खनन माफियाओ के लिये बलिया मे रात बनी दिन, धड़ल्ले से हो रही मिट्टी की ढुलाई
मधुसूदन सिंह
बलिया।। जनपद मे खनन माफियाओ का हौसला कितना बुलंद है, इसकी मिसाल रात भर शहरी मुहल्लों मे धड़धड़ाते हुए आने जाने वाली ट्रैक्टर ट्रालियो की आवाजों से समझा जा सकता है। यह आवाजे तब बढ़ने लगती है जब आम शहरी घरों मे सोने की तैयारी करता है।
कहने को योगी जी के राज मे अवैध खनन पर रोक है लेकिन बलिया मे सिर्फ दिन मे, रात मे तो इस पर कोई रोक है ही नही। रात मे अगर एक आम शहरी सड़क पर दिख जाय तो गस्त करने वाली बलिया पुलिस न जाने कितने सवाल कर देती है। लेकिन शोर मचाती हुई ट्रैक्टर बलिया शहर हो या तहसील मुख्यालय हो बेधड़क रातों मे सड़को पर फर्रुटा भरते हुए दिखायी ही नही देते है।
ऐसे मे यह कहने मे कोई गुरेज नही है कि इन खनन माफियाओ को प्रशासनिक संरक्षण न मिल रहा हो। रात के अँधेरे मे हमेशा काले धंधे ही होते है। अगर ये सही होते तो रात के अँधेरे मे नही बल्कि दिन के उजाले मे खनन की हुई मिट्टी या सफ़ेद बालू को सप्लाई देते। अब देखना है कि इस खबर के बाद इस गोरखधंधे पर बलिया पुलिस कब तक रोक लगाती है? आनंद नगर, टैगोर नगर, हरपुर, रामपुर, आवास विकास, बहादुरपुर, परिखरा मंडी के आसपास आदि क्षेत्रों मे यह धंधा जोरो पर है। रात को लोगों का सोना दुश्वार हो गया है।