राजस्व टीम के द्वारा चिन्हांकित भूखण्ड पर निर्माण के दौरान दो पक्षो में मारपीट,2लोग के चालान के बाद महिलाओं बच्चो में हुई जमकर मारपीट
अभियेश मिश्र
बेल्थरारोड ( बलिया )।। उभांव थाना के तुर्तीपार गांव में बुधवार को भूमि विवाद को लेकर दो पक्ष आपस मे भीड़ गए जिसमें दोनों पक्ष से आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। मामले में पुलिस ने दोनों पक्ष से कुछ लोगों शांति भंग की आशंका में निरुद्ध किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते तहसील दिवस में रामकेवल बिन्द निवासी तुर्तीपार के द्वारा रास्ते और अपने निजी जमीन की पैमाइश कराने को लेकर शिकायती पत्र दिया गया था। जिसपर एसडीएम सर्वेश यादव द्वारा मौके पर तीन लेखपालों को भेजकर जमीन की पैमाइस कराकर रास्ता निकाल कर विवाद का निस्तारण करा दिया गया।
इसके बाद बुधवार को सुमित्रा देवी पत्नी रामकेवल बिन्द द्वारा अपने जमीन में दीवार का निर्माण कार्य कराया जा रहा था। इसी बीच पूर्व प्रधान अखिलेश कनौजिया के घर के बच्चे और महिलाएं आकर सुमित्रा देवी पत्नी रामकेवल बिंद के बन रहे दीवार को गिराने लगे जिससे उपजे विवाद में दोनों पक्षो में मारपीट होने लगी और दोनों तरफ से आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों में एक पक्ष से नीतू कुमारी 18 वर्ष पुत्री रमेश, संघी मित्रा 40 वर्ष पत्नी अखिलेश कन्नौजिया ,एवं रविश कुमार उर्फ गोपाल 14 पुत्र अखिलेश कन्नौजिया वहीं दूसरे पक्ष रामकेवल बिंद के तरफ से भी तीन लोग घायल हो गए । जिनका सीएचसी सीयर पर इलाज कराया गया।
इंस्पेक्टर उभांव ज्ञानेश्वर मिश्र का कहना है कि किसी भी पक्ष द्वारा तहरीर अभी नही दी गयी है। इंस्पेक्टर मिश्र का कहना है कि एसडीएम द्वारा रास्ते के विवाद के निस्तारण के बाद एक पक्ष द्वारा अपने पैमाइस की गयी जमीन पर दीवाल का निर्माण कराया जा रहा था। नापी के बाद भी पूर्व प्रधान के घर के लोग आकर दीवाल ढाहने लगे और भीड़ गए। जिसमे दोनों पक्ष से लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए। वहाँ पर स्थिति सामान्य है।
ट्वीट ने बनाया हाई प्रोफाइल
इसी बीच दीपक दिवाकर नामक ट्विटर कर्ता (अखिलेश कन्नौजिया का बेटा ) द्वारा आरोप लगा कर कि दलित महिलाओं व बच्चों को निर्वस्त्र कर एसओ उभांव व पुलिस टीम द्वारा पीटा गया है , डीजीपी को ट्यूट किया गया । इस ट्यूट के बाद हड़कम्प मच गया । ट्यूटकर्त्ता ने यह भी लिखा है कि एसओ ज्ञानेश्वर मिश्र दलितों को एफआईआर दर्ज कर फ़साने की धमकी दे रहे है ।
राजस्व टीम की गलती से सही होते हुए भी बनेंगे हरिजन एक्ट के मुजरिम
सुमित्रा देवी अपने स्वामित्व वाले भूखण्ड पर निर्माण से पूर्व सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आवेदन देकर अपने और चक मार्ग के चिन्हांकन कराये जाने की मांग की । इस आदेश के बाद एसडीएम बेल्थरारोड के आदेश पर 3 लेखपालो की टीम द्वारा सुमित्रा देवी के भूखण्ड व चक मार्ग का चिन्हांकन कर दिया गया ।
सीमांकन के बाद बुधवार को सुमित्रा देवी द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा था । इसी निर्माण के खिलाफ अखिलेश कन्नौजिया व इनका परिवार निर्मित हो रही दीवार को गिराने लगा । इसी को लेकर दोनों पक्षो में जमकर मारपीट हुई और दोनों पक्षो से लगभग आधा दर्जन लोग घायल हुए है ।
सुमित्रा देवी अपनी जमीन में निर्माण करा रही है,और रोकने वाले दलित लोगो का वहां भूखंड भो नही है,फिर भी ये लोग वैध निर्माण को दलित होने के कारण न सिर्फ रोक दिए है और सुमित्रा देवी के पति को हारिजन एक्ट में फ़साने के लिये संभवतः तहरीर भी दे चुके है । अगर एसडीएम या तहसीलदार खुद मौके पर जाकर सीमांकन पुलिस की मदद लिये होते तो आज एक व्यक्ति सही होने के बाद भी आरोपी बन रहा है । दलित चढ़कर मारपीट करे और दूसरे को हरिजन एक्ट में जेल भी भेजवाये यह राजस्व विभाग की कमी के चलते होने जा रहा है ।।
एसओ का स्पष्टीकरण
ट्यूटकर्त्ता ने गलत आरोप लगाया गया है । जबकि उसके घर के लोगों के द्वारा ही जबरजस्ती निर्माण कार्य को गिराया जा रहा था । दोनो पक्षों का शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए धारा 151,107,116 crpc की कार्यवाही की गई है।