भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की सम्मान व चिंतक बैठक में बोले डॉ दिनेश शर्मा - पत्रकारों के वाहनों को मिले टोल प्लाजा पर निःशुल्क एंट्री, पत्रकार सम्मान निधि मिले, का भी किया समर्थन
मधुसूदन सिंह
लखनऊ।। राजधानी के गांधी भवन प्रेक्षागृह, संग्रहालय सभागार में भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ उत्तर प्रदेश इकाई की प्रान्तीय कार्यसमिति में पत्रकारिता के उन्नयन को लेकर परिचर्चा एवं चिन्तन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ बापू की प्रतिमा पर सभी अतिथियों द्वारा माल्यार्पण करने के बाद हुआ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ दिनेश शर्मा पूर्व उप मुख्यमंत्री, अति विशिष्ट अतिथि गण श्री यशवंत सिंह पूर्व मंत्री व सदस्य विधान परिषद, श्री उमेश द्विवेदी जी सदस्य विधान परिषद व अध्यक्ष दैवी आपदा प्रबंधन समिति, श्री सुरेन्द्र चौधरी सदस्य विधान परिषद रहे।अध्यक्षता श्री मुनेश्वर मिश्र राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा की गयी। संचालन मधुसूदन सिंह प्रांतीय मुख्य महासचिव ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं एमएलसी डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ मौलिक अधिकारों की संरक्षा में मीडिया का योगदान सदैव अप्रतिम रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के द्वारा सम-सामयिक सामाजिक एवं राष्ट्रीय परिवेश को सुदृढ़ बनाने में अपने लेखन व चिन्तन से दिशाबोधक भूमिका का भी निर्वहन सफलतापूर्वक हो रहा है। डा. दिनेश शर्मा ने पत्रकारों से मौजूदा समय में राष्ट्र के नवनिर्माण में रचनात्मक लेखन शैली को धार दिये जाने का आहवान किया।
अपने सम्बोधन में डॉ दिनेश शर्मा ने भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ द्वारा दिये गये 9 सूत्रीय ज्ञापन के मांगो का समर्थन करते हुए कहा कि पत्रकारों को टोल टैक्स पर वाहन शुल्क में छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही जिन पत्रकारों ने सुरक्षा के लिये असलहो का आवेदन किया हो, उनको मिलना चाहिए। डॉ शर्मा ने कहा कि मुझे यह देखकर दुख होता है कि बड़े अखबारों में छोटे पत्रकारों द्वारा कही गयी अच्छी बातों को नही छापा जा रहा है।
डॉ शर्मा ने कबूतर और बहेलिया के जाल का उदाहरण देते हुए छोटे अखबारों के पत्रकारों को प्रेरित करते हुए कहा कि सभी लोग उन जरुरी खबरों को जो बड़े अखबारों द्वारा नही छापा जाता है, एक जुटता के साथ प्रकाशित करके एक साथ कबूतरों द्वारा जाल लेकर उड़ जाने वाली कहानी को चरितार्थ कर दीजिये। अगर आप ऐसा करने में सफल हो गये तो मजबूरन बड़े अखबारों को भी आपके द्वारा छापी गयी जनहित की खबरों को प्रकाशित करना पड़ेगा। तब लोग कहने लगेंगे कि छोटे अखबार व पत्रकार मीडिया को ले उड़े है।
डॉ शर्मा ने रावण और हनुमान जी का उदाहरण देकर विद्वान और विद्यावन के अंतर को समझाते हुए पत्रकारों को विद्यावन बनने की सलाह दी । डॉ शर्मा ने कहा कि रावण विद्वान था, उसे चारों वेद, पुराण, कर्मकांड सभी कंठस्थ थे। लेकिन रावण ने अपने ज्ञान का उपयोग नकारात्मक कार्यों में लगाया, जिसके कारण उसका सारा ज्ञान व्यर्थ गया। वही हनुमान जी विद्यावन होते भी सदा सकारात्मक कार्यों पर अपने ज्ञान का प्रयोग किया। इसी कारण हनुमान जी को अमरत्व मिला। कहा कि पत्रकारों को भी अपने ज्ञान का नकारात्मक कार्यों में नही बल्कि सकारात्मक कार्यों में लगा कर खबरों का प्रकाशन करना चाहिए।
नेकी कर सोशल मीडिया में डाल
डॉ शर्मा ने आजकल समाजसेवा के नाम पर किये गये कार्यों को अत्यधिक प्रचारित करने के ट्रेंड पर भी कटाक्ष किया। कहा कि पहले कहावत होती थी कि नेकी कर दरिया में डाल। समय बदला और यह मुहावरा भी बदल कर नेकी कर अखबारों/ न्यूज चैनल्स में डाल हो गया। लेकिन अब फिर इसमें बदलाव हुआ है और यह नेकी कर सोशल मीडिया में डाल हो गया।
डॉ शर्मा ने पत्रकारों से सकारात्मक खबरों को ज्यादे से ज्यादे प्रकाशित करने का आह्वान किया। डॉ शर्मा ने कहा कि मुझे छोटे पत्रकारों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में जो सीख मिलती है, वह मेरे विचारों की शुद्धता को और बढ़ा देती है। मुझे पत्रकारों के साथ बैठने में आनंद की अनुभूति होती है।
घायल होने के बाद भी कार्यक्रम में हुए शामिल
बता दे डॉ दिनेश शर्मा जी आज अपने घर पर फिसल गये जिससे इनके बाये हाथ में गंभीर चोट लगी है। चोट के बावजूद मात्र फर्स्ट ऐड लेकर डॉ शर्मा न सिर्फ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए बल्कि घंटो बैठकर पत्रकारों की समस्याओ को सुने और महासंघ के लगभग दो दर्जन सक्रिय पदाधिकारियों व सदस्यों को सम्मानित भी किये। यही नही डॉ शर्मा ने अपने बंगाल दौरे में पत्रकारों द्वारा मिले सहयोग वाले किस्से को भी शेयर किया।
विशिष्ट अतिथि शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी ने कहा कि भारतीय पत्रकारिता का आजादी के आन्दोलन से लेकर आज तक देश की मजबूती तथा समृद्धिशाली विकास में गौरवशाली योगदान रहा है। एमएलसी उमेश द्विवेदी ने पत्रकारों के साहस तथा धैर्य की भी सराहना करते हुए भारतीय संस्कृति तथा राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने में अपने सर्वश्रेष्ठ समर्पण का भी आहवान किया। विशिष्ट अतिथि एमएलसी सुरेन्द्र चौधरी ने भी पत्रकारों की निर्भीकता तथा निर्माण के क्षेत्र में सकारात्मक चिंतन की सराहना की।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेश्वर मिश्र व राष्ट्रीय संयोजक डा. भगवान प्रसाद उपाध्याय तथा प्रान्तीय अध्यक्ष प्रभाशंकर ओझा एवं आयोजन समिति के प्रभारी प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने डा. दिनेश शर्मा व शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के रक्षा अध्ययन विभागाध्यक्ष डॉ. ओपी शुक्ला एवं भौतिकी के प्रो. डॉ. महेन्द्र कुमार, रूरल बार एसोशिएसन के राष्ट्रीय महासचिव अनिल त्रिपाठी महेश, पूर्व मंत्री यशवन्त सिंह, उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आनन्द त्रिपाठी तथा समाजसेवी सुधीर मिश्र को प्रशस्ति पत्र एवं अभिनन्दन पत्र प्रदान कर सारस्वत सम्मान से नवाजा गया।
परिचर्चा कार्यक्रम में राष्ट्रीय मुख्य महासचिव मथुरा प्रसाद धुरिया एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनन्तराम पाण्डेय तथा प्रान्तीय सरंक्षक रामचंद्र राय ने पत्रकार सुरक्षा एवं कल्याणकारी योजनाओं को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित प्रस्ताव रखा। जिसका जिला इकाई के अध्यक्षों ने सर्वसम्मत अनुमोदन किया। पारित प्रस्तावों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखे जाने हेतु पूर्व उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा व एमएलसी उमेश द्विवेदी को सौंपा गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेश्वर मिश्र ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में पत्रकारिता की दशा एवं दिशा पर प्रकाश डालते हुए सरकार से मीडिया के संवर्धन पर जोर दिया। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय संयोजक डा. भगवान प्रसाद उपाध्याय ने महासंघ के द्वारा पत्रकारों के उत्पीड़न तथा उनके हित संवर्धन को लेकर देशव्यापी अभियान पर प्रकाश डाला। डा. भगवान प्रसाद ने पत्रकारिता क्षेत्र को जोखिम से बचाने के लिए सरकारी ठोस प्रयासों के साथ सामाजिक संरक्षण की भी आवश्यकता को अपरिहार्य ठहराया।
कार्यक्रम का संचालन प्रान्तीय मुख्य महासचिव मधुसूदन सिंह ने किया। प्रारम्भ में परिचर्चा के उददेश्य का विषय प्रवर्तन रखते हुए प्रान्तीय उपाध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम को पवनेश कुमार पवन, , अनुराग द्विवेदी, शमशाद अली , प्रताप सिंह , रुद्र मणि द्विवेदी , श्री कृष्ण पाण्डेय , हौंसला प्रसाद प्रांतीय कोषाध्यक्ष , मो. कलीम खॉन, कृष्ण मणि शुक्ल , पंकज गुप्ता , प्रदीप सिंह , डॉ राम लखन चौरसिया , राकेश मालवीय , चंद्रशेखर तिवारी, विनोद सिंह, सुरेन्द्र तिवारी सागर, बाबा नरेन्द्र ओझा, शशिकांत ओझा, रविप्रकाश आदि ने भी संबोधित किया। आभार प्रदर्शन महासंघ के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव मथुरा प्रसाद धुरिया ने किया।
माननीय मुख्य मंत्री जी को प्रेषित 9 सूत्रीय ज्ञापन
1- उत्तरप्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा के लिये पत्रकार सुरक्षा क़ानून लागू की जय।
2- प्रदेश के समस्त जनपदों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली जिला प्रेस स्थायी समिति में महासंघ को भी प्रतिनिधित्व दिया जाय।
3- भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ को प्रदेश स्तरीय विज्ञापन / मान्यता समितियों में प्रतिनिधित्व दिया जाय।
4- उत्तरप्रदेश के पत्रकारों को जीवन निर्वाह भत्ता दिये जाने के संबंध में नियम व शर्तो को सरल किया जाय।
5- प्रदेश के सभी तहसील मुख्यालयों पर सुविधायुक्त पत्रकार भवन (सभागार /पुस्तकालय /वाचनालय /कंप्यूटर कक्ष / अतिथि कक्ष युक्त )का निर्माण कराया जाय।
6- उत्तरप्रदेश की प्रेस मान्यता नियमावली सरल की जाय।
7- उत्तरप्रदेश के समस्त पत्रकारों को निःशुल्क परिवहन सुविधा दी जाय।
8- पत्रकारों को भी किसान सम्मान निधि की तर्ज पर पत्रकार सम्मान निधि दिया जाय।
9- सभी टोल प्लाजा पर पत्रकारों के वाहनों को टोल फ्री किया जाय, या टोल फ्री पास निर्गत किया जाय।