हिन्दी पत्रकारिता दिवस के 200 वे वर्ष पर हो वृहद आयोजन, डॉ अरुण सिंह गामा ने किया आह्वान, सनबीम स्कूल करेगा मेजबानी
हिन्दी पत्रकारिता दिवस के 200 वे वर्ष पर हो वृहद आयोजन, डॉ अरुण सिंह गामा ने किया आह्वान, सनबीम स्कूल करेगा मेजबानी
भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ ने किया पत्रकारों को सम्मानित
अगरसंडा स्थित सनबीम स्कूल के सभागार में हुआ भव्य आयोजन
संगठन के प्रांतीय मुख्य महासचिव ने दिया आश्वासन, पत्रकारों संग खड़ा रहेगा संगठन
शशिकांत ओझा
बलिया : पत्रकारों के हितों की लड़ाई मनोयोग से लड़ने वाला तथा पत्रकार के साथ सदैव खड़ा रहने वाला संगठन, भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की बलिया इकाई ने मंगलवार को हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया। आयोजन अगरसंडा स्थित सनबीम स्कूल के सभागार में हुआ। आयोजन में जिले के दर्जन भर अग्रणी पत्रकारों को प्रशस्तिपत्र और अंगवस्त्रम से सम्मानित भी किया गया।
हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में जिले के पत्रकारों के साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों ने पत्रकारिता को वर्तमान परिवेश में अहम भूमिका निभाने वाला बताया। इस दौरान पत्रकारों के समक्ष खड़ी होने वाली चुनौतियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान परिवेश में पत्रकारिता के क्षेत्र में शुद्ध रूप से अपना योगदान देने वाले पत्रकार अपने लेखनी के बदौलत जो निष्पक्ष न्याय दिलाने का कार्य करते हैं उसे भुलाया नहीं जा सकता।
वरिष्ठ पत्रकार विनय जी ने हिंदी पत्रकारिता के संघर्षों की कहानी को सबके सामने रखा। कहा कि 1826 में तब उदंत मार्तण्ड की शुरुआत पंडित युगल किशोर ने की थी, ज़ब या तो अंग्रेजी के अख़बार या क्षेत्रीय भाषा के अख़बारो का बोलबाला था।उस समय हिंदी में अख़बार निकालना, वो भी कोलकाता से एक मजबूत इच्छा शक्ति वाले व्यक्ति के ही वश क्यो बात थी। हिंदी को गैर भाषी क्षेत्र में स्थान दिलाने का पंडित युगल किशोर जी के सफल प्रयास की जितनी भी तारीफ की जाय कम होंगी।
वरिष्ठ पत्रकार अजीत ओझा ने पत्रकारों के बीच एकता पर बल दिया। कहा कि निरंकुश नौकरशाहों से आप अपनी कलम के साथ आज के दौर में अकेले संघर्ष नही कर सकते है। मै खुद निरंकुश नौकरशाही का पीड़ित आपके सामने हूं, जिसको आप लोगों की एकता ने ही जेल से बाहर निकाला। मेरा जनपद के सभी पत्रकार साथियों से अनुरोध है कि अपने व्यक्तिगत मतभेद होने पर भी एकता को कमजोर नही होने दे।
वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र मिश्र ने कहा कि एक जगह पत्रकारों को उपस्थित देखकर ख़ुशी हो रही है। ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन समय समय पर होते रहना चाहिए। श्री मिश्र ने आयोजक मधुसूदन सिंह और सनबीम स्कूल के निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह गामा को हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर संगोष्ठी आयोजित करने के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया। कहा कि आज के नये पत्रकारों के लिये समय समय पर प्रशिक्षण कार्यशालाओं का भी आयोजन होना चाहिये।
इस मौके पर गोष्ठी को संबोधित करते हुए सनबीम स्कूल के निदेशक डॉ कुंवर अरुण कुमार सिंह "गामा" ने कहा कि सच्ची पत्रकारिता करने वालों के समक्ष तमाम चुनौतियां आती हैं, इसके बावजूद वे निष्पक्ष होकर खबरों का निष्पादन करते हैं। ऐसे ही कलमकारों की बदौलत आज भी तानाशाही व्यवस्था चलाने में लोग डरते हैं। कहा कि पत्रकारिता में भी आज के परिवेश में गिरावट आई है लेकिन आज भी लोकतंत्र के चौथा स्तंभ कहलाने वाली पत्रकारिता पर ही लोगों को भरोसा है। कहा कि ज़ब 2026 में हिंदी पत्रकारिता के 200 वर्ष पूर्ण होंगे, उस वर्ष बलिया में एक भव्य आयोजन हो, जो पत्रकारिता के 200 वर्षो के सफऱ को वर्तमान पीढ़ी के समक्ष प्रस्तुत कर हिंदी पत्रकारिता के संघर्षो को चित्रित करें। सनबीम स्कूल इस आयोजन को करके अपने आपको गौरवान्वित महसूस करेगा।कहा कि आज चाहे जितना भी सोशल मीडिया या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का दौर चल रहा हो, आज भी लोग पूरी खबरों के लिये अख़बार का ही इंतजार करते है।
वरिष्ठ पत्रकार शशिकांत ओझा ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र को व्यवसाय का क्षेत्र बनाए जाने के कारण पत्रकारों के समक्ष चुनौतियां खड़ी हुई हैं। पत्रकार चाहकर भी निष्पक्ष पत्रकारिता करने में अपने को असहज महसूस कर रहा है। वावजूद इसके आज भी निष्पक्ष पत्रकारिता कम जरूर हुई है खत्म नही हुई है।
भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य संतोष शर्मा ने पत्रकारिता के दौरान ग्रामीण पत्रकारों के समक्ष आने वाली चुनौतियों और मुख्यालय स्तर के वरिष्ठ पत्रकारों से अपेक्षित सहयोग न मिलने पर अपनी नाराजगी जताई। कहा कि इस कमी को दूर करना बहुत जरुरी है। प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ सुनील कुमार ओझा ने आज के दौर के नवाकुर पत्रकारों को प्रशिक्षण देने के लिये कार्यशाला का आयोजन होना चाहिए।
कार्यक्रम के आयोजन और संगठन के प्रांतीय मुख्य महासचिव मधूसूदन सिंह ने सभी वक्ताओ के सुझावो पर अपनी सहमति जताते हुए आश्वासन दिया कि संगठन पत्रकारों के हितों में सदैव खड़ा रहेगा। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जिले भर से आए पत्रकारों को हिंदी पत्रकारिता दिवस पर अंगवस्त्रम व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से अशोक कुमार सिंह, मधुसूदन सिंह, राणा प्रताप सिंह, नरेन्द्र मिश्र, विनय कुमार, अजीत पाठक जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश राय, शब्बीर अहमद,संजीव सिंह, सुनील सेन, जमाल आलम, अजीत ओझा, संतोष कुमार शर्मा, डॉ. सुनील ओझा,विनोद गुप्ता,एजाज, दिनेश गुप्ता, नवल जी, विवेक पटेल आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता अशोक कुमार सिंह ने और संचालन रविप्रकाश सिन्हा ने किया।