जिलाधिकारी ने जल निगम कार्यालय का किया औचक निरीक्षण
साफ-सफाई व अभिलेखों का रखरखाव सही नहीं होने पर लगाई फटकार
निर्माणाधीन प्रोजेक्ट एवं अभियंताओं के कार्य की भी समीक्षा की
बलिया: जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने मंगलवार को जल निगम निर्माण खण्ड कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कर्मचारियों के बैठने वाले कमरों में काफी गंदगी व अभिलेखों का रखरखाव भी सही नहीं होने पर नाराजगी जताई। अधिशासी अभियंता अंकुर श्रीवास्तव को फटकार लगाते हुए सुधार लाने के निर्देश दिए। निर्माणाधीन प्रोजेक्ट एवं अभियंताओं के कार्यक्षेत्र आदि के बारे में भी पूछताछ की।
कार्यालय में कुछ एसेट्स पड़े थे, जिसे खुलवाया तो उसमें जमकर धूल भरी थी। इस पर नाराज जिलाधिकारी ने लिपिकों से भी कहा कि अपने कार्यस्थल को साफ रखने के लिए कम से कम 15 दिन या महीने में एक दिन अभियान चलाकर सफाई तो करा ही देना चाहिए। दूसरे तल पर स्थित कार्यालय में भी कमोबेश यही हाल था। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि तीन दिन के अंदर पूरे कार्यालय की सफाई हो जानी चाहिए। परिसर में पड़ी कबाड़ में पड़ी गाड़ियों को नीलाम करने के निर्देश दिए। जल निगम के स्टोर में भी गये और वहां रखे स्टॉक के बारे में जानकारी ली। निरीक्षण के बाद उन्होंने सभी एई व जेई के साथ बैठकर निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी ली।
प्रयोगशाला का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने जल निगम की प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। एनएबीएल लैब यहां के लिए काफी उपयोगी है। अधिशासी अभियंता से कहा कि यह लैब बलिया की आवश्यकता है, लिहाजा इसको हमेशा सक्रिय रखना है। इसके संचालन पर हमेशा नजर रखी जाए। उन्होंने लैब के कर्मियों से वहाँ की मशीनों के बारे में जानकारी ली। बाहर बरामदे में कुछ नई मशीनें पड़ी थी, उसके बारे में पूछताछ की। उन्होंने अपने सामने ही केमिस्ट के जरिए आर्सेनिक के एक सैंपल की जांच कराकर देखा।