सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचेगे सभी संगठनों के पत्रकार, जिलाधिकारी का किया जाएगा घेराव
बलिया ।। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रांतीय मुख्य महासचिव मधुसूदन सिंह ने बलिया जनपद के समस्त पत्रकार संगठनों का आह्वान करते हुए सोमवार को 10 बजे से जिलाधिकारी कार्यालय पर विशाल प्रदर्शन व डीएम के घेराव कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का अनुरोध किया है । श्री सिंह ने कहा है कि जिलाधिकारी बलिया व पुलिस अधीक्षक पत्रकारों के ऊपर संगीनों के बल पर आपातकाल लगाये हुए है । रोग का ये इलाज नही करना चाहते है,ये रोग को सामने लाने वाले का ही इलाज करना चाहते है । बलिया का पत्रकार समुदाय इसका पुरजोर विरोध करता है । श्री सिंह ने इस आंदोलन में सहयोग के लिये अन्य सभी सामाजिक संगठनों,छात्र संगठनों, अधिवक्ता संगठनों से भी शामिल होने का विनम्र निवेदन किया है । श्री सिंह ने कहा है कि यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को बचाने का आंदोलन है इसमें सभी देशभक्त संगठनों की सहभागिता से लड़ाई को मंजिल तक पहुंचने में बल मिलेगा ।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार श्रीवास्तव ने कहा है कि बलिया प्रशासन की पत्रकारों के खिलाफ की गई कार्यवाही लोकतंत्र का गला घोंटने का कुत्सित प्रयास है । हम बलिया के ऐसे जिलाधिकारी को तत्काल निलम्बित करते हुए सीएम योगी से इनकी संपत्ति की जांच कराने की मांग करते है ।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शशिकांत मिश्र ने कहा कि बलिया का एक एक पत्रकार गिरफ्तार पत्रकारों अजित ओझा,दिग्विजय सिंह और मनोज कुमार गुप्ता झब्बू के साथ है । कहा कि जो संस्थान संकट के समय अपने संवाददाताओं से पल्ला झाड़े, उस संस्थान के अखबार का जनपद में बहिष्कार करते हुए उससे जुड़े सभी साथियो को सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देना चाहिये ।
भारतीय पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष/आजमगढ़ मंडल प्रभारी संजय पांडेय ने कहा कि पत्रकारों को गिरफ्तार करना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को संगीनों के बल पर प्रशासन की कमियों को उजागर करने से रोकने की कोशिश है, जिसको हम कभी बर्दाश्त नही करेंगे । सोमवार को कलेक्ट्रेट पर डीएम का घेराव करके हम शासन को यह संदेश देने का काम करेंगे कि बलिया के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक तानाशाही रवैया अख्तियार करके अपनी कमियों को उजागर होने से रोकने के लिये पत्रकारों को ही अपराधी बनाने पर तुले हुए है जो लोकतंत्र में शर्मनाक है ।
भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने कहा है कि पेपर लीक मामले में पहले दिन से ही बलिया के डीएम व एसपी की भूमिका और कार्यवाही संदिग्ध है । इन दोनों अधिकारियों के रहते न तो यहां परीक्षा की शुचिता बच सकती है और न ही सही तरीके से जांच ही हो सकती है । कहा कि जब यहां का कोई लिफाफा फटा ही नही है, अजित ओझा की कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी लगी ही नही है, तो किस आधार पर प्रशासन इनको पेपर लीक मामले में दोषी मान रहा है । अपनी कमियों को छुपाने के लिये जिलाधिकारी ने पत्रकारों को गिरफ्तार कराया है,जिसकी जितनी भी निंदा की जाय कम होगी ।
भारतीय पत्रकार संघ (भारत) के जिलाध्यक्ष अमरनाथ चौरसिया और महामंत्री राजेश गुप्ता महाजन ने भी इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है । वही गाजीपुर मऊ देवरिया से भी पत्रकार साथी इस आंदोलन में भाग लेने के लिये बलिया पहुंचने वाले है ।
सभी संगठनों ने एक स्वर से पत्रकारों के खिलाफ की गई कार्यवाही की भर्त्सना करते हुए अपने अपने संगठन के सदस्यों से कलेक्ट्रेट बलिया पर सोमवार को होने वाले विशाल धरना प्रदर्शन घेराव में शामिल होने का आह्वान किया है ।