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भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ,उत्तर प्रदेश ने भेजा सीएम योगी को पत्रक,बांसडीह तहसील के पत्रकार को न्याय दिलाने की मांग

 



बलिया ।। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ उत्तर प्रदेश द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जनपद से बलिया जनपद के बांसडीह तहसील उपाध्यक्ष श्री जयराम तिवारी को जमीनी विवाद में एसडीएम बांसडीह द्वारा की जा रही नाइंसाफी के खिलाफ जिलाधिकारियों के माध्यम से सीएम योगी को एक पत्रक भेजा गया ।

पत्रक में सीएम योगी से विवादित भूखण्ड को तीन हिस्सेदारों ( 2 कबालेदार,1 सह खातेदार) में प्रत्येक के हिस्से के अनुसार चिन्हांकन करके कब्जा दिलाने,सारे फसाद की जड़ क्षेत्रीय लेखपाल राजेश राम जो पिछले 5 साल से अधिक समय से कार्यरत है,का स्थानांतरण,तीनो हिस्सेदारों को आवंटित भूभाग एक जगह ही हो,सड़क निकले के कारण जो रकबा कम हुआ है उसको तीनो हिस्सेदारों में हिस्से के अनुसार कम किया जाय ।

बता दे कि सन 2016 में कबाला के द्वारा 4 डिसमिल जमीन श्री जयराम तिवारी ने मनियर कस्बे में ली थी । लेकिन इसी भूखण्ड में 2 डिसमिल की हिस्सेदार सविता सिंह के पति मणीन्द्र सिंह व क्षेत्रीय लेखपाल राजेश राम की दुरभि संधि से आजतक कब्जा होने में रोड़ा अटकाते आ रहे है । इस से खिन्न होकर श्री तिवारी ने 23 सितंबर को कलेक्ट्रेट बलिया पर आत्मदाह की नोटिस दी थी जिसको महासंघ ने सोमवार तक स्थगित करा दिया है । अगर सोमवार तक इनको कब्जा दखल नही मिला तो श्री तिवारी ने मंगलवार को आत्मदाह करने का निर्णय दोहराया है ।

आज प्रांतीय महासचिव /प्रभारी पूर्वी जोन के नेतृत्व में बलिया में जिलाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने जिलाधिकारी बलिया के प्रतिनिधि नगर मजिस्ट्रेट को सीएम योगी के नाम का ज्ञापन सौपा । इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार धनंजय सिंह ,असगर अली,मुशीर जैदी,मुकेश मिश्र,के के पांडेय,संजीव बाबा,मनोज राय,जयराम तिवारी,एजाज अहमद,बृजेश कुमार सिंह,नवल जी,अखिलेश यादव,संजय तिवारी, शशि कुमार,विक्की,विवेक गुप्ता आदि पत्रकार गण मौजूद रहे ।





दिये गये पत्रक का नमूना निम्न है


प्रेषक - जिलाध्यक्ष

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ

जनपद -----बलिया


विषय : पत्रकार श्री जयराम तिवारी को न्याय दिलाने के सम्बंध में


सेवा में 

माननीय मुख्यमंत्री जी

उत्तर प्रदेश सरकार

लखनऊ 

महोदय,

      सविनय निवेदन के साथ बलिया जनपद के बांसडीह तहसील के पत्रकार साथी श्री जयराम तिवारी ,जो हमारे संगठन के तहसील उपाध्यक्ष भी है,के भूमि संबंधी प्रकरण को आपके संज्ञान में लाना चाहते है ।

माननीय मुख्यमंत्री जी,

    श्री तिवारी ने विगत 2016 में बांसडीह तहसील के मनियर नगर पंचायत क्षेत्र में 4 डिसमिल जमीन रजिस्ट्री करायी है । लेकिन दुर्भाग्य रहा कि आपकी सरकार में भी अधिकारी व कर्मचारी सरकार की मंशा के विपरीत कार्य कर रहे है । श्री तिवारी अपने रजिस्टर्ड भूखण्ड पर 2016 से घर बनवाना चाहते है लेकिन इसी भूखण्ड के एक कबालेदार सविता सिंह के पति मणीन्द्र सिंह साजिश रचकर और क्षेत्रीय लेखपाल राजेश राम से दुरभि संधि करके श्री तिवारी को कब्जा नही होने दे रहे है । बता दे कि इस पूरे भूखण्ड का कागजी रकबा 8 डिसमिल है लेकिन इसी में से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर तक जाने के लिये सड़क निकली है जिससे इसके रकबे में सवा तीन डिसमिल की कमी हो गयी है । श्री तिवारी इस भूखण्ड में आधे के हिस्सेदार है ।

मान्यवर, सड़क निकलने से कम हुए रकबे के कारण हिस्सेदारी के अनुपात में श्री जयराम तिवारी के रकबे 4 डिसमिल में से 1.65 डिसमिल जमीन घटा के कब्जा मिलना चाहिये । लेकिन एसडीएम बांसडीह क्षेत्रीय लेखपाल के द्वारा गुमराह करने के कारण श्री तिवारी जी को 2.35 डिसमिल जमीन की जगह मात्र1.50 डिसमिल देते हुए जबरिया समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करा लिये । जिसका श्री तिवारी ने विरोध करते हुए भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है । सूच्य हो कि प्रशासनिक प्रताड़ना से अजीज होकर श्री जयराम तिवारी ने सोमवार तक कब्जा न मिलने पर कलेक्ट्रेट पर आत्मदाह करने की घोषणा पहले से ही कर चुके है ।


माननीय मुख्यमंत्री जी आप से भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ निम्न लिखित मांग करते हुए एक ब्राह्मण की जान की सुरक्षा की मांग करता है --

1- विवादित भूखण्ड पर तीनों हिस्सेदारों को हिस्से के अनुपात में उपलब्ध जमीन में हिस्सा निर्धारित किया जाय ।

2- प्रत्येक हिस्सेदार को उसके हिस्से का भूभाग एक ही जगह आवंटित किया जाय ।

3-भूखण्ड में हुए रकबा की कमी को हिस्सेदारों में उनके प्रतिशत के अनुसार घटाया जाय । यह सुनिश्चित किया जाय कि एसडीएम बांसडीह अपने पद का दुरुपयोग करते हुए किसी भी हिस्सेदार को लाभ न पहुंचाये बल्कि उचित न्याय दे ।

4- सारे फसाद की मूल वजह स्थानीय लेखपाल राजेश राम जो यही पर पिछले पांच साल से अधिक से जमा है,को तत्काल दूसरे क्षेत्र में स्थानांतरित किया जाय ।

5- पिछले पांच सालों से श्री तिवारी को प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह करके प्रताड़ित कराने वाले NACO के एलटी मणीन्द्र सिंह की सीएचसी सिकंदरपुर में ड्यूटी करने की जांच के साथ ही यह सीएमओ कार्यालय में कैसे ठीकेदारी कराता है,इसकी जांच करायी जाय ।

6-बिलम्बतः रविवार तक श्री जयराम तिवारी को हिस्से के अनुसार कब्जा दिला दिया जाय जिससे इनको आत्मदाह करने जैसा कठोर कदम न उठाना पड़े ।