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84 वर्षीय बेवा की जमीन को धोखे से कराया बैनामा, पुलिस अधीक्षक ने सीओ को सौपी जांच, बेवा को अब लग रहा है जानमाल का भी खतरा



मधुसूदन सिंह

बलिया।। अतीक अहमद का तो शारीरिक रूप से अंत हो गया लेकिन उसके द्वारा गरीबों मजलूमों असहायों की संपत्तियों पर कब्जा करने का जो तरीका ईजाद किया गया था, बलिया में उसका प्रयोग किया जाने लगा है। ऐसा ही  मामला उभाँव थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहाँ पानमती (लगभग 84 वर्ष ) नामक बेवा की जमीन को गांव के ही दो युवकों द्वारा धोखाधड़ी के द्वारा बैनामा करा लिया गया है। बेवा ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से मंगलवार को की है, जिसपर पुलिस अधीक्षक ने सीओ को जांच सौपी है। पुलिस अधीक्षक के इस आदेश से अकेली निराश्रित बेवा को इंसाफ मिलने की उम्मीद जाग उठी है। पानमती ने दोनों जालसाजो के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा क़ायम करने और इनके बैनामे को ख़ारिज कराने की अपील की है।

बता दे की पानमती(84) पत्नी स्व चन्दर ग्राम सोनाडीह थाना उभाँव जनपद बलिया की रहने वाली है। प्रार्थी का इकलौता पुत्र जो गुजरात की एक प्राइवेट फैक्ट्री में कार्य करता था, कार्य स्थल पर दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद माह जनवरी 2023 में गुजर गया। कम्पनी ने बेवा के खाते में सहयोगराशि के रूप में 2 लाख भेजा। इस बात को गाँधी के ही दो युवकों ने ज़ब सुना तो बुढ़िया की जमीन हड़पने की योजना बनाकर बुढ़िया को आर्थिक सहयोग खाते में दिलवाने के नाम पर रजिस्ट्रार के यहां ले जाकर इसके हिस्से की लगभग 0.055 हेक्टेयर जमीन का अपने पक्ष में बैनामा करा लिया। बेवा के खाते में आये दो लाख रूपये को ही स्वयं के द्वारा भेजा गया बताकर बैनामा करा लिया।



कहते है कि पाप और पेट छुपता नही है। यही हाल इस प्रकरण में भी हुआ है। बुढ़िया के हिस्से में सरसों और गेहूं की बुआई किये हुए इसके पट्टीदार ज़ब खेत में पानी चलाने गये तो फर्जी ढंग से बैनामा कराने वाले कृष्ण प्रताप यादव व प्रताप नारायण यादव पुत्रगण स्व रमाकांत यादव निवासी सोनाडीह थाना उभाँव ने पानी चलाने से रोक दिये और कहा कि पानमती के हिस्से की जमीन इन लोगों ने बैनामा करा लिया है। इसकी सूचना पर पानमती खेत पर पहुंची और बैनामा करने से इंकार किया गया तो दोनों वहां से खिसक लिये। इसके बाद इसकी जांच पड़ताल ज़ब तहसील में की गयीं तो धोखाधड़ी सामने आ गयीं।







जानकारी होते ही बेवा ने तत्काल तहसीलदार बेल्थरा रोड, उप जिलाधिकारी बेल्थरा रोड को लिखित आपत्ति देकर दोनों के नाम को भू अभिलेखों में चढने से रोकने की अपील की है। इसके साथ ही इनके द्वारा कराये गये बैनामे को ख़ारिज कराने के लिये माननीय न्यायालय सिविल जज (जूनियर डिवीज़न ) पश्चिमी बलिया के यहाँ वाद भी दाखिल किया गया है। साथ ही उभाँव थाने पर कृष्ण प्रताप यादव व नारायण प्रताप यादव के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने का आवेदन 7 अप्रैल 2023 को दिया गया। यहाँ सुनवाई न होने पर मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के दरबार में अर्जी लगायी।

पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच बैठाने और बेवा को न्याय का आश्वासन देने के बाद बेवा के चेहरे पर संतुष्टि के भाव नजर आये है। अब देखना यह है कि सीओ साहब इस प्रकरण को कितनी तेजी के साथ जांच करते है। क्योंकि बेवा ने उपरोक्त दोनों जालसाजों से अपने जानमाल को भी खतरा बताया है।


ऐसा ही मामला आया था नगरा में सामने

बता दे कि नगरा थाना क्षेत्र में एक नशेड़ी युवक की करोड़ों की संपत्ति को कुछ लोगों द्वारा लिखवा ली गयीं थी। परिजनों द्वारा ज़ब इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर से की गयीं तो श्री नैय्यर ने सीओ को जांच कर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस अधीक्षक के इस आदेश के बाद जालसाजो में हड़कंप मच गया और फर्जी तरीके से कराये गये बैनामा को छोड़ने के लिये लिखित रूप से माननीय न्यायालय में अर्जी दाखिल कर चुके है।