अम्बिका चौधरी का बड़ा खुलासा : मंत्री जी को गाली देने वाले सपाई नही,मंत्री के ही करीबी भाजपाई,कहा विजय जुलूस निकालने का कथन साजिश का हिस्सा
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री उपेन्द्र तिवारी के भतीजे द्वारा नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी ,मेरे ऊपर और अन्य मेरे सहयोगियों के ऊपर विजय जुलूस निकालने के दौरान माननीय मंत्री उपेन्द्र तिवारी जी के खिलाफ अभद्र भाषा व गाली गलौज देने का आरोप लगाकर जो मुकदमा कायम कराया गया है,वह फर्जी,आधारहीन और जानबूझकर परेशान करने की नीयत वाला कृत्य है । अगर माननीय मंत्री जी के सम्बंध में किसी ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है,उसकी निंदा करता हूँ और जिसने भी यह कृत्य किया कह उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग करता हूँ । केवल गाली देने का ही नही,ऐसे लोगो के खिलाफ विद्वेष फैलाकर माहौल को अशांत करने की धाराएं लगनी चाहिये । लेकिन मैं दृढ़ता के साथ कहता हूं कि ऐसा न तो सपा के किसी नेता ने, न ही ,किसी कार्यकर्ता ने कृत्य किया है । यह चुनाव हारने की हताशा में भाजपा नेताओं की एफआईआर कराकर परेशान करने की साजिश है ।
विजय जुलूस तो निकला ही नही
श्री चौधरी ने कहा कि मैं साढ़े तीन बजे तक अपने घर पर था और विजेता घोषित होने पर जिलाधिकारी महोदया ने श्री आनंद चौधरी को पुलिस फोर्स की सुरक्षा में सम्मान जनक रूप से 4 बजे घर भेजवा दी थी,फिर विजय जुलूस कहां निकला ? जब मैं साढ़े तीन बजे कपूरी आवास पर हूं, नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी को इंस्पेक्टर फेफना व दो अन्य थानों के इंचार्ज अपनी सुरक्षा में कपूरी आवास पर पहुंचाते है,फिर आरोप लगाना कि हम लोगो के नेतृत्व में विजय जुलूस निकला और उसमें गाली दी गयी एकदम गलत आरोप है ।
वायरल वीडियो का तथाकथित गालीबाज नेता,मंत्री उपेंद्र तिवारी,सांसद नीरज शेखर व मंत्री शुक्ल का समर्थक
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर जुलूस में मंत्री उपेन्द्र तिवारी के ऊपर जो गाली देने का आरोप लगाया है,वह निराधार व साजिश का हिस्सा है । वायरल वीडियो में जो नेता मंत्री जी को गाली देने वाले ग्रुप का नेतृत्व कर रहा है,वह समाजवादी पार्टी का है ही नही । श्री चौधरी ने कहा कि वह राजेन्द्र चौधरी मंत्री उपेन्द्र तिवारी,सांसद नीरज शेखर व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल का काफी नजदीकी है ।
श्री चौधरी ने अपनी बात के समर्थन में राजेंद्र चौधरी का उपरोक्त तीनो नेताओ के साथ के तीन तीन अलग अलग मौके पर खिंची गयी फोटो भी दिखलाये । कहा कि राजेन्द्र चौधरी का समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के झुंड के बीच मे आकर अपशब्दों वाली नारेबाजी करना, सीधी सीधी साजिश है । पुलिस असली को पकड़ने की जगह सपा कार्यकर्ताओं के घर ऐसी दफाओं में दर्ज मुकदमे में दविश देकर परिजनों को परेशान कर रही है,उठाकर विभिन्न थानों में रविवार से रखकर टार्चर कर रही है,जिन धाराओं के सम्बंध में माननीय उच्च न्यायालय ने साफ कहा है कि अगर मौके से गिरफ्तारी नही होती है तो छापेमारी नही की जा सकती है ।