अध्यापिका ने बीएसए से लगायी दूसरे विद्यालय मे स्थानांतरण की गुहार :प्रधानाध्यापक पर अपशब्दों के प्रयोग का लगाया आरोप
बच्चों से शौचालय साफ कराने में निलम्बित हैं प्रधानाध्यापक
वीडियो वायरल करने का अध्यापिका पर लग रहा है आरोप
नरही बलिया।। छात्रों द्वारा शौचालय साफ कराने के मामले में बृहस्पतिवार देर शाम निलम्बित होने वाले प्रधानाध्यापक मृत्युंजय सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही रही हैं । ताजा घटना क्रम में शुक्रवार को विकास खंड सोहांव के प्राथमिक विद्यालय पिपरा कला नम्बर एक पर कार्यरत महिला शिक्षिका माया यादव ने निलम्बित प्रधानाध्यापक पर अपशब्द बोलने व मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है ।
माया यादव ने बीएसए को लिखित शिकायत के माध्यम से अवगत कराया है कि प्रअ जिस विडियो के वायरल होने पर निलम्बित हुए हैं, उस विडियो के वायरल होने का ग़लत आरोप मुझ पर लगा रहे हैं । इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों को बुलाकर मुझे भला बुरा कहवा रहे हैं । स्वयं गन्दी गन्दी गालियां देते हैं हुए मुझे मारने की धमकी निलंबित प्रधानाध्यापक द्वारा दी जा रही है ।
शिकायती पत्र में आगे सहायक अध्यापिका लिखती हैं कि प्रधानाध्यापक इसी गांव के तथा उक्त विद्यालय में नौकरी करना मेरे लिए खतरे से खाली नहीं है । अध्यापिका ने स्वयं की सुरक्षा के लिए कहीं अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने की मांग बीएसए से की है । बहरहाल अध्यापिका ने गुहार तो लगा दी है अब देखना यह है कि बीएसए इस पर क्या निर्णय लेते हैं ।
खबरों के अनुसार प्रधानाध्यापक और अध्यापिका के बीच पिछले साल से ही विवाद चल रहा है। अध्यापिका के स्कूल न आने पर प्रधानाध्यापक द्वारा अनुपस्थित करके अनुपस्थिति वाले दिन का वेतन रोकने की सिफारिश विवाद की असली जड़ बतायी जा रही है जबकि अध्यापिका का कहना है, मेरे स्कूल मे आने के बावजूद प्रधानाध्यापक ने अनुपस्थित किया है। वही पिछले मई माह मे भी बच्चों संग झाड़ी साफ करने के वीडियो वायरल होने के कारण यही प्रधानाध्यापक निलंबित हुए थे और इसी अध्यापिका पर तब भी वीडियो वायरल करने का आरोप लगाये थे।
वैसे यह प्रकरण भी बीएसए तक पहुंच गया है। लेकिन यह तय है कि इस विद्यालय के बच्चों के भविष्य के लिए यहां तैनात राजनीति करने वाले अध्यापकों का तबादला बहुत जरुरी है।