चंद्रेश्वर महादेव मठ (चड़िहार मठ) ने किया अपने मठाधीश स्वामी शिवानंद गिरि का अभिनंदन -न्यायालय के निर्णय के बाद आयोजित हुई पहली बैठक
-इसारी-सलेमपुर के सभी ग्रमीणों सहित लगभग 500 ने किया सहभाग
-मठ परिसर में मंदिर निर्माण प्रक्रिया को सभी की तरफ से हरी झंडी, कल से कार्य प्रारंभ
बलिया : गड़वार से नगरा वाले मार्ग पर स्थित इसारी-सलेमपुर में स्थित चंद्रेश्वर महादेव मठ में चल रहा विवाद अंततः समाप्त हो ही गया। कोर्ट के निर्णय के बाद ग्रामीणों ने महंथ स्वामी शिवानंद गिरि का स्वागत अभिनंदन भी किया। पहली बैठक में मठ परिसर से जुड़े लगभग 500 ने सहभाग किया। मंदिर निर्माण को भी हरी झंडी मिली।
चंद्रेश्वर महादेव मठ (चड़िहार मठ) का विवाद न्यायालय द्वारा समाप्त कर दिया गया है। निर्णय स्वामी शिवानंद गिरि के पक्ष में है। न्यायालय द्वारा महंथ की कुर्सी को लेकर विवाद समाप्त करने के पश्चात स्वामी शिवानंद गिरि ने सात अक्टूबर गुरुवार को मठ परिसर में एक बैठक आहूत की। बैठक में मठ के पूजा-पाठ और संचालन संबंधित नीतियों पर विचार विमर्श हुआ। सभी ने स्वामी जी का अभिनंदन किया और कहा कि आप स्वतंत्र हैं। स्वामी जी ने सभी से कहा चंद्रेश्वर महादेव मठ सभी का है ,मैं तो सेवक हूं।
सभी ने एक स्वर से स्वामी जी को मठ के अंदर होने वाले क्रिया कलापो/ विकास से सम्बंधित कार्यो को कराने का अधिकार दिया। मठ के विकास आदि में आई दिक्कतों को स्वामी शिवानंद गिरि जी ने दूर करने का वचन दिया। निर्णय यह भी हुआ कि यहां का निर्माण कार्य शुक्रवार से प्रारंभ हो जाएगा। सनद रहे कि यह मठ इसारी सलेमपुर सहित सैकड़ों गांव के लोगों का आस्था का केन्द्र है। लोग यहां से दीक्षा लेते हैं।
बैठक में रसड़ा मठ के कौशलेंद्र गिरिजी,सूर्यबली सिंह, अनुग्रह सिंह, नथूनी सिंह, राजनाथ सिंह, ओमप्रकाश यादव प्रधान,.रामचंद्र जायसवाल प्रधान, अजय सिंह हरिशंकर सिंह सहित शिष्य परंपरा के सभी गांव के विशिष्टजन मौजूद थे। स्वामी शिवानंद गिरि ने सबका आभार जताया।