मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गाजे-बाजे से निकली ज्ञानयज्ञ की शोभायात्रा
ए कुमार
गोरखपुर ।। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि समारोह में आयोजित कथा ज्ञानयज्ञ की शुरुआत से पहले शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धा एवं उल्लास के साथ घंट घड़ियाल एवं बैड बाजे के बीच शोभा यात्रा निकाली गई। स्वयं गोरक्षपीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शोभायात्रा की अगुवाई कर रहे थे। शोभायात्रा के बाद अखण्ड ज्योति एवं श्रीमद़्भागवत पोथी को व्यास पीठ पर प्रतिष्ठित किया गया। श्रद्धा के साथ कथाव्यास रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य को व्यासपीठ पर विराजमान कराया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ खराब मौसम के बावजूद 3.30 बजे गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। यहां सभी तैयारियां पहले ही कर ली गई थीं। गुरु गोरखनाथ एवं अखण्ड ज्योति का दर्शन करने के बाद उन्होंने एक एक कर सभी यजमानों से मुलाकात की। सभी को कथा की सफलता का आशीर्वाद प्रदान किया। उसके बाद ढोल-नगाड़ों और बैंड बाजा की श्रद्धा से भरी स्वर लहरियों के बीच मुख्यमंत्री गुरु गोरखनाथ के गर्भ गृह में पहुंचे। जहां से मंदिर के पुरोहितों ने अखंड ज्योति और श्रीमद्भागवत की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्राण-प्रतिष्ठा की। उसके बाद शोभायात्रा शुरू हुई।
कथा से यजमान अवधेश सिंह अपनी पत्नी के साथ सिर पर श्रीमद्भावगत लेकर चल रहे थे। उनके साथ मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ अखंड ज्योति लेकर। शोभा यात्रा का नेतृत्व मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे थे। शोभायात्रा दिग्विजयनाथ समृति सभागार पहुंची, जहां अखंड ज्योति और ग्रंथ व्यासपीठ पर स्थापित की गई। मुख्यमंत्री और अन्य मंचासीन अन्य महंतों के उदबोधन के बाद स्वामी वासुदेवाचार्य ने कथा का शुभारंभ किया। कथा का क्रम 23 सितंबर तक प्रतिदिन शाम 3 बजे से 6 बजे तक चलेगा।