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भाजपा सांसद रूडी के खिलाफ मोर्चा खोलना पप्पू यादव को पड़ा महंगा,हुए गिरफ्तार : एनडीए की नीतीश सरकार में भी आया भूचाल



ए कुमार

पटना ।। बिहार में सरकार की नाकामियों को उजागर करना गुनाह है। अगर आप यह जुर्म करेंगे तो सलाखों के पीछे डाल दिये जायेंगे। जी हां नीतीश कुमार ने अपनी पुलिस को ये आदेश दे दिया है। पूर्व सांसद पप्पू यादव इसके पहले शिकार बने हैं। सुशासन की पुलिस ने आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि पप्पू यादव लगातार लॉकडाउन का उलंघन कर रहे थे। 




बता दे कि पप्पू यादव को गिरफ्तार करने के लिए पटना कोतवाली DSP समेत पांच थानों के थानाध्यक्ष उनके मंदिरी आवास पर पहुंचे। पप्पू ने पुलिस को आश्वासन दिया कि कोरोना के दौर में वे घर से बाहर नहीं निकलेंगे। उन्होंने इसकी लिखित कॉपी भी कोतवाली DSP को सौंपी है। लेकिन पटना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और गांधी मैदान थाना लेकर गई। गांधी मैदान थाने में उनका कोरोना जांच हुआ जिसमें वे निगेटिव पाये गये।

पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद बिहार में बवाल मच गया है। आम लोगों में सरकार के खिलाफ भारी नाराजगी है। आम लोग ही नहीं बल्कि सरकार की सहयोगी दलों में भी भारी विरोध है। जीतनराम मांझी के बाद मुकेश साहनी भी पप्पू यादव के समर्थन में खड़े हो गये हैं।


नीतीश कैबिनेट में मंत्री मुकेश साहनी ने साफ-साफ कहा है कि सरकार ने असंवेदनशील काम किया है। साहनी ने ट्वीट कर कहा कि जनता की सेवा ही धर्म होना चाहिए।सरकार को जन प्रतिनिधि,सामाजिक संस्था एवं कार्यकर्ता को आमजन के मदद के लिए प्रेरित करना चाहिए। जन प्रतिनिधि को भी कोरोना गाइड्लाइन का सख़्ती से पालन करते हुए कार्य करना चाहिए।ऐसे समय में सेवा में लगे पप्पू यादव को गिरफ़्तार करना असंवेदनशील है। इस तरह से अब एनडीए गठबंधन के भीतर ही बवाल मच गया है। बता दें जीतनराम मांझी और मुकेश साहनी की पार्टी के 4-4 विधायक नीतीश सरकार का समर्थन कर रहे हैं।






यह मानवता के लिए खतरनाक

बिहार के पूर्व सीएम व जेडीयू की सहयोगी हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी पप्पू यादव के समर्थन मे खड़े होकर सीएम नीतीश के इस निर्णय का खुलकर विरोध किया है। मांझी ने ट्वीट कर कहा है कि कोई भी जनप्रतिनिधि अगर दिन-रात जनता की सेवा करे और उसके एवज़ में उसे गिरफ़्तार किया जाए, ऐसी घटना मानवता के लिए ख़तरनाक हैU। ऐसे मामलों की पहले न्यायिक जाँच हो तब ही कोई कारवाई होनी चाहिए ,नहीं तो जन आक्रोश होना लाज़मी है।

रूडी का एंबुलेंस उजागर करने के बाद सरकार पड़ी पीछे 

पप्पू यादव कोरोना काल में अस्पताल, श्मशान से लेकर जिलों में घूमकर कोरोना पीड़ितों की मदद कर रहे थे।वे सरकार की नाकामियों को उजागर कर रहे थे। 7 मई को छपरा में BJP सांसद राजीव प्रताप रूडी के किसी खास के आवास पर 25 से अधिक एंबुलेंस ढंककर रखने का मामला उजागर किया था। जो काफी सुर्खियों में रहा था। इस मामले में पूर्व सांसद पप्पू यादव ने रूडी पर केस दर्ज करने की मांग की थी।लेकिन उल्टे पप्पू पर ही केस दर्ज हो गया था। इसके बाद पटना में भी कोरोना गाइडलाइन को लेकर पप्पू पर FIR दर्ज की गई। इसके बाद मंगलवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।