नीलेश वर्मा के खिलाफ जांच पर सत्या सिंह ने उठाया सवाल, कहा - इसके शहरी स्वास्थ्य मिशन मे रहते नही हो सकती है निष्पक्ष जांच, बचाने का डीपीएम पर लगाया गंभीर आरोप
अब तो आलम यह है कि आशाओं के साथ साथ अब 6 एएनएम भी इसकी लिखित शिकायत मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ की अध्यक्ष सत्या सिंह से कर के मदद की गुहार लगायी है. इस संबंध मे बलिया एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए अध्यक्ष सत्या सिंह ने कहा की नीलेश वर्मा की हरकतें अब बर्दाश्त से बाहर हो गयी है. इसके द्वारा किये जा रहे घोटालो और महिला कर्मियों के साथ किये जा रहे दुर्व्यवहार, महिला कर्मियों के मानदेय को बिना कारण के कई कई माह तक रोकने की शिकायते बहुत आ चुकी है. अब इन शिकायतों को लेकर हमारा एक प्रतिनिधि मण्डल मुख्य चिकित्साधिकारी और जिलाधिकारी से मिलने वाला है और महिलाओ के प्रति गन्दी सोच रखने वाले के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की जाएगी.
दुर्व्यवहार इत्यादि की शिकायतें संगठन को समय- समय पर लगातार प्राप्त हो रही है जिससे कर्मियों में आक्रोश और डर है, परन्तु विभागीय उच्चाधिकारियों से बार-बार लिखित एवं मौखिक निवेदन के बाद भी कोई कठोरतम कार्यवाही नहीं किया जाना कई यक्षप्रश्न खड़ा कर रहा है। इनकी शिकायतें नीचे निम्नवत् है:
1. इनके द्वारा निजी हित में अक्टूबर 2017 से नगरीय प्राथमिक स्वा0 केन्द्र बेदुआ, बलिया का किराया रू0 7500/- से बढ़ाकर अनावश्यक रूप से रू0 15000/- कर दिया गया है जो सीधे दो गुना बढ़ोत्तरी है।
2. इनके द्वारा शहरी आशाओं के देयकों के भुगतान के बदले में अवैध धन वसूली की शिकायतें लगातार प्राप्त होती रहती है।
3. इनक द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी के आदेशों के बाद भी पूर्व मं तैनात कर्मचारियों डा० शिल्पा गुप्ता एवं श्री अरविन्द वर्मा के वर्षों पुराने देयकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
4. इनके खराब क्रिया कलापों व अवैध धन उगाही, मनमानी काम करने व जिलास्तरीय अधिकारियों की अवहेलना करने तथा लोकल राजनैतिक दबाव बनाने आदि प्रवृत्ति के कारण श्रीमान् मिशन निदेशक एनएचएम, उ0प्र0 के द्वारा अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति बलिया को कठोर कार्यवाही हेतु आदेश निर्गत किया गया है, परन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
5. इनके द्वारा शहरी आशाओं एवं ए0एन0एम0 की सेवा समाप्त करने व धमकाने एवं महिलाओं के साथ गलत आचरण की शिकायतें संगठन को लगातार प्राप्त हो रही है।
6. दिनांक 24.11.2018 को जिला स्वास्थ्य समिति के निर्णय के क्रम में दिनांक 13.12. 2018 को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में इनके खराब प्रगति एवं क्रिया कलापों के कारण, समिति के सचिव/ सीएमओ बलिया द्वारा सेवा समाप्त हेतु प्रस्तुत पत्रावली पर समिति के अध्यक्ष/ जिलाधिकारी बलिया द्वारा इनकी "सेवा समाप्ति की कार्यवाही की मंजूरी प्रदान नहीं किया जाना "यक्ष प्रश्न" खड़ा करते हुए इनके मनोबल को बढ़ावा दिया जाना प्रतीत हो रहा है। जिलाधिकारी बलिया द्वारा सुधरने का एक अवसर प्रदान किये जाने के चेतावनी पत्र के बाद भी इनके कार्य व व्यवहार में कोई सुधार परिलक्षित नहीं हो रही है।
7. इनके द्वारा राजकीय कार्यों में रूचि नहीं लेने एवं खराब व्यवहार के सम्बन्ध में इनके उच्चाधिकारियों श्री सुरेश कुमार, मण्डलीय अर्बन हेल्थ कन्सलटेन्ट एवं श्री अरविन्द कुमार वर्मा जिला शहरी स्वास्थ्य समन्वयक द्वारा वसूली करके जानबूझकर भुगतान नहीं करने, गुमराह करने कार्यालय में अनुपस्थित रहने एवं साजिश करने आदि की शिकायतें उच्चाधिकारोिं से बार-बार की जा चुकी है, परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
8. मुख्य चिकित्साधिकारी, बलिया द्वारा भी कई बार मिशन के कार्यक्रमों में खराब प्रगति के कारण चेतावनी पत्र जारी किया जा चुका है। परन्तु कोई परिवर्तन नहीं है।
9. इनके द्वारा अपने मूल कार्यों में रूचि नहीं लिया जाता है, और नहीं समय से जाता है, परन्तु ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के लेखा एवं वित्तीय कार्यों में अधिक रूचि पूरा किया ली जाती है, कारण यह है कि शहरी अरबन, स्वास्थ्य मिशन, बलिया का कार्यालय इनके द्वारा ग्रामीण अंचल ग्राम सभा तिखमपुर में चलाया जाता है। शहरी अरबन की संविदा महिला कर्मचारियों एवं आशाओं को ग्रामीण क्षेत्र में बुलाया जाता है, जो शासनादेश के विपरीत है। इनके द्वारा वेण्डरों के साथ मध्यस्थता की जाती है तथा अवैध कमीशन की बात की जाती है।
अध्यक्ष सत्या सिंह ने कहा की अगर जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी की तरफ से नीलेश वर्मा के खिलाफ कठोर कार्यवाही, एएनएम और आशाओं का आकरण रोका हुआ मानदेय तत्काल नहीं दिया जाता है तो महिला कर्मचारी एक बड़ा आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगी।