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ऑपरेशन कनविक्शन बनेगा जघन्य 20 अपराधों को करने वाले अपराधियों के लिये काल



लखनऊ : उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए राज्य में 'ऑपरेशन कनविक्शन' चलाया जायेगा। यानी प्रदेश में जघन्य श्रेणी वाले अपराध करने वालों की अब खैर नही है। यूपी पुलिस अब उनको मात्र 30 दिनों में अंजाम तक पहुंचाने की योजना को अमली जामा पहनाने जा रही है।


इसके तहत हर जिले में पोक्सो, लूट, हत्या, बलात्कार, गोकशी और धर्मांतरण समेत 20 जघन्य अपराधों को चिन्हित किया जायेगा, जिसके बाद इन अपराधों की जल्द से जल्द विवेचना पूरी कर 30 दिन के अंदर कोर्ट से सजा दिलवाई जाएगी।  डीजीपी विजय कुमार ने इस ऑपरेशन कनविक्शन की शुरुआत कर दी है।





यूपी में अपराधियों के खिलाफ 'ऑपरेशन कनविक्शन' चलाया जायेगा

डीजीपी विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 'उत्तर प्रदेश में माफिया व अपराधियों के खिलाफ 2017 से ही जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत कार्रवाई हो रही है। इसी को और बल देते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने 'ऑपरेशन कनविक्शन' के नाम से नई कार्ययोजना शुरू की है। जिसका उद्देश्य शीघ्रता के साथ हर जिले में पॉक्सो, लूट, हत्या, बलात्कार, गौकशी, धर्मांतरण जैसे अपराधों में लिप्त अपराधियों को सजा दिलाना है।

हर जिले में 20-20 अपराधों की बनेगी सूची 

डीजीपी के मुताबिक, 'ऑपरेशन कनविक्शन' के तहत हर जिले में पॉक्सो, लूट, हत्या, बलात्कार, गौकशी, धर्मांतरण जैसे 20-20 अपराधों को चिन्हित करके जल्द से जल्द उनकी विवेचना पूरी करा चार्जशीट फाइल कराई जाएगी. जिसके तीन दिन बाद चार्ज फ्रेम कराकर 30 दिन में अंदर ट्रायल की कार्रवाई पूरी करा उन्हें सख्त सजा दिलवाई जायेगी।

गवाहों और परिवादियों को कोर्ट लाना थानेदार की जिम्मेदारी 

डीजीपी विजय कुमार ने कहा है कि 'गवाहों और परिवादियों को समय से कोर्ट में पेश करने की जिम्मेदारी संबंधित थाने के थाना प्रभारी और कमिश्नरेट जनपद प्रभारी की होगी।इसके अलावा हर जिले में एक मॉनिटरिंग सेल भी गठित की जाएगी, जिसमें रोजाना प्रभारी ऐसे अभियोगों की समीक्षा करेगी और पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करेगा।