कोरोना रोधी टीके का दो डोज लगवाने के बाद भी चीफ फार्मासिस्ट हुआ पॉजिटिव, सीएमओ बोले-नही डरने की जरूरत,टीका है शतप्रतिशत सुरक्षित
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीयर के चीफ फार्मासिस्ट का कोरोना रोधी टीके का दूसरा डोज लगने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव होने से हड़कम्प मच गया । इस रिपोर्ट के बाद लोगो के अंदर टीका को लेकर संशय पैदा हो गया, जो टीकाकरण के लिये सही लक्षण नही दिख रहा है । इसकी सूचना के बाद बलिया एक्सप्रेस ने सीएमओ डॉ राजेन्द्र प्रसाद से जानने का प्रयास किया कि यह कैसे हो गया और क्या वास्तव में टीका लगने के बाद भी संक्रमण का खतरा है ? के जबाब में डॉ प्रसाद ने कहा कि संक्रमित पाये गये स्वास्थ्य कर्मी को 28 दिन के अंतराल के बाद टीका का दूसरा बूस्टर डोज लगाया गया है । दूसरा डोज लगने के अगले दिन ही टेस्ट के लिये सेम्पल भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट 2 मार्च को पॉजिटिव आयी ।
इस टीके के लगने के 14 दिन बाद कोरोना से लड़ने हेतु रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली एंटीबॉडीज का निर्माण होने की बात कही गयी है । इसके पहले पॉजिटिव आने की सम्भवना से इनकार नही किया जा सकता है । देश मे जो भी टीका लगाया जा रहा है वह पूर्णतः सुरक्षित है, डरने की कोई बात नही है । हर टीकाकरण में एक दो केस मिल ही जाते है । लोगो से अपील की जाती है कि डरने की कोई बात नही है, अपनी बारी आने पर जरूर टीका लगवायें ।
बता दे कि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीयर में मंगलवार को अस्पताल के एक कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव मिलने की सूचना पर अस्पताल में हड़कम्प मच गया। जिलाधिकारी अदिति सिह व सीएमओ राजेन्द्र प्रसाद के निर्देश पर सीएचसी सीयर में इमरजेंसी सेवा छोडकर 24 घंटे को लिए ओपीडी बन्द कर दिया गया है। अस्पताल को सील कर सेनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद पूरे अस्पताल को सील कर दिया गया। जिसके कारण बिना इलाज कराए मरीजों को वैरँग वापस घर लौटना पड़ा। अस्पताल के कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ लालचंद शर्मा ने बताया कि आरटीपीसीआर कि जांच हेतु सैम्पल एक दिन पूर्व भेजा गया था जिसमें पाँजिटिव रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन के आदेश पर 11 बजे दिन से इमरजेंसी सेवा छोडकर 24 घंटे के लिए अस्पताल को सील कर दिया गया है ।