निःस्वार्थ त्याग समर्पण की भावना वाला ही जीवन मे बढ़ता है आगे
नरही(बलिया) ।। नववर्ष के अवसर पर पूज्य गुरुवर भरत उपाध्याय के वसुदेवा स्थित पैतृक आवास पर शिष्यों ने पहुंचकर अपने गुरुवर का आशीर्वाद व दर्शन लाभ प्राप्त किया। दूर-दूर से आए सैकड़ों की संख्या में शिष्यों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में हरेंद्र सिंह, हरी हलचल, अभय सिंह और साधना पांडे के भजनों का आनंद लिया। गायकों ने भी श्रोताओं को एक से बढ़कर एक भजन सुना कर मंत्रमुग्ध कर दिया। पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा।
इस अवसर पर गुरुवर भरत उपाध्याय ने अपने शिष्यों को आशीर्वचन रूप में कहा कि मनुष्य के अंदर त्याग, निस्वार्थ सेवा, और समर्पण की भावना होनी चाहिए। वही मनुष्य अपने जीवन में आगे बढ़ सकता है।भगवान राम ब्रह्म रहते हुए भी मनुष्य मार्ग पर चलकर ही महान बने।सैकड़ों की संख्या में दूर-दूर से आए शिष्यों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।पूरे कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंस का पूरी तरह पालन किया गया।