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ब्रह्ममुहूर्त में विधि विधान से खुला श्रीकेदारनाथ का कपाट







ए कुमार

केदारनाथ धाम ,रुद्र प्रयाग ।। सोमवार को मेष लग्न मे प्रातः 5 बजे पूरे विधि विधान के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए । इस वर्ष आम जनता के लिये फिलहाल चारधाम यात्रा पर रोक लगाई गई है। धाम में कपट खुलते वक़्त पुजारियों के अलावा पुलिस बल उपस्थित रहा।


वहीं, पर्यटन व धर्मस्थ मंत्री सतपाल महाराज ने देवस्थानम बोर्ड को निर्देश दिया है कि चारों धामों के मंदिरों के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जाए।  ऑनलाइन दर्शन के साथ ही भक्त ऑडियो सिस्टम के जरिए पूजा अर्चना भी कर सकेंगे। कोरोना के बढ़ते मामले और देश-दुनिया के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, प्रदेश सरकार की ओर से इस साल चारधाम यात्रा को स्थगित किया गया है। ऐसे में श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए, भक्तों के लिए उत्तराखंड सरकार चारधाम के वर्चुअल दर्शन कराने की तैयारी कर रही है। ताकि इससे लोग घर बैठे चारधाम के दर्शन कर सकेंगे ।


बता दें कि, पिछले साल 2020 में भी कोरोना की वजह से चारधाम यात्रा स्थगित रही थी। इस साल सरकार ने यात्रा को शुरू करने की कोशिश थी, लेकिन अप्रैल महीने में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। इस संबंध में धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ भी चर्चा की। जिस पर मुख्यमंत्री ने भी सुझाव को उचित बताया है। यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था करने से चारों धामों के दर्शन के इच्छुक देश विदेश के श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह को छोड़कर बाकी मंदिर परिसर के ऑनलाइन दर्शन और ऑडियो के माध्यम से पूजा अर्चना कर सकेंगे।


मुख्यमंत्री  तीरथ रावत ने  श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है तथा सभी के आरोग्यता की कामना की है। कहा है कि कोरोना महामारी के कारण अस्थाई तौर पर यात्रा स्थगित है सभी लोग वर्चुअली दर्शन करें तथा अपने घरों में पूजा-अर्चना करें।


वही केदारनाथ धाम में भी प्रथम रूद्राभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  की ओर से की गयी तथा जनकल्याण की कामना की गयी। कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा अस्थायी तौर पर स्थगित है, धामों में केवल पूजापाठ संपन्न हो रही है ,यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है।