नया इतिहास रच रही काशी, हृदय गदगद और मन आल्हादित :प्रधानमंत्री मोदी
ए कुमार
वाराणसी ।।प्रधानमंत्री आज दो दिवसीय दौरे पर बनारस पहुचे पीएम मोदी के बनारस पहुंचते ही फूलो की बर्षा के साथ जोरदार स्वागत किया गया साथ लगे मोदी मोदी और हर हर महादेव के नारे प्रधानमंत्री अपने लोकसभा क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
वह ललिता घाट पर स्थित प्रतिष्ठित मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन करेंगे, जहां वे डबल डेकर नाव अलकनंदा क्रूज पर पहुंचे थे। पीएम शाम करीब छह बजे जहाज पर सवार होकर गंगा आरती भी देखेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में गंगा नदी में पवित्र स्नान किया। भगवा रंग की पोशाक में पीएम मोदी ने पवित्र नदी पर फूल चढ़ाए और माला पर मंत्रों का जाप किया। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए गंगा से जल भी लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में गंगा आरती में शामिल होने पहुंचे प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने काल भैरव मंदिर में भी पूजा-अर्चना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी पहुंचते ही उनका जोरदार स्वागत किया गया और उन्होंने फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा की और मोदी, मोदी और हर हर महादेव के नारे लगाए। दो दिवसीय यात्रा के दौरान, प्रधान मंत्री असम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों के एक सम्मेलन में बिहार और नागालैंड के मुख्यमंत्री भी भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह बाबा काल भैरव मंदिर में दर्शन किए। यहां काल भैरव मंदिर के महंत कैलाश नाथ दुबे ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान काल भैरव की पूजा भैरव अष्टक मंत्र और भैरव बीज मंत्र से विधि विधान से मंदिर परिसर में 15 मिनट और मंदिर की ओर से की। इसके बाद पीएम मोदी ने बाबा विश्वनाथ का पूजन किया।
आज सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंचे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनके स्वागत के लिए पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री मोदी दोपहर में जब वे गेस्ट हाउस पहुंचेंगे तो उन्हें सबसे पहले अदरक इलायची की चाय, पोहा, ढोकला और समोसा परोसा जाएगा। वहीं रात्रि भोजन का मेन्यू तैयार कर लिया गया है। उपवास व अन्य कारणों से मेन्यू को बदला भी जा सकता है।
पीएम मोदी को परोसी जाएंगी ये चीजें
प्रधानमंत्री मोदी को खाने में दाल, चावल, रोटी, दही, पापड़ का अचार, सलाद, दो प्रकार की सब्जियां, एक सूखी और एक रसीली (मौसमी), जिसमें आलू, पत्ता गोभी, मटर, गाजर आदि परोसी गई।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का नव्य भव्य स्वरूप देश को समर्पित करने आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मैं आपसे अपने लिए नहीं, हमारे देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं- स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास। गुलामी के लंबे कालखंड ने हम भारतीयों का आत्मविश्वास ऐसा तोड़ा कि हम अपने ही सृजन पर विश्वास खो बैठे। आज हजारों वर्ष पुरानी इस काशी से, मैं हर देशवासी का आह्वान करता हूं- पूरे आत्मविश्वास से सृजन करिए, इनोवेट करिए, इनोवेटिव तरीके से करिए। तीसरा एक संकल्प जो आज हमें लेना है, वो है आत्मनिर्भर भारत के लिए अपने प्रयास बढ़ाने का। ये आजादी का अमृतकाल है। हम आजादी के 75वें साल में हैं। जब भारत सौ साल की आजादी का समारोह बनाएगा, तब का भारत कैसा होगा, इसके लिए हमें अभी से काम करना होगा।प्रधानमंत्री श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में बाबा का पूजन-अभिषेक के बाद मंदिर चौक में देश भर से आए संतों व विशिष्ट जनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अपने भाव साझा किए। कहा, हृदय गदगद है, मन आल्हादित है। आप सब लोगन के बहोत-बहोत बधाई हौ। विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का। ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का। ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परंपराओं का।
भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का।उन्होंने कहा कि हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है।भगवान विश्वेश्वर का आशीर्वाद, एक अलौकिक ऊर्जा यहां आते ही हमारी अंतर-आत्मा को जागृत कर देती है। अलौकिक ऊर्जा अंतरात्मा को आलोकित कर देती है। दिव्य चेतना में अलग ही स्पंदन है, अलग ही आभा है। शास्त्रों में सुना है जब भी कोई पुण्य अवसर होता है सारे तीर्थ, सारे देव-शक्तियां उपस्थित हो जाती हैैं। वैसा ही अनुभव बाबा के दरबार में आकर हो रहा है। लग रहा है जैसे हमारा समस्त चेतन ब्रह्मांड से जुड़ा हुआ है। वैसे अपनी माया का विस्तार बाबा ही जानें। हमारी मानवीय दृष्टि जहां तक जाती है, बाबा धाम के विस्तार से पूरा विश्व जुड़ा हुआ है। आज भगवान शिव का प्रिय दिन सोमवार है। विक्रम संवत 2078 मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष दशमी तिथि एक नया इतिहास रच रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मान के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के जीर्णोद्धार में लगे श्रमजीवियों के साथ किया भोजन
देश के कर्मयोगी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसी भी बड़े आयोजन के बाद उसके निर्माण तथा जीर्णोद्धार में लगे कर्मकार तथा कर्म साधकों का सम्मान तथा स्वागत करना नहीं भूलते हैं। पीएम मोदी ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में आज बड़े सम्मान के बाद जीर्णोद्धार में लगे श्रमजीवियों के साथ भोजन भी किया। इससे पहले प्रयागराज के कुंभ के बाद उन्होंने सफाई के काम में लगे कर्मियों का पांव धुलने के साथ उनको सम्मानित भी किया था प्रधनमांत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पूजा-अर्चना के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चौक में इस पावन धाम के निर्माण में लगे श्रमिकों तथा कामगारों पर पुष्प वर्षा की। प्रधानमंत्री ने समाज में काफी नीचे रहने वाले लोगों को आज अपने पास बैठाने के साथ उन पर पुष्प वर्षा भी की। इतना ही नहीं पीएम ने इन लोगों के साथ दोपहर में भोजन भी किया। प्रधानमंत्री के इस आचरण से ऊंची-नीच और छोटे-बड़े वर्ग के बीच खाई भी पटती नजर आई। प्रधानमंत्री भोजन से पहले सभी कार्मिकों के पास गए और कुछ से उन्होंने बात भी की। कुछ ने तस्वीर खिंचवाने की इच्छा जताई तो प्रधानमंत्री ने मना नहीं किया और ग्रुप फोटो भी कराई। इनमें निर्माण करने वाले श्रमिकों के साथ सफाई कर्मी भी थे। इन सभी पर पीएम मोदी ने काफी देर तक पुष्पवर्षा भी की।प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज अपने हर उस श्रमिक भाई-बहन का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिनका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है। कोरोना के विपरीत काल में भी, उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया। मुझे अभी अपने इन श्रमिक साथियों से मिलने का, उनका आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है। हमारे कारीगर, हमारे सिविल इंजीनयरिंग से जुड़े लोग, प्रशासन के लोग, वो परिवार जिनके यहां घर थे, सभी का मैं अभिनंदन करता हूं। इन सबके साथ यूपी सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का भी अभिनंदन करता हूं, जिन्होंने काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया।
काशी में प्रधानमंत्री के दौरे पर अखिलेश का तंज, बोले- भगवान के सामने नहीं बोलना चाहिए झूठ
काशी विश्वनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसा है और भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि भाजपा जनता के सामने झूठ बोल रही है लेकिन भगवान के सामने झूठ नहीं बोलना चाहिए। पूरे प्रदेश में विकास के कोई कार्य नहीं किए गए हैं। इस बार जनता ने मन बना लिया है कि वह भाजपा की सरकार को प्रदेश से हटाने जा रही है। इस सरकार में किसान, नौजवान, शिक्षक, व्यापारी सहित हर वर्ग के लोग परेशान हैं।इटावा के सैफई में आए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी दौरे को लेकर तंज कसा कि यह अच्छी बात है कि वो जगह रहने वाली है,आखिरी समय में बनारस में ही रहने जाया जाता है। अखिलेश यादव ने कहा कि खाद के लिए किसान लाइन में लगा है, सरकार जवाब नहीं दे पा रही है। किसान को खाद व बिजली सस्ती चाहिए सरकार उसे नहीं दे पा रही है।
जिस तरह से राशन का वितरण हो रहा है क्या पर्याप्त न्यूट्रीशियन गरीब को मिल रहा है। गरीबों को घी व दूध का इंतजाम क्यों नहीं किया गया। सरसों का तेल आज लोग महंगा खरीद रहे हैं।मुख्यमंत्री की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में अपने ही लोगों को पैदल कर दिया है।उन्होंने नाम लिए बगैर कहा कि एक नेता को पैदल कर दिया गया तो दूसरे को स्टूल पर बैठा दिया गया है। जो कृषि कानून पहले वापस होने चाहिए थे वो अब लिए गए, वरना सात सौ किसानों की जान नहीं जाती। इतना बड़ा आंदोलन किसानों को नहीं करना पड़ता।उन्होंने कहा कि इस सरकार में किसानों के हकों का हनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि विकास के कार्य सपा ने ही कराए। लखनऊ के डीजीपी हेडक्वार्टर को उनकी सरकार के कार्यकाल में ही बनवाया गया था। 112 पुलिस सेवा उन्होंने ही शुरू की थी। इटावा में लायन सफारी को आज तक शुरू नहीं किया गया है। जेल का उदघाटन तो हो गया लेकिन उसे अभी तक चालू नहीं किया जा सका है। इटावा में सरकार ने भेदभाव किया और यहां के सारे विकास कार्य रोक दिए गए। इटावा के वर्ड फेस्टिवल को सरकार ने रोक दिया। एटा में बिजली के कारखाने का काम आज तक पूरा नहीं किया गया। सैफई के क्रिकेट स्टेडियम की हालत बदतर कर दी गई।