गोल्डेन कार्ड का नाम हुआ 'आयुष्मान कार्ड' - 10 से 24 मार्च तक चलेगा आयुष्मान पखवाड़ा , लाभार्थी परिवारों का ही बनेगा आयुष्मान कार्ड
बलिया ।। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के तहत बनने वाले आयुष्मान गोल्डन कार्ड का नाम बदलकर अब आयुष्मान कार्ड कर दिया गया है । योजना के तहत लाभार्थी परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ब्लाक व नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर राज्य स्तर से प्राप्त डाटा के अनुरूप जिले में 10 से 24 मार्च तक आयुष्मान पखवाड़ा आयोजित किया जायेगा। इस पखवाड़े में योजना से जुड़े सभी लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे । इसके साथ ही पखवाड़े में उन लाभार्थी परिवारों को आच्छादित करने पर पूरा ज़ोर दिया जाएगा जिनके परिवार के किसी भी सदस्य का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि जिले के सभी अधीक्षक /प्रभारी चिकित्साधिकारियों को इस संबंध में पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है। इस पखवाड़े में कार्ड विहीन परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगे । उन्होंने बताया कि गोल्डन कार्ड का नाम बदलकर आयुष्मान कार्ड कर दिया गया है । प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से आच्छादित परिवारों को प्रति वर्ष प्रति परिवार को पांच लाख रूपये तक के निःशुल्क उपचार कराने की सुविधा उपलब्ध है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी डा० हरिनन्दन प्रसाद ने बताया कि अभियान के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार प्रसार करने तथा जनसामान्य को जागरूक करने के लिए अभियान के एक दिन पूर्व प्रेसवार्ता की जायेगी | इसके माध्यम से जनसामान्य को योजना के प्रति जागरूक करने एवं अधिकाधिक संख्या में योजना का लाभ लेने के लिए आयुष्मान पखवाड़ा के आयोजन से सम्बन्धित जानकारी को मीडिया के सामने उपलब्ध कराया जायेगा । जिले में समस्त कामन सर्विस सेन्टर (जन सेवा केंद्र) के माध्यम से लाभार्थियों का नि:शुल्क कार्ड बनेगा। जिले में स्टेट ऑफिस से प्राप्त डाटा के अनुरूप गाँव व शहर में आयुष्मान पखवाड़ा के आयोजित होने वाले आयुष्मान कार्ड कैम्प के सम्बन्ध में माइकिंग के माध्यम से नि:शुल्क कार्ड का प्रचार-प्रसार कराया जायेगा। संबंधित गांव /शहर के नोटिस बोर्ड पर लाभार्थियों की सूची विभाग के टीम के सदस्य चस्पा करेगे।
उन्होने बताया कि जिले में मौजूद ऐसे लाभार्थी परिवार जिनके आयुष्मान कार्ड बनाये जाने है, इसकी भी जानकारी सूची में विस्तारपूर्वक उपलब्ध होगा। कैम्प से पूर्व विभाग में कार्यरत 2863 आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांव/शहर के लाभार्थी परिवारों में आयुष्मान कार्ड कैम्प स्थल की जानकारी पर्ची के माध्यम से उपलब्ध करा दी जायेगी। इस पर्ची में परिवार के मुखिया का नाम कैम्प स्थल एवं कैम्प की तिथि के विषय में सारी जानकारी दी जायेगी।
डॉ प्रसाद ने बताया कि जिले में 13 निजी चिकित्सालयों एवं 12 सरकारी चिकित्सालयों को आयुष्मान भारत योजना के तहत जोड़ा जा चुका है तथा जिले के बाहर प्रदेश एवं देश में आयुष्मान योजना के अंतर्गत जुड़े हुए अस्पतालों में भी इस योजना का लाभ लिया जा सकता है। इसलिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र व्यक्तियों का आयुष्मान कार्ड होना चाहिए। जिले के सभी पात्र व्यक्ति को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान पखवाड़ा के दौरान सघन अभियान चलाया जायेगा। अभियान में लक्षित परिवारों को योजना के प्रति जागरूक करने के लिए आयुष्मान कार्ड कैम्प तक लाने एवं उनका आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए हर सम्भव प्रयास के निर्देश विभाग ने दिया है।
एक नजर जिले के आंकड़ों पर
अब तक जिले में 75,230 लाभार्थी परिवारों में 1,83,652 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी ने यह भी बताया कि अब तक जिले के 6,784 लोगों को योजना का लाभ मिल चुका है।