मलेरिया रोधी माह को और प्रभावी बनाने में जुटा स्वास्थ्य विभाग, लोगों को किया जा रहा जागरूक
- मच्छर पनपने वाले स्रोतों का हो रहा निस्तारण
- जल जमाव होगा जहां, मच्छर पैदा होंगे वहां
बलिया।।जिले में संचालित मलेरिया रोधी माह के तहत जलजमाव वाले स्थलों और नालियों में कीटनाशक दवा का छिड़काव और मच्छरों के लार्वा को खत्म करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। यह जानकारी जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) सुनील कुमार यादव ने दी।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि रोस्टर बनाकर नगर पालिका के सहयोग से शहरी क्षेत्र में नालियों की सफाई, एंटी लार्वा का छिड़काव, जलजमाव वाले पात्रों का निस्तारण किया जा रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य जागरूकता के लिए टीम पोस्टर, हैंडबिल आदि के माध्यम से समुदाय में प्रचार-प्रसार कर रही हैं ।
उन्होंने बताया कि अभी तक 2209 जल जमाव वाले पात्रों (कूलर, फ्रीज़, गमले, मिट्टी पात्र, टायर आदि) में एकत्रित जल का निस्तारण किया जा चुका है। एक जनवरी से अब तक जिले मे 41459 बुखार पीड़ितों की मलेरिया जांच की गयी। जिसमें एक व्यक्ति मलेरिया धनात्मक पाया गया।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग के सहयोग से जलजमाव वाले स्थलों से जल का निस्तारण, नालियों की सफाई एवं नालियों मे लार्वीसाइड का छिड़काव कराया जा रहा है। वर्षा तथा दूषित जल से होने वाले बीमारियों से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पीने का पानी उबालकर प्रयोग में लाने की सलाह दी जा रही है। इस अभियान के दौरान सभी प्राथमिक / सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मलेरिया एवं वेक्टर जनित बीमारियों के रोकथाम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों एवं आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने अपील की है कि मलेरिया के बचाव के लिए अपने आसपास व घरों में साफ-सफाई रखें, कूलर के पानी की सप्ताह में एक बार सफाई करे, पूरी आस्तीन के कपड़े पहने, घर में मौजूद पुराने बर्तनों, टायरों एवं खाली गमलों इत्यादि में पानी जमा न होने दे, मच्छरदानी का उपयोग करे, पूरे आस्तीन का कपड़ा पहने, मच्छरों से बचने के लिए पूरा प्रबंध करे। कोई भी बुखार मलेरिया बुखार हो सकता है अतः बुखार की स्थिति में तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच व इलाज़ कराएं एवं अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें।