अब वन विभाग के अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराने की पीड़ित दुकानदारों की बारी
मधुसूदन सिंह
बलिया।। हरियाणा के तीन ठग पहले बलिया के वन विभाग के अधिकारियों को झांसे मे ऐसे लिये कि ये लोग तीनो की ऐसी आवभगत किये जैसे परिवार मे दामाद का किया जाता है। इन अधिकारियों की लापरवाही इतनी बड़ी है कि आज बलिया का जिला प्रशासन भी ठगों को सुरक्षा देने के अपराध का भागीदार बन गया है।
जिस तरह से वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही, जिसमे इन लोगों ने तीनो ठगों के संबंध मे उच्चाधिकारियों से जांच पड़ताल भी जरुरी नही समझा और तीनो की सुरक्षा के बलिया एसओजी की तेजतर्रार टीम को सुरक्षा गार्ड बनवाकर आधे दर्जन से अधिकारी व्यापारियों का सार्वजनिक रूप से मान मर्दन किया गया। जब यह ज्ञात हो गया कि तीनो ठग थे, तो अब वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बारी पीड़ित व्यापारियों के परिजनों की है।क्योंकि फर्जी अधिकारियों द्वारा फर्जी बरामदगी के कारण व्यापारियों को जेल जाना पड़ा है। 24 घंटे अधिकतम किसी गुनहगार को पुलिस अपनी अभिरक्षा मे रख सकती है, इन लोगों ने तो 48 घंटे बाद कोर्ट मे प्रस्तुत किया गया।
इन ठगों का नाम दीपक कुमार चौधरी निवासी सीएफ 1/7 एल्डिगो सिटी कॉलोनी थाना कोतवाली सदर जनपद पानीपत हरियाणा, अनिल कुमार निवासी शिमला मौलाना थाना कोतवाली सदर जनपद पानीपत हरियाणा व f श्यामलाल उर्फ राधेश्याम निवासी नारा थाना मतलौड़ा जनपद पानीपत हरियाणा के रूप में हुई। इनमें से एक अपने आपको वाइल्ड लाइफ का अधिकारी, दूसरा गनर व तीसरा ड्राइवर बताता है । मिल रही सूचना के अनुसार पीड़ित परिजनों द्वारा आज ही पुलिस अधीक्षक को मुकदमा दर्ज कराने हेतु तहरीर दे दी जायेगी। अब बारी है बलिया की एसओजी टीम को इन ठगों को गिरफ्तार कर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने की है।