कई जिलों में अरविंद शर्मा के जन्मदिन की धूम :अनसुलझी समस्याओं को सुलझाने का नाम है अरविंद शर्मा- डॉ सुनील ओझा
लखनऊ ।। पूर्व आईएएस, एमएलसी ,भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद जी का जन्मदिन उनके लखनऊ आवास पर मनाया गया । जिसमे सर्वेश राजपूत,ऋषि यादव,जय नारायण दीक्षित,विष्णु शुक्ला,नरेंद्र सिंह,स्वदेश शुक्ला,अभिषेक सिंह,अरुण सचान,सिद्धार्थ यादव आदि की उपस्थिति रही । इसके अतिरिक्त अरविंद शर्मा के समर्थको ने कई जिलों मेरठ, मुजफ्फरनगर,हापुड़, गाजियाबाद,मथुरा,आगरा,कानपुर,बलिया, गाजीपुर, मऊ,आजमगढ़ समेत 40 से अधिक जिलों में केक काट एवं मिष्ठान वितरण करके जन्मदिन को उत्सव के रूप मे मनाया ।
मेरठ में सागर सैनी के नेतृत्व में केक काटा गया तो मथुरा में अतुल भार्गव के नेतृत्व मे मिलकेक काटकर वितरण किया गय। राष्ट्रीय केसरिया हिन्दू वाहिनी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जनपद बलिया निवासी डॉ सुनील कुमार ओझा ने इस जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए पौधा रोपण किया तथा इनके नेतृत्व में ही आन लाइन गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें राष्ट्रीय केसरिया हिंदू वाहिनी के संरक्षक डॉ ब्रह्मानन्द तिवारी अवधूत ने श्री शर्मा के दीघायु की कामना हेतु ईश वंदन कर कार्यक्रम की शुरुआत की ।
संगठन के संस्थापक अध्यक्ष अभिषेक कुमार पाण्डेय ने श्री शर्मा की कार्यकुशलता एवं नेतृत्व क्षमता को देखते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में संगठन की मजबूती के लिए शर्मा जी का मिशन यूपी 2022 शुरू है इसमें भी सफलता अवश्य मिलेगी।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ने शर्मा जी को एक कुशल नेतृत्व क्षमता का धनी व्यक्ति बताया ,साथ ही भविष्य के कुशल राजनीतिज्ञ एवं उनके प्रतिभावान व्यक्तित्व को सराहा ।
राष्ट्रीय केसरिया हिंदू वाहिनी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रजत शर्मा ने श्री शर्मा को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं राजनीति मे उज्ज्वल भविष्य अग्रिम बधाई दी ।
राष्ट्रीय केसरिया हिन्दू वाहिनी के मंडल अध्यक्ष डॉ घनश्याम दुबे ने अनुदानित महाविद्यालय सेल्फाइनेंस शिक्षक संघ के सयुक्त तत्वाधान में बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा का जन्मदिन केक काट कर मनाया। श्री शर्मा को याद करते हुए डॉ सुनील ने बताया कि "अनसुलझी समस्याओं को सुलझाने का नाम अरविंद शर्मा है" । डॉ घनश्याम दुबे ने कहा ,बात उन दिनों की है ,जब ममता बनर्जी के टाटा नैनो कार संयंत्र का सिंगुर में विरोध किया तो तत्कालीन सीएम नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में लगाने का प्रस्ताव दिया तो जमीन का मसला किसानों से सुलझ नही रहा था । फिर इस कार्य को श्री मोदी जी ने, श्री शर्मा को दिया इस कार्य को अपनी प्रशासनिक कुशलता का परिचय देते हुए चुटकी में हल कर दिया।
2014 में केंद्र में मोदी जी के प्रधनमंत्री बनने पर अमेरिका से मोदी के रिश्ते तल्ख थे ,मोदी जी ने यह जिम्मेदारी फिर शर्मा जी को दी । आज अमेरिका से मोदी के रिश्ते हिमालय की ऊँचाई जैसे है। कोविड कि दूसरी बेब यूपी में चरम पर थी । प्रधामनंत्री का संसदीय क्षेत्र बनारस रेड जोन हो गया ,हालात बिगड़ते जा रहे थे। बनारस के हालात को संभालने की, नियंत्रित करने का बीड़ा फिर शर्मा जी को दिया गया । आज बनारस फिर अपनी रंगत में लौट आया जैसे यहाँ कोविड था ही नही । दुष्वारियों को दूर करने का नाम श्री अरविंद शर्मा है। इस आन लाइन कार्यक्रम में डॉ प्रदीप कुमार पांडेय,डॉ प्रशांत पांडेय ,डॉ दिनेश श्रीवास्तव मऊ,डॉ प्रदीप रॉय, डॉ शैलेश पाठक, डॉ शशि कुमार मिश्र, डॉ अखिलेश तिवारी, आजमगढ़, डॉ अवनीश अस्थाना, अम्बेडकर नगर, डॉ सुबास सिंह , गाजीपुर, ने संबोधित किया ,जिला अध्यक्ष श्री अम्बुज गुप्ता रास्ट्रीय केसरिया हिन्दू वाहिनी ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया ।
राष्ट्रीय केसरीया हिन्दू वाहिनी के युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष सिद्धार्थ यादव ने अरविंद जी के आवास पर जन्म दिन को मनाया ।
एक नजर अरविंद कुमार शर्मा पर
यूपी के मऊ जिले में जन्मे अरविंद कुमार शर्मा गुजरात कैडर के आईएएस थे । मोदी जी के साथ सीएमओ और उसके बाद दिल्ली आकर पीएमओ में काम किया । 18 साल से लगातार नरेंद्र मोदी जी के साथ काम किया।रिटायरमेंट के 2 साल पहले ही वीआरएस पर राजनीति में आने की चर्चा शुरू हुई ,जो दो दिन बाद ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद और तेज हो गयी । यह शर्माजी कोई और नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी आईएएस अफसर अरविंद कुमार शर्मा हैं, जिन्होंने वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) ले लिया है और अब यूपी के एमएलसी और भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष है।
अरविंद 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस हैं। उन्होंने 2001 से लेकर 2013 तक नरेंद्र मोदी जी के साथ काम किया। उस वक्त मोदी जी गुजरात के सीएम थे। जब मोदी जी सीएम रहे तो वह उनके साथ सीएमओ में रहे। नरेंद्र मोदी जी पीएम बने तो अपने साथ अरविंद कुमार शर्मा को पीएमओ लेकर आ गए। 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे। उसके बाद प्रमोशन पाकर सचिव बने।
कोरोना वायरस संकट की वजह एमएसएमई की स्थिति काफी खराब हो गई थी। एमएसएमई क्षेत्र के लाखों श्रमिकों के समक्ष रोजगार का संकट पैदा हो गया। लॉकडाउन में पलायन करके लौटे मजदूरों को रोजगार देना सबसे बड़ी चुनौति बनी। ऐसे में पीएम ने अरविंद कुमार शर्मा पर एक बार फिर से विश्वास जताया और उन्हें सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) मंत्रालय में सचिव के पद पर भेजा।
पॉलिटिकल साइंस में फर्स्ट क्लास से मास्टर डिग्री प्राप्त ब्यूरोक्रेट शर्मा जी का जन्म उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में 11अप्रैल 1962 को हुआ था। वह भूमिहार समुदाय से आते हैं। उनके पिता का नाम शिवमूर्ति राय है।