ग्रसित हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉo ए. के. मिश्रा ने बताया कि कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना वैक्सीन नहीं प्राप्त कर सकता है। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण के बाद ही सत्र स्थल और समय की जानकारी दी जायेगी । फोटो, आईडी पंजीकरण और सत्यापन दोनों के लिए जरूरी है। ऑनलाइन पंजीकरण के बाद लाभार्थी को वैक्सीनेशन की नियत तिथि, स्थान और समय के बारे में मोबाइल पर एसएमएएस प्राप्त होगा। कोरोना वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर लाभार्थी को उनके मोबाइल नंबर पर एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी भेजा जायेगा।
अनुपस्थित की बनेगी सूची
शनिवार को शुरू हुये कोविड – 19 टीकाकरण अभियान के दिन कई ऐसे लोग भी रहे जिनका नाम कोविन पोर्टल पर पंजीकृत था लेकिन वह टीकाकरण के समय नहीं आए। अनुपस्थित लोगों की अब एक अलग सूची तैयार होगी। इन लोगों को टीकाकरण के लिए अलग से समय दिया जाएगा।
सत्यापन के लिए आवश्यक
अगर आप कोविड – 19 टीकाकरण के लिए जा रहे हैं तो अपना एक पहचान पत्र ले आना न भूलें। इसमें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी एवं पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज, मनरेगा कार्ड , स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों, विधायकों, एमएलसी को जारी आधिकारिक प्रमाण पत्र, बैंक, पोस्ट ऑफिस की पासबुक, केंद्र, राज्य सरकार या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड आदि में कोई एक हो सकता है।
क्या कहा लाभार्थियों ने
टीकाकरण के पुरुष वर्ग में पहले लाभार्थी मोहम्मद बदरे आलम, चीफ फार्मासिस्ट, जिला महिला अस्पताल ने बताया कि पहला टीका लगाए जाने से खुशी है। इससे कोरोना वायरस से बचने में मदद मिलेगी।
महिला वर्ग में पहले लाभार्थी डॉo सुमीता सिन्हा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका, जिला महिला अस्पताल ने बताया कि यह वैक्सीन बहुत जरूरी है। कोरोना वायरस को देश से भगाने के लिए मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं जो जनपद की पहली महिला हूं जिनका वैक्सीनेशन हुआ है और बड़ी विनम्रता से अपने सरकार को धन्यवाद कर रही हूं कि आज यह दिन देखने को मिला।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आनंद कुमार ,उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ .जी पी चौधरी,डब्लू एच् ओ एस एम ओ डॉ. नकीब,डीएमसी मोहम्मद नसीम, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ० आर बी यादव, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ० सिद्धार्थ मणि दुबे, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी से शैलेंद्र पांडे, विजय कुमार शर्मा, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।
कोरोना से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत शनिवार से हो गई। पहले चरण के पहले दिन जिले के तीन अस्पतालों में 223 लोगों को यह वैक्सीन लगी। इसमें महिला अस्पताल में 77 , सीएचसी सिकन्दरपुर पर 70 व सीएचसी रसड़ा पर 76 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया। जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही जिला महिला चिकित्सालय पहुंचकर वैक्सीनेशन कार्य का जायजा लिया। पहले चरण में जिन को टीका लगा उनसे बातचीत की और उनको बधाई भी दी।
मिल चुकी है 11930 डोज: सीएमओ
सीएमओ डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि कोल्ड चेन के मानकों को पूरा करते हुए 11,930 डोज जिले को प्राप्त हो चुकी हैं। भारत में विकसित कोरोना वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी है। पहले डोज के बाद दूसरा डोज 28वें दिन लगेगा। टीका लगने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र पर रुकना होगा। उन्होंने बताया कि उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया है। कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना वैक्सीन नहीं प्राप्त कर सकता है। फोटोयुक्त आईडी पंजीकरण और सत्यापन दोनों के लिए जरूरी है। कोरोना वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर लाभार्थी को उनके मोबाइल नंबर पर एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी भेजा जायेगा।