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एक कदम सुपोषण की ओर अभियान 7 जून से,गर्भवती, धात्री महिलाओं व सैम बच्चों पर रहेगा विशेष फोकस




●6 जुलाई तक चलेगा अभियान

 बलिया।।एक कदम सुरक्षित मातृत्व अभियान को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० जयन्त कुमार ने बताया कि मातृ एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत “एक कदम सुपोषण की ओर” अभियान बुधवार (सात जून) से छह जुलाई तक चलाया जाएगा।



इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिला तक आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम एवं एल्बेंडाजोल की उपलब्धता व सेवन एवं प्रत्येक गंभीर तीव्र अतिकुपोषित (सैम) बच्चों तक  फोलिक एसिड, आईएफए सिरप, एल्बेन्डाजोल विटामिन ए एवं मल्टीविटामिन की उपलब्धता व सेवन शतप्रतिशत सुनिश्चित कराया जाएगा।अभियान के माध्यम से सप्लाई चेन को सुदृढ करते हुए प्रत्येक लाभार्थी तक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने के साथ -साथ इनके सेवन के लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही लक्ष्य के अनुसार पोषण संबधी जानकारी व परामर्श दिया जाएगा।





 बताया की गर्भावस्था व प्रसवोपरांत महिलाओं एवं पांच साल से कम उम्र के बच्चों को बेहतर पोषण की आवश्यकता होती है। मातृ एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अतंर्गत भोजन संबधी सलाह के साथ-साथ सूक्ष्म पोषक तत्व दिए जाते हैं। इससे महिलाओं एवं बच्चों का स्वास्थ उत्तम रहे एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से होने वाली बीमारियों से दोनों को बचाया जा सके। उन्होंने बताया की वर्ष 2015-16 के मुकाबले 2020-21 के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण संबधित संकेतकों में कुछ सुधार देखने को मिले हैं। आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में मात्र 22.3 प्रतिशत गर्भवती ने 100 दिन और 9.7 प्रतिशत गर्भवती ने 180 दिनों तक आयरन की गोलियों का सेवन किया है। इसी कारण से 45.9 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में एनीमिया पाया गया है। वहीं प्रदेश मे पांच साल से कम उम्र के 17.3 प्रतिशत बच्चों में दुबलापन के शिकार हैं तथा 7.3 प्रतिशत बच्चे सैम से ग्रसित है।


उन्होंने बताया की अभियान में सभी गर्भवती एवं धात्री महिलाएं एवं सैम बच्चों पर पूरा फोकस रहेगा।  समस्त ब्लॉक ग्रामीण एवं जनपद स्तर पर शहरी क्षेत्र में अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। समस्त स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी, आईपीडी मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस,  स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी), यूएचएसएनडी सत्र के माध्यम से जन जागरूकता एवं आवश्यक दवाओं के वितरण के साथ साथ समग्र स्वास्थ्य पोषण सेवाओं पर ध्यान दिया जाएगा।इस कार्यशाला मे अपर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी ,अधीक्षक/ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, बाल विकास परियोजना अधिकारी बीपीएम/बी सी पीएम आदि मौजूद रहे।