गोद लिये हुए 2866 टीबी मरीजों मे से 1310 हुए ठीक
बलिया।।जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ० आनंद कुमार ने बताया कि देश से 2025 तक टीबी से मुक्त कराने की दिशा में हर दिन प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जिले में अब तक कुल 2866 मरीजों को गोद लिया गया है। इनमें से 1310 मरीजों का उपचार पूरा हो चुका है और 1556 का इलाज चल रहा है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि इन मरीज़ों में से 310 मरीज़ों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों चिकित्सकों, कर्मचारियों ने गोद लिया है। अन्य रोगियों को जिला/ ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों, कर्मचारियों एवं एनजीओ ने गोद लिया है। अभी हाल ही में 16 नवंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेरूआरबारी के चिकित्सक आरके श्रीवास्तव की ओर से तीन क्षय रोग से ग्रस्त मरीज़ों को गोद लिया गया।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि गोद लिए हुए टीबी मरीजों को लगातार पोषण आहार वितरित किया जा रहा है। समय-समय पर स्वयंसेवी संस्थाएं उनके घर पर जाकर उनका हौसला बढ़ाने के साथ यह भी जानकारी ले रही हैं कि वह पुष्टाहार और दवा का ठीक से सेवन कर रहे हैं या नहीं। इसके अलावा उनका उपचार पूरा होने तक टीबी के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी भी ली है।
उन्होंने कहा कि क्षय रोगियों को अपने परिजनों को अवश्य टीबी जांच कराने के लिए प्रेरित करें। सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें। इससे टीबी संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी। साथ ही प्रदूषण से भी बचाव हो सकेगा। स्वास्थ्य विभाग टीबी की जांच नि:शुल्क करता है। सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें। इससे टीबी संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही प्रदूषण से भी बचाव हो सकेगा।
जिले की स्थिति
जिला कार्यक्रम समन्वयक आशीष सिंह ने बताया कि जिले में इस समय 3162 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है। जिसमें से 82 एमडीआर टीबी के रोगी हैं| जनवरी 2022 से अब तक कुल 4842 टीबी रोगी नोटिफाई किये जा चुके हैं। 2018 से अभी तक निक्षय पोषण योजना में क्षय रोगियों को 2 करोड़ 86 लाख 76000 हजार का भुगतान डीबीटी के द्वारा किया जा चुका है।
क्या होता है क्षय रोग
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि दो सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना और भूंख न लगना टीबी के सामान्य लक्षण हैं।