रेत पर किंग ऑफ गजल की आकृति उकेर कर दी जगजीत सिंह को श्रद्धांजलि
" King of Ghajal , Tribute to Jagjit singh"
कलेक्ट्रेट परिसर में बालू ( रेत ) पर किया चित्रण
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। कला के क्षेत्र में हो या किसी अन्य क्षेत्र में ऐसे कलाकार जिनकी जितनी प्रशंसा की जाय कम होगी। बता दें कि प्रधानमंत्री वाराणसी कार्यक्रम में भी वह कलाकार अपनी कला कृतियों को सफेद बालू ( रेत ) पर उकेरा था। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सराहना तो की ही थी। कुछेक टीवी चैनलों ने भी सीधा प्रसारण में दिखाया था तब , जब प्रधानमंत्री उस जगह पर पहुंचे थे। जी हाँ वो कलाकार जिले के बाँसडीह तहसील अंतर्गत खरौनी गांव का निवासी रूपेश कुमार सिंह है। सामान्य परिवार से तालुकात रखने वाले रूपेश की एक ही चाहत है कि गिनीज बुक में नाम दर्ज हो जाय और देश का नाम शिखर तक पहुंच जाय। यही वजह है की रूपेश अपनी दाढ़ी - मूछ भी छोड़ रखे हैं।
दरअसल रूपेश वाराणसी स्थित काशी विद्यापीठ में अध्ययनरत छात्र हैं। तस्वीर भी उनके द्वारा जो बनाया गया है यह जगजीत गजल गायक का है। जिन्हे रूपेश ने अंग्रेजी में लिखा है। इसको देखकर समझा जा सकता है कि रूपेश कैसे कलाकार है। सोमवार को सुबह से रात तक मेहनत कर रूपेश ने तस्वीर बनाया है। ऐसे कलाकार को अगर शासन , प्रशासन के स्तर से सहयोग मिले तो निश्चित ही रूपेश अपनी उद्देश्य में सफलता हासिल कर सकते हैं। फोटो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त सैंड आर्टिस्ट ने कितनी मेहनत की होगी। हवा , बारिश अचानक आ जाय तो सब परिश्रम ध्वस्त हो जाएगा।