एक से 31 जुलाई तक चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान,17 से 31जुलाई तक चलेगा दस्तक अभियान
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई जिला टास्क फोर्स की बैठक
क्षय रोग, कुष्ठ रोग, कालाजार एवं फाइलेरिया के लक्षणयुक्त मरीजों की पहचान पर भी रहेगा ज़ोर
बलिया।।जनपद मे स्वास्थ्य विभाग एक जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण माह और इसी बीच 17 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाएगा। इसको लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह महत्वपूर्ण अभियान चलाया जायेगा, जिसमें हर विभाग का सहयोग अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य योजना जल्द से जल्द तैयार कर ली जाए साथ ही इस अभियान को सफल बनाने में हर विभाग अपना सहयोग प्रदान करें, जिससे संचारी रोगों पर नियंत्रण पाया जा सके।
वेक्टर बॉर्न के नोडल अधिकारी डॉ. अभिषेक मिश्रा ने बताया कि इस अभियान में संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार आदि के साथ ही क्षय रोग, कुष्ठ रोग, कालाजार एवं फाइलेरिया के लक्षणयुक्त मरीजों को भी चिन्हित करने पर जोर रहेगा। उन्होंने बताया कि 17 से 31 जुलाई तक संचारी रोगों की रोकथाम के लिए चलने वाले दस्तक अभियान में आशा कार्यकर्त्ता और आगंनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि संचारी रोगों के प्रति जागरूक करेंगी। इसके साथ ही लक्षणयुक्त व्यक्तियों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर सहित संपूर्ण विवरण ई- कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगे। इनमे बुखार के रोगियों की सूची, आई एल आई (इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस) रोगियों की सूची, क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची, कुष्ठ रोग तथा फाइलेरिया एवं कालाजार रोगों के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूची, कुपोषित बच्चों की सूची शामिल होगी । साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो सूची तैयार कर एएनएम को उपलब्ध कराएंगी।
इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास, पंचायती राज, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांग जन कल्याण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, उद्यान विभाग, सहित अन्य विभाग समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने बताया कि पिछला संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलाया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से 5,95,316 घरों का सर्वेक्षण, 2017 सामुदायिक बैठकें, 1391 रैली निकाली गईं। इन घरों मे 858 बुखार रोगी मिले जिसमें से 798 लोगों की मलेरिया जांच की गयी। जांच में कोई भी मलेरिया धनात्मक नहीं पाया गया। 20,488 जल पात्रों को देखा गया इसमें 968 जल पात्रों में लार्वा मिले जिनका विनष्ठीकरण किया गया। पंचायती राज विभाग की ओर से 5077 स्थानों पर नालियों की सफाई करायी गयी। साथ ही 6357 स्थानों पर झाड़ियों की कटाई कराई गई। ग्राम प्रधानों की ओर से 1695 बैठकें कर लोगों को जागरूक किया गया। 2136 उथले हैंडपंपों को चिन्हित कर उसका पानी न पीने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 2572 नोडल अध्यापकों को संवेदीकृत कर 2572 छात्र-छात्राओं के बीच जन जागरूकता गोष्ठियां कराई गई एवं 2572 प्रार्थना सभाओं में संचारी रोगों के प्रति छात्रों को जागरूक किया गया। माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से 123 स्कूल रैलियां आयोजित की गई एवं 123 चित्रकला प्रतियोगिता की गई। बाल विकास पुष्टाहार विभाग की ओर से 62 अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया एवं उसमें से 19 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में संदर्भित किया गया। पशुपालन विभाग की ओर से 307 पशुपालकों को संचारी रोगों के बारे में जागरूक किया गया एवं 307 पंपलेट वितरित किए गए। सिंचाई विभाग की ओर से एक माइनर की सफाई कराई गई। नगर विकास विभाग की ओर से 339 वार्ड वार फागिंग कराई गई एवं 2205 नालियों की सफाई करायी गयी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जयन्त कुमार, एवं संबंधित विभाग के अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।