मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ क्षेत्र का किया हवाई सर्वेक्षण , बाढ़ पीड़ितों से मिलकर की राहत सामग्री वितरित
ए कुमार
गोरखपुर।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज गोरखपुर आगमन हुआ मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों बड़हलगंज सहजनवा सदर तहसील छेत्रो का दौरा कर राहत सामग्री वितरित की।
सीएम योगी ने सिद्धार्थनगर, बस्ती और संतकबीर नगर के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया। सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री का वितरण प्राथमिकता के साथ किया जाए और उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर राहत सामग्री का वितरण किया। कहा कि प्रतिवर्ष बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगों को अन्यत्र बसाने की कार्ययोजना बने।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धनघटा तहसील क्षेत्र में नदी तटबंध के उस पार रहने वाले लोगों को हर साल बाढ़ आपदा की स्थिति का सामना करने से बचाने के लिए इस पार सुरक्षित स्थान पर बसाने की कार्ययोजना बनाई जाए। शासन के अधिकारी इस पर गंभीरता से विचार करें। अक्टूबर माह में अप्रत्याशित बाढ़ के संकट से जनता को उबारने के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है और इसी के अनुरूप राहत व बचाव कार्य तेजी से आगे बढ़ाए जा रहे हैं। बाढ़ संकट की इस घड़ी में सरकार हर पीड़ित के साथ पूरी संवेदनशीलता व तत्परता से खड़ी है। प्रत्येक पीड़ित को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री द्वारा आज संतकबीरनगर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद धनघटा तहसील के छपरा मगर्वी में दिव्यांश पब्लिक स्कूल परिसर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद उनके बीच राहत सामग्री वितरित किया गया। सीएम योगी ने आश्वस्त किया कि आपदा के इस काल में केंद्र व राज्य सरकार हर पीड़ित व्यक्ति के साथ खड़ी है। बाढ़ पीड़ितों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न व अन्य सामग्री का वितरण कराया जा रहा है। कार्य में जनप्रतिनिधि व प्रशासन के लोग पूरी तत्परता से लगे हैं। निर्देश दिया गया है कि अगले 2 से 3 दिन के अंदर हर पीड़ित व्यक्ति तक राहत सामग्री व अन्य जरूरी सहायता उपलब्ध कराते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ से जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास या मकान बनवाने के लिए 1.20 लाख रुपये तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिन किसानों की फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं, सर्वे कराकर उन्हें हम 18 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से क्षतिपूर्ति देंगे। इसी तरह दुधारू पशु गाय, भैंस आदि के मरने पर 37500, बकरी, भेड़, सूअर के मरने पर 4000, गैर दुधारू पशु ऊंट, घोड़ा आदि के मरने पर 32000, बछड़ा, गधा, टट्टू आदि के मरने पर 20000 रुपये की दर से पशुपालकों को सहायता राशि दी जाएगी। मुर्गी पालकों को हुई क्षति पर प्रति मुर्गी 100 रुपये की दर से सहायता प्रदान की जाएगी।