गंगा की उफ़नती लहरों से घिरे उमरपुर दियारे के ग्रामीण, गांवो का संपर्क टूटने की कगार पर
प्रशासन के अधिकारियो ने नही ली अब तक कोई सुध
पवन कुमार
लक्ष्मणपुर ( बलिया)।। गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से उमरपुर दियारे तथा तटवर्ती इलाकों के लोगों में दहशत का माहौल बनता जा रहा है। गंगा की उफनती हुई लहरे दहशत पैदा कर रही है। उमरपुर दियारे में फंसे हजारों की संख्या में मवेशियों को निकाला जा रहा है लेकिन जिला प्रशासन अभी तक नाव मुहैय्या नहीं करा पाया है। पशुपालक भाड़े की नाव से अपने मवेशियों को ला रहे हैं। जबकि सीएम योगी ने प्रशासनिक अधिकारियो को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों मे फंसे लोगो को सुरक्षित निकालने, भोजन के लिये राहत सामग्री देने के साथ ही पशुओ के लिये भी भूसा चारे की व्यवस्था करने का कड़ा आदेश पहले ही दिया जा चुका है। बावजूद इस क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों की सुधि न लेना स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियो की लापरवाही को दर्शाने के लिए काफ़ी है।
गंगा के पानी से चारों तरफ से घिरे पशुपालक अपने मवेशियों को आनन फानन में सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं ।बाढ़ विभाग के अधिकारी अब तक उमरपुर दियारे का हाल-चाल भी नहीं लेने गए है।
रविवार को पूरे दिन मवेशियों को दियारे से लाने का सिलसिला जारी रहा। अब तो बाढ़ प्रभावित गांवों की बिजली आपूर्ति भी ठप कर दी जाएगी। कई गांवों का संपर्क टूटने वाला है। अब तक हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है। कुछ गांवों के लोग अपना सामान समेटना शुरू कर दिए हैं। मवेशियों के चारे का संकट उत्पन्न होने वाला है।