भाजपा में शामिल होने के बाद बोले सपा के पूर्व विधायक गोरख पासवान : टिकट बेचवा है ओमप्रकाश राजभर,होनी चाहिये कार्यवाही
समाजवादी पार्टी को छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक गोरख पासवान,गृहमंत्री ने दिलायी भाजपा की सदस्यता
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। टिकट कटने के बाद समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं से लेकर प्रादेशिक नेताओ की उपेक्षा से आहत होकर बेल्थरारोड के पूर्व सपा विधायक गोरख पासवान ने रविवार को राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर की अगुवाई में गृहमंत्री अमित शाह के हाथों भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली । बीजेपी में शामिल होने के बाद नीरज शेखर की मौजूदगी में आयोजित प्रेसवार्ता में श्री पासवान ने कहा कि कुछ माह से मुझे समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं से लेकर प्रदेश स्तर के नेताओ ने जिस तरह से उपेक्षित किया,मेरा टिकट काटा, बावजूद मुझसे जब बातचीत भी नही करते थे, से आहत होकर अपने समाज के मान सम्मान के लिये मैंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय किया और शामिल हो गया ।
कहा कि टिकट कटने का मुझे कोई मलाल नही था । मैं तो पार्टी का काम करना चाहता था लेकिन स्थानीय स्तर पर मेरी ऐसी हालत कर दी गयी थी कि मैं अपने किसी कार्यकर्ता को बूथ अध्यक्ष बनाने की हैसियत में नही रह गया था । पिछले दिनों हुए जिला पंचायत के चुनाव में मेरे लाख रिक्वेस्ट के बाद भी जिलाध्यक्ष ने नेरे समाज के एक भी व्यक्ति को टिकट नही दिया । कहा कि मेरा पुत्र जिला पंचायत का चेयरमैन था लेकिन नेताओ के दबाव में टेंडर तक नही निकाल पाते थे ।
कहा कि समाजवादी पार्टी में हर समाज को उसका हक तक नही मिलता है । पिछली अखिलेश यादव सरकार में तो एससी/एसटी आयोग का चेयरमैन इस समुदाय का नही दूसरी समुदाय का व्यक्ति था,उपाध्यक्ष भी दूसरे समुदाय का ही थी ।
कहा कि भाजपा में प्रत्येक समाज को उसकी हिस्सेदारी के अनुसार अधिकार तो मिलता है । योगी सरकार में एससी/एसटी आयोग का चेयरमैन एससी से और उपाध्यक्ष एसटी समुदाय का है ।
वही राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर ने कहा कि गोरख पासवान जी मेरे पारिवारिक सदस्य है । मेरे कहने पर ही ये 2007 में सपा में शामिल हुए थे । पिछले कई माह से इनकी उपेक्षा को देख रहा था । मैंने इनसे कहा कि आप भाजपा में शामिल हो जाइये, आपको सम्मान मिलेगा । मेरी बात को मानकर आज ये भाजपा में गृहमंत्री जी के हाथों भाजपा की सदस्यता ग्रहण किये है । इनके आने से न सिर्फ बेल्थरारोड बल्कि बलिया की सभी सीटों पर प्रभाव पड़ेगा और इनके समुदाय का वोट मिलने से जीत होगी ।