पांच राज्यो में सात चरणों में होंगे चुनाव ,आचार संहिता लागू
ए कुमार
नईदिल्ली ।। चुनाव आयोग ने कहा, कि पांच राज्यो में सात चरणों में चुनाव होंगे । उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान और 10 मार्च को सभी राज्यों में मतगणना होगी।
उत्तराखंड राज्य समेत देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने प्रेसवार्ता कर पांचों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया है जिसके बाद से ही इन पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। निर्वाचन आयोग की ओर से किए गए तारीखों के ऐलान के तहत उत्तराखंड राज्य में 14 फरवरी को एक चरण में मतदान कराया जाएगा। तो वहीं, सभी राज्यों में 7 चरणों में मतदान संपन्न होंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने प्रेसवार्ता कर कहा कि उत्तराखंड राज्य में 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है। चुनाव आयोग के अनुसार पिछले दो सालों से कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद से चुनाव कराने में दिक्कतें आ रही है। चुनाव कराना आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के चलते चुनौती और अधिक बढ़ रही है। हालांकि, दिसंबर महीने में आयोग ने सभी राज्यों का दौरा किया था। इस दौरान अधिकारियों और पॉलिटिकल पार्टियो से बातचीत की थी। इसके बाद सभी राज्यो में 5 जनवरी को मतदाताओं की सूची जारी की जा चुकी है।
उत्तराखंड राज्य में 5 जनवरी को प्रकाशित हुई अन्तिम मतदाता सूची के अनुसार राज्य में 81.43 लाख मतदाता हैं। इस वर्ष इसमें 1.98 लाख नए महिला और 1.06 लाख पुरुष मतदाता जुड़े हैं। 18 से 19 वर्ष की आयु के मतदाताओं की संख्या 1.10 लाख है, जबकि 80 वर्ष से अधिक आयु के 1.43 लाख मतदाता हैं। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 66,648 हो गई है, जबकि सर्विस मतदाता 93,935 हैं। उत्तराखंड में वोट डालने के लिए मतदाताओं को एक घंटे का अतिरिक्त समय मिलेगा। मतदान अब सुबह आठ से शाम छह बजे तक चलेगा।
चुनाव के तारिखों के मुख्य बिंदु…….
– 21 जनवरी को जारी होगा विधानसभा चुनाव का नोटिफिकेशन।
– 28 जनवरी होगी नॉमिनेशन की अंतिम तिथि।
– 29 जनवरी को होगी नॉमिनेशन की स्क्रूटनी।
– 31 जनवरी तक नामांकन वापस लेने की होगी तिथि।
– 14 फरवरी को होगा मतदान।
– 10 मार्च को होगा मतगणना
2022 विधानसभा चुनावों का ऐलान-
UP में 7 चरणों मे चुनाव होगा-
प्रथम चरण-10 फरवरी
द्वितीय चरण-14 फरवरी
तृतीय चरण-20 फरवरी
चतुर्थ चरण-23 फरवरी
पांचवा चरण-27 फरवरी
छठा चरण-3 मार्च
सातवां चरण-7 मार्च
10 मार्च को होगी मतगणना
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चैनलों पर प्रचार अभियान की अवधि के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी। राजनीतिक दलों को भी यह बताना होगा कि ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है।
10 फरवरी को यूपी में पहले चरण का चुनाव।
14 फरवरी को यूपी में दूसरे फेज का चुनाव।
20 फरवरी को यूपी में तीसरे चरण का चुनाव।
23 फरवरी को यूपी में चौथे चरण का चुनाव।
27 फरवरी को यूपी में पांचवे चरण का चुनाव।
तीन मार्च को यूपी में छठे चरण का चुनाव।
सात मार्च मार्च को यूपी में सातवें चरण का चुनाव।
दस मार्च को मतगणना
पंजाब और उत्तराखंड में एक चरण में चुनाव।
सात चरण में होंगे चुनाव
15 जनवरी तक जनसभाओं पर रोक रहेगी।
वर्चुअल और डिजिटल तरीके से प्रचार पर जोर
डोर-टू-डोर प्रचार के लिए भी पांच लोगों को ही अनुमति
जीत के बाद विजयी जुलूस पर पूरी तरह रोक रहेगी।
रात आठ बजे के बाद प्रचार पर रोक।
– कोरोना काल में सुरक्षित चुनाव कराने का आयोग का ऐलान
– संवेदनशील पोलिंग स्टेशनों की वेबकास्टिंग
– दिव्यांग लोगों के लिए मतदान केंद्रों पर रहेंगे विशेष इंतजाम
– प्रत्याशी आनलाइन भी कर सकेंगे नामांकन दाखिल
– गोवा व मणिपुर में 28 लाख खर्च कर सकेंगे मतदाता व उत्तराखंड, यूपी व पंजाब राज्यो में 40 लाख रहेगी सीमा
– प्रत्याशियों को आपराधिक पृष्टभूमि का देना होगा ब्योरा
– सभी मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर व मास्क रहेंगे उपलब्ध
टीकाकरण राज्यवार प्रतिशत
– गोवा में 95 फीसदी टीकाकरण, यूपी में 52 फीसदी, पंजाब में 46 फीसदी, मणिपुर में 43 फीसदी,उत्तराखंड 83 फीसदी
– दोनों टीका लगे मतदान अधिकारी ही किए जाएंगे तैनात
चुनाव आयाग की प्रेस वार्ता शुरू हो गई है। पांच राज्यों में चुनाव का ऐलान किया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोरोना के बीच चुनाव कराना हमारा कर्तव्य, कोराेना नियमों के साथ चुनाव कराए जाएंगे। पांच जनवरी को मतदाता सूची जारी कर दी गई। 18.3 करोड़ मतदाता चुनाव में हिस्सा लेंगे। यूपी में 29 प्रतिशत मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। दो लाख 15 हजार 368 मतदान केंद्र हैं। 1620 पोलिंग स्टेशन पर महिला कर्मचारी रहेंगी। व्हील चेयर सभी मतदान केंद्र पर रहेंगी। पोलिंग स्टेशन यानी मतदान केंद्र में 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एक बूथ पर 1250 वोट डाले जाएंगे। महिला मतदाता की भागीदारी बढ़ी है। 80 वर्ष से अधिक आयु वालों, दिव्यांगों और कोरोना संक्रमितों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा रहेगी। जो भी उम्मीदवार होंगे, उन्हें पूरा आपराधिक इतिहास बताना होगा। यह पूरी तरह अनिवार्य है। नो यूअर कैंडिडेट एप पर पूरी जानकारी उम्मीदवार के बारे में मिलेगी। डिजिटल और वर्चुअल तरीके से प्रचार करें राजनीतिक दलें। पदयात्रा, रोड शो, साईकिल यात्रा में पर पाबंदी रहेगी। डिजिटल और वर्चुअल तरीके से प्रचार करें राजनीतिक दलें। पदयात्रा, रोड शो, साईकिल यात्रा में पर पाबंदी रहेगी।
900 आब्जर्वर चुनाव पर पूरी तरह नजर रखेंगे। पैसे के दुरुपयोग पर जीरो टालरेंस रहेगा। उम्मीदवार 40 लाख रुपये तक खर्च कर सकते हैं। पहले खर्च की सीमा 28 लाख रुपये तक थी। सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। उम्मीदवार आनलाइन नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। राजनीतिक दलों के लिए सुविधा एप बनाया गया है। इस एप के माध्यम से आनलाइन नामांकन होगा। civigil app पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। वोटरों को पहली बार चुनाव नियमों की पर्ची भी दी जाएगी। कोरोना गाइडलाइन के हिसाब से चुनाव होगा। कोरोना माहमारी से निकलने का यकीन जरूरी है। सभी चुनाव कर्मचारियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी होंगी। चार राज्यों की 690 सीटों पर चुनाव होंगे। इनमें पंजाब की 117, यूपी में 403 सीट, मणिपुर में 60 सीट व गोवा में 40 तथा उत्तराखंड में 70 सीटों पर चुनाव होंगे। सभी मतदान केंद्र पूरी तरह सैनिटाइज होंगे।
उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव में चुनाव का ऐलान आज संभव है। चुनाव आयोग ने 3.30 बजे प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रैलियों के लिए नए नियम और कुछ प्रतिबंध देखने को मिल सकते हैं। चुनाव कार्यक्रूम के ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश समेत सभी राज्यों में सियासी गर्माहट और अधिक बढ़ जाएगी। इससे पहले राज्यों में जिन दलों की सरकार थी, उनमें सरकार योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने में लगी हुईं थी। चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही आचार संहिता लागू हो जाएगी। उत्तर प्रदेश में कईं चरण में चुनाव होंगे। पहले चरण में जिन सीटों पर चुनाव होंगे, अब जल्द ही उन पर पार्टियां प्रत्याशियों का ऐलान करेंगी। उत्तराखंड में एक ही चरण ही में चुनाव संभव है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच चुनाव आयोग की गाइडलाइन रहेंगी। इस पर सभी की नजरें हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2017 के चुनाव में 325 सीट भाजपा, सपा को 47, बसपा को 19, कांग्रेस को सात और अन्य को पांच सीट मिली थी।
सभी मतदान कर्मी कोरोना वारियर माने जाएंगे*
सबको डबल वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज।
3 :संवेदनशील बूथों की ऑनलाइन निगरानी होगी - चुनाव आयोग।
2: पहले कम था यूपी में टीकाकरण। लेकिन बाद में आयोग के दख़ल के बाद बढ़ा: CEC
इन तीन एप्स पर अहम जानकारियां
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर उपलब्ध होगी।
Suvidha Candidate एप सक्रिय रहेगा। ये राजनीतिक दलों के लिए है। उन्हें किसी दफ्तर में जाकर रैली वगैरह के लिए इजाजत नहीं मांगनी होगी। वे इस एप के जरिए उपलब्धता देख सकेंगे।
Cvigil एप का इस्तेमाल आम जनता और मतदाता कर सकेंगे। किसी भी गड़बड़ी की फोटो खींचकर इस एप पर अपलोड की जा सकेगी। 100 मिनट के अंदर चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंचकर जरूरी कदम उठाएगी
धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा
चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा। गैरकानूनी पैसे-शराब पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है : मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा
रैली, रोड शो और पदयात्रा की अनुमति नहीं
डिजिटल, वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार करें चुनाव पार्टियां। *15 जनवरी तक किसी तरह की रैली, रोड शो और पदयात्रा नहीं होगी।* नुक्कड़ सभा, बाइक रैली पर भी रोक। कैंपेन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी। घर-घर जाकर पांच लोगों को प्रचार करने की अनुमति। जीत के बाद विजय जुलूस पर रोक रहेगी।
ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा
उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चैनलों पर प्रचार अभियान की अवधि के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी। राजनीतिक दलों को भी यह बताना होगा कि ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है। ऐसे उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर भी उपलब्ध होगी ।