योग हमें शिक्षा के साथ ही संस्कारवान बनाता है-डॉ सुनील ओझा
दूबेछपरा बलिया।।राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबे छपरा, बलिया द्वारा आज दिनांक 21/06/2023 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया गया। सर्वप्रथम सभी स्वयंसेवियों, छात्र छात्राएं, शिक्षक और कर्मचारियों ने राष्ट्रगान का गायन किया।इसके बाद योगाभ्यास व प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। महाविद्यालय के भूगोल विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार ओझा ने सभी छात्र छात्राओं को शारीरिक योगाभ्यास कराया।
योग पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि योग हमें शिक्षा के साथ ही संस्कारवान बनाता है ,इसलिए इसे सभी को करना चाहिए।डॉ ओझा ने बताया कि व्यावहारिक दृष्टि से योग आज वैश्विक पहचान का मोहताज नहीं है और कि कमोवेश सम्पूर्ण विश्व 21 जून के दिन को 'विश्व योग दिवस'के रूप में मनाते हुए दैनिक जीवन में योग की महती उपादेयता को उन्मुक्त कंठ से स्वीकार्य करता है।कदाचित पुरातन भारतीय साधना और ध्यान की इस परंपरा को वैश्विक स्तर पर मान्यता ही इसके महत्त्व को चरितार्थ करती है।संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 14 दिसंबर 2014 को प्रतिवर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता देना कदाचित भारत की उस प्राचीन परंपरा और साधनाशैली को स्वीकार करने जैसा है जिसका अनुशीलन 1893 में शिकागो में स्वामी विवेकानंद द्वारा विश्व धर्म सभा में पूरे विश्व को करने का उपदेश दिया गया था।यह भारतीय जीवनमूल्यों को मान्यता देने जैसा भी है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी संजय मिश्र ने कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुआ सभी उपस्थितों को प्राणायाम यथा भस्त्रिका , कपालभाति, बाह्य प्राणायाम,अनुलोम/विलोम, भ्रामरी तथा ओंकार जप का अभ्यास कराया। साथ ही योग पर विचार रखते हुए महर्षि पतंजलि के अष्टांग योग पर प्रकाश डाला।इन्होंने कहा कि योग करने से हमारे मन ,मस्तिष्क और शरीर का संतुलित विकास होता है। योग हमारे उत्तम स्वास्थ्य का निःशुल्क और धर्मनिरपेक्ष उपाय है, इसे सभी युवा अवश्य अपनाएं। इस कार्यक्रम में छात्र छात्राओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। प्राचार्य प्रो गौरी शंकर द्विवेदी के आशीर्वचन से कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर परमानंद पाण्डेय, ओमप्रकाश सिंह, अक्षय लाल ,शिवजी तिवारी, विजय यादव तथा रवींद्र ठाकुर इत्यादि उपस्थित रहे।