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बेल्थरारोड के चिकित्सक व प्रभारी निरीक्षक विवाद का सीएमओ सीओ एसडीएम ने किया खात्मा, मीडिया पर भी उठ रही है उंगली

 



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। बेल्थरारोड में  चिकित्सको व पुलिस के बीच के विवाद के बाद सीयर सीएचसी पर दो दिनों से चल रही हड़ताल रविवार को सीएमओ,एसडीएम व सीओ की पहल और चिकित्सक द्वय लालचंद शर्मा व डॉ साजिद और प्रभारी निरीक्षक के बीच समझौता के बाद समाप्त हो गया । लेकिन बेल्थरारोड के सीयर सीएचसी के चिकित्सकों व उभांव थाने के प्रभारी निरीक्षक के बीच हुए विवाद में चिकित्सक व मीडिया की सन्निकटता सवालों के घेरे में आ गयी है । जो स्वस्थ पत्रकारिता के लिये शुभ संकेत नही है । पुलिस द्वारा की जाने वाली दबंगई जगजाहिर है लेकिन चिकित्सको की कारगुजारियां भी कम खबरों में नही रहती है । ऐसे में चिकित्सकों के पक्ष में खड़े होकर पक्ष बनना ठीक नही कहा जा सकता है ।

चिकित्सको का आरोप- थानाध्यक्ष ने दिखायी दबंगई

सीयर सीएचसी पर तैनात डॉ लाल चंद शर्मा व डॉ साजिद द्वारा कहा जा रहा है कि फिटनेस सर्टिफिकेट बनाने के लिये प्रभारी निरीक्षक उभांव ज्ञानेश्वर मिश्र द्वारा अपने दो सिपाही भेजकर बिना अस्पताल आये ही बनाने का दबाव डाला गया । जब चिकित्सको द्वारा प्रभारी निरीक्षक के आने पर ही सर्टिफिकेट बनाने की बात कहकर सिपाहियों को लौटा दिया गया तो इस घटना से तमतमाये प्रभारी निरीक्षक ने मरीजो के बीच मे ही चिकित्सक के साथ दबंगई की ।

 इसी दबंगई के बाद शनिवार को आपातकालीन सेवा छोड़कर शेष सभी सेवाओ के साथ ओपीडी सेवा बन्द कर हड़ताल कर दी गयी ।रविवार को इस विवाद को हल कराने के लिए सीएमओ एसडीएम व सीओ बेल्थरारोड खुद अस्पताल पहुंचे और बन्द कमरे में चिकित्सकों और प्रभारी निरीक्षक के मध्य वार्ता करायी और गतिरोध समाप्त कराया ।

प्रभारी निरीक्षक का आरोप - चिकित्सक ने किया अपमान

वही प्रभारी निरीक्षक उभांव ज्ञानेश्वर मिश्र का आरोप है कि बैंक ड्यूटी के  बाद मोबाइल से वार्ता करने के बाद मैं अस्पताल पहुंचा लेकिन बहुत खोजने के बाद भी मोबाइल से बात करने वाले डॉ लाल चंद शर्मा नही मिले । ऐसी सूरत में मैने ड्यूटीरत चिकित्सक को एक लिखित पत्र देकर अवगत कराया कि पुलिस अधीक्षक के आदेश के अनुपालन में मुझे और मेरे पूरे सहकर्मियों का फिटनेस प्रमाण पत्र जमा करना है, ऐसी सूरत में हमारा प्रमाण पत्र जांच करके बना दीजिये । लेकिन चिकित्सक महोदय ने पहले कहा कि जाओ पहले कोविड टेस्ट कराकर आओ फिर जांच होगी ।

चिकित्सक महोदय के पास मरीज भी बैठे थे,मेरे द्वारा फिर कहा गया कि आप जांच करा दे,तो हमारे द्वारा दिये गये आवेदन पर लिख दिये कि यहां विशेषज्ञ चिकित्सक नही होने के कारण आप जिला चिकित्सालय से अपना प्रमाण पत्र जारी करावे । मैने फिर कहा कि आप सीएमओ सर से वार्ता करके थाना परिसर में ही कैम्प लगाकर सबकी जांच कराकर सर्टिफिकेट बना देवे लेकिन नही माने और मैं वापस आ गया । मेरे द्वारा दबंगई दिखाने की बात सरासर गलत है ।

पत्रकार विजय मद्धेशिया का आरोप - कोतवाल ने उनको धमकाया




बेल्थरारोड के वरिष्ठ पत्रकार विजय मद्धेशिया का आरोप है कि थानाध्यक्ष ज्ञानेश्वर मिश्र ने उनको एसओ के खिलाफ खबर चलाने के लिये धमकी दी है और कहा है कि एफआईआर दर्ज करा दूंगा ।

प्रभारी निरीक्षक का जबाब - बदनाम करने के लिये रंजिशन उल्टी खबर चला रहे है विजय मद्धेशिया

वही पत्रकार विजय मद्धेशिया को धमकाने की बात से इंकार करते हुए ज्ञानेश्वर मिश्र ने कहा कि 5 दिन पहले विजय मद्धेशिया व जयप्रकाश बरनवाल मुझसे मिले थे और कहे कि आप एक हम चार लोगों का अलग स्पेशल ग्रुप बनाकर पहले खबरे हम लोगो को ही दीजिये बाद में अन्य लोगो को दीजिये । जब मैने बेल्थरारोड के सभी पत्रकारों को बुलाकर यह बात सार्वजनिक रूप से कह दी ,तब से ये लोग मेरे खिलाफ रंजिशन मोर्चा खोले हुए है ।

चिकित्सक के चेम्बर में मीडिया की बैठक,कही कोई साजिश तो नही ?



 सीएचसी के चिकित्सकों के खिलाफ अक्सर अपनी खबरों को सनसनीखेज बनाकर प्रकाशित करने /चलाने वाले प्रमुख पत्रकारों का ग्रुप एकाएक चिकित्सको को दूध का धुला बनाने पर तुला है,वह सबकी नजरों में खटकने लगा है । जिस चिकित्सको के चेम्बर तक मे बेल्थरा के प्राइवेट अस्पतालों व जांच घरों की पर्चियां कभी भी देखी जा सकती है, जो अस्पताल से ज्यादे अपने सरकारी आवास में मरीज देखने को सुप्रसिद्ध हो,उसके पक्ष में इतनी एकजुटता से खड़ा होना ,संशय पैदा कर रहा है । चिकिसक के सरकारी  चेम्बर में पत्रकारों की बैठक ,खबरों पर प्रश्नचिन्ह लगा रही है ।

पत्रकारों की न पुलिस मित्र न ही चिकित्सक

सच्ची बात तो यह है कि पत्रकारों की न तो पुलिस मित्र होती है, न ही चिकित्सक । इन दोनों की कमियों को पत्रकारों द्वारा अक्सर प्रकाशित किया जाता है । ऐसे में किसी के पक्ष में पत्रकारों का खड़े होकर पार्टी बनना कही से भी उचित नही कहा जा सकता ।  दोनों लोग सरकारी सेवक है, ने रविवार को आपस मे समझौता कर लिये ,और दुश्मन पत्रकारो को बनना  पड़ा है।