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पत्रकार को फंसाने की हेडमास्टर ने रची साजिश, थाने मे दी तहरीर, पत्रकार ने भी दी तहरीर पर नही हो रही है सुनवाई





बलिया।। एक बार फिर बलिया मे पत्रकार को फंसाने की साजिश रच दी गयी है। अपनी कमियों को छुपाने के लिये, उजागर होने से रोकने के लिए प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर ने घिनौनी साजिश रच कर एक पत्रकार को जेल भेजवाने के लिए बैरिया थाने मे तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करायी है।

बता दे कि तहसील बैरिया के पत्रकार नित्यानंद सिंह ने बताया है कि 13 अगस्त को प्राथमिक विद्यालय मुंज के डेरा, विकास खंड मुरली छपरा और उच्च प्राथमिक विद्यालय इब्राहिमबाद विकास खंड मुरली छपरा तहसील बैरिया के पठन पाठन, मिड डे आदि के संबंध मे वीडियो बनाकर कवरेज कर रहा था तभी हेडमास्टर कुलदीप सिंह उर्फ़ रिंकू सिंह द्वारा आकर न सिर्फ कवरेज करने से रोका बल्कि जान से मारने तक की और बच्चों से झूठा बयान दिलाकर फंसाने तक की धमकी भी दी।




14 अगस्त को पत्रकार नित्यानंद सिंह ने सीओ बैरिया को लिखित तहरीर देकर उपरोक्त बाते कही और हेडमास्टर से जान को खतरा बताते हुए अपने खिलाफ साजिशन एफआईआर दर्ज कराने की आशंका भी जताई थी लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई। नित्यानंद सिंह द्वारा सीओ को दिया गया पत्र यह है ----


वही हेडमास्टर कुलदीप सिंह ने एक वीडियो वायरल कर आरोप लगाया कि नित्यानंद सिंह कमरे मे कपड़ा बदल रही नाबालिग छात्राओं की वीडियो बनाये है। इनके ऊपर पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए थाने मे खंड शिक्षा अधिकारी के साथ तहरीर देकर और दबाव डालकर मुकदमा पंजीकृत कराते है। सुनिए हेडमास्टर साहब वीडियो के माध्यम से क्या कह रहे है ---


हेडमास्टर साहब का बयान आप लोगो ने सुना, अब वो वीडियो देखिये जो इनकी सरपरस्ती मे चलने वाले दोनों विद्यालयों के बच्चों और बच्चियों ने कहे है ---






आप लोगो ने पत्रकार नित्यानंद सिंह की सीओ को दी गयी तहरीर और दोनों विद्यालयों मे रिकार्ड किये गये वीडियो को देख लिया है। साथ ही मुंज के डेरा प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक कुलदीप सिंह जो उच्च प्राथमिक विद्यालय इब्राहिमबाद के प्रभारी प्रधानाध्यापक भी है, के भी बयान /आरोप को सुन लिया है।

प्रधानाध्यापक जी की खिझ को भी समझ गये होंगे। क्योंकि जब रसोईयां कह रही है कि मीनू की जगह खिचड़ी बना रही है जबकि चावल दाल सब्जी बननी थी। बच्चियां और बच्चें कह रहे है कि उन्हें दूध और फल को छोड़िये कभी कभी ही सब्जी मिलती है। इस खबर की रिकार्डिंग के बाद कोई भी नाराज हो जायेगा, हेडमास्टर साहब हुए है तो क्या गलत है। भाई पत्रकारिता मे इतना कड़वा सच दिखाने की क्या जरूरत थी नित्यानंद सिंह को?

दूसरा सवाल यह उठता है कि दोनों विद्यालयों की रिकार्ड हुई वीडियो मे बच्चें बच्चियां कक्षाओं मे बैठकर पढ़ रहे है, पत्रकार के सवालों का बेबाकी से उत्तर दे रहे है, दोनों विद्यालयों मे ऐसी कोई गतिविधियां भी नही दिखी जिससे लगे कि बच्चों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किसी कार्यक्रम के लिये प्रशिक्षित किया जा रहा हो। ऐसा कोई कक्ष भी नही दिखा जिसका दरवाजा बंद हो और नित्यानंद सिंह जबरदस्ती घुस कर रिकार्डिंग किये हो।

हेडमास्टर साहब ने बड़ा आरोप यह लगाया है कि बच्चियों के कपड़े बदलने के कमरे की रिकार्डिंग की गयी है, तो मेरा हेडमास्टर साहब से अनुरोध है कि उस कार्यक्रम की वीडियो फुटेज सार्वजनिक करें जिसमे बच्चियों ने कपड़े बदल कर 15 अगस्त के दिन कार्यक्रम प्रस्तुत किया है?

आप लोगो को बता दे कि नित्यानंद सिंह ने कहा है कि हेडमास्टर साहब जैसा आरोप लगा रहे है, ऐसी कोई रिकार्डिंग ही नही हुई है, अलबत्ता कुछ बच्चों ने यह जरूर कहा है कि उनको विद्यालय पर जाँच आने पर यह कहना है कि पत्रकार ने लड़कियों के कपड़े बदलने का रिकार्डिंग किया है। यही नही बच्चियों के अभिभावको ने तो यहां तक कहा है कि जब हमारी बच्चियां एक ही ड्रेस पहनकर जाती है और वापस घर आती है तो फिर ड्रेस बदलने की बात कहा से आ गयी। अभिभावको का तो यह भी कहना है कि अगर हमारी बच्चियों से स्कूल मे ड्रेस बदलवाया गया होगा तो हम लोग अध्यापको के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।

अब पुलिस को जाँच कर इस घटना की हकीकत का पता लगाना है और अगर आरोप गलत पाये जाय तो हेडमास्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करें ताकि भविष्य मे कोई ऐसा घिनौना आरोप न लगा सके।