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बीए द्वितीय वर्ष में फेल हुए छात्रों ने जननायक के कुलसचिव को पत्रक सौंपा : लगाया आरोप- धन उगाही का केंद्र बना विश्वविद्यालय

 


बलिया ।।  कुंवर सिंह महाविद्यालय के तमाम छात्र नेताओं द्वारा बीए द्वितीय वर्ष में 50% से ऊपर फेल कर दिए गए छात्रों के भविष्य से जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय द्वारा खिलवाड़ करार देते हुए कुलसचिव को एक पत्रक सौपा और मांग की कि कुलपति महोदया की घोषणा के अनुरूप सभी फेल हुए छात्रों को तत्काल उत्तीर्ण किया जाय ।

 पत्रक देने के उपरांत कुंवर सिंह महाविद्यालय के छात्रसंघ भवन में छात्र नेताओं और छात्रों ने बैठक की । जिसको संबोधित करते हुए नितेश यादव पूर्व अध्यक्ष ने कहा कोराना काल में माननीय कुलपति  महोदया जी  का बयान था कि कोरोना काल में  महाविद्यालयों में पढ़ाई नहीं हुई थी जिससे सभी छात्रों को पास कर दिया जाएगा लेकिन जब स्नातक द्वितीय वर्ष का रिजल्ट निकलता है तो अधिकतम विद्यार्थियों को फेल करके उसके जीवन के साथ खिलवाड़ करने का काम जननायक विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है । 

कहा कि उन्होंने बयान दिया था कि स्नातक तृतीय वर्ष के आधार पर स्नातक 2वर्ष का परिणाम घोषित किया जाएगा ,फिर छात्रों को किस आधार पर फेल कर दिया गया, क्या फेल हुए छात्र तृतीय वर्ष में फेल हो गये है ? कहा कि मैडम ने सेकंड ईयर  के विद्यार्थियों को फेल करके यह साबित कर दिया कि विद्यार्थियों का भविष्य भले ही अंधकारमय हो जाए लेकिन जननायक विश्वविद्यालय जो धन उगाई का केंद्र बन गया है, वह बना रहे ।कहा कि बिना परीक्षा दिलवाले आप कैसे निर्णय कर सकती है कि कौन विद्यार्थी फेल योग्य है और कौन विद्यार्थी पास योग्य है ।

आरोप लगाया कि बीए तृतीय वर्ष में जहां हर साल एक 1 विषयों का तीन पेपर हुआ करता था इस सत्र में आपने एक पेपर कराया और विद्यार्थियों के समय में भी कटौती की बिना महाविद्यालय में पढ़ाई विद्यार्थी किसी तरह पेपर दिए लेकिन आपने b.a. तृतीय वर्ष के आधार पर यह द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को फेल कर दिया यह उचित नहीं है । 

कहा आज तमाम नौजवानों ने बीए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने माननीय कुलपति महोदया जी को पत्रक दिया और उनसे मांग की की तत्काल कोराना काल में बीए. द्वितीय वर्ष का परीक्षा नहीं हो पायी थी और आप के बयान के अनुसार हम विद्यार्थियों को पास कर दिया जाना चाहिए था, अगर हम विद्यार्थियों को पास नहीं किया जाएगातो  हम विद्यार्थी गांधीवादी तरीके से आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी आपकी और जिला प्रशासन की होगी । 

बैठक में शमशेर यादव गुड्डू यादव उपेन्द्र वर्मा अभिषेक उपाध्याय सुरज शर्मा बलजीत राज दयाशंकर अकिंत सिंह मिन्टू ठाकुर अजीत  सोनू अलोक भारती मोहित पंकज यादव सोनू गोलू कृष्णा  आदि मौजूद रहे ।

विश्वविद्यालय की नही मिल पायी कोई आधिकारिक टिप्पड़ी

इस संबंध में बलिया एक्सप्रेस ने जेएनसीयू के कुल सचिव से जानकारी लेनी चाही और पूंछा कि क्या कुलपति महोदया ने द्वितीय वर्ष के छात्रों को बिना परीक्षा दिये ही प्रोन्नति करने का आदेश दिया था, तो बोले मैं नया हूँ, यह उप कुलसचिव बता सकते है ।जब उप कुलसचिव का नम्बर मिलाया गया, कई बार मिला गया तो भी नम्बर नही उठा । वैसे यह जानकारी जरूर मिली कि यह शासन द्वारा जारी नई गाइड लाइन के आधार पर निकला है । इसमें विश्वविद्यालय पर आरोप लगाना ठीक नही है ।

इसके बाद जेएनसीयू के प्रवक्ता डॉ जैनेन्द्र पांडेय से जानने की कोशिश की गई तो डॉ पांडेय का कहना था कि इस संबंध में कुलसचिव जो परीक्षा नियंत्रक भी है,ही आधिकारिक बयान दे सकते है ।

 कहा कि मैं अपनी जानकारी के आधार पर कह रहा हूँ ( यह विश्वविद्यालय का बयान नही है ) कि कोविड काल मे छात्रों को कंडीशनल प्रोन्नति एक बार दी गयी थी लेकिन दूसरी बार कोविड प्रोटोकॉल के अंतर्गत दो पेपरों को मिलाकर एक पेपर और मात्र डेढ़ घण्टे की परीक्षा आयोजित की गयी थी । वही इस परीक्षा में फेल हुए छात्रों को बैक पेपर देने की भी सुविधा विश्वविद्यालय ने देने की बात पहले ही कह रखी है ।