थाना उभाँव बना मात्र एफआईआर दर्ज करने वाला पुलिस स्टेशन, नही दिलचस्पी गिरफ्तारी में
उच्चाधिकारीयों के हस्तक्षेप से ही दर्ज हो पा रहे है मुक़दमे
बलिया।। जिस तरह से जिला अस्पताल की ख्याति बड़े रोगों में रेफरल हॉस्पिटल की है, ठीक वैसे ही वर्तमान प्रभारी निरीक्षक उभाँव के कार्यकाल में थाने की ख्याति सिर्फ मुकदमा लिखने वाले थाने के रूप में बनती जा रही है। मुकदमा भी बिना उच्चाधिकारीयों के हस्तक्षेप के लिख जाये, बड़ी बात होंगी। मुकदमा दर्ज करने के बाद थाना प्रभारी रिलेक्स मूड में आ जाते है, गिरफ्तारी भी तब तक नही होंगी, ज़ब तक ऊपर से दबाव न पड़े। अलमस्त तरीके से थाने को चलाने के बाद भी अपने उच्चे राजनैतिक रसूख के बल पर उच्चाधिकारीयों के कोपभाजन होने से बच जाते है। नये पुलिस अधीक्षक के आने के बाद दर्ज दो मुक़दमे जिसमे हरिजन एक्ट की धारा भी लगी हुई है, एक भी आरोपी गिरफ्तार नही हो पाया है। आपको सुनने में अटपटा जरूर लगेगा लेकिन सच है,23 दिन पूर्व तहरीर के मिलने के बाद आज मुकदमा दर्ज हुआ है। यह मुकदमा भी सरकारी संपत्ति को नुकसान करने से संबंधित था।
बता दे कि उभांव थाना के हल्दीरामपुर गांव स्थित नगरपंचायत के एमआरएफ सेंटर (कूड़ा निस्तारण केंद्र) को फूंकने की घटना के 23 दिन बाद शनिवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने यह कार्रवाई उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद नगरपंचायत के सफाई नायक मनोज कुमार के लिखित तहरीर पर किया है।मामले में गांव के पूर्व प्रधान राजाराम राजभर, रामाश्रय राजभर, बिंदु देवी, रणजीत समेत पांच नामजद और चार अज्ञात के खिलाफ सरकारी कर्मचारी से मारपीट करने और एमआरएफ सेंटर जलाने को लेकर गंभीर आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
नगरपंचायत प्रशासन ने कार्रवाई को सही ठहराया है लेकिन विलंब से हुए मुकदमा पर अफसोस जताया। घटना 31 मई की है लेकिन ईओ और नप चेयरमैन के गैर जनपद में होने के कारण मामले में आठ दिन बाद ही पुलिस को तहरीर दिया गया था लेकिन पुलिस मामले की जांच में लगभग 24 दिन तक उलझी रही।नगरपंचायत चेयरमैन रेनू गुप्ता ने बताया कि नगरपंचायत की संपत्ति को कुछ लोगो द्वारा दबंगई के बल पर क्षति पहुंचाया गया है। एमआरएफ सेंटर में मौजूद लाखों के कूड़े धूं धूंकर जल गए है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सफाई नायक मनोज कुमार ने बताया कि घटना विगत 31 मई की है। दबंगों द्वारा एमआरएफ सेंटर में कूड़ा डालने का पहले विरोध किया गया और फिर एमआरएफ सेंटर को जला दिया गया।
दूसरी घटना यह है, इसमें दो एफआईआर दर्ज है
बलिया 27 जून 2023।। जनपद की उभाँव पुलिस अपराधियों के खिलाफ कितनी दरियादिल है, इसका नजारा मंगलवार को रात 8 बजे देखने को मिला है। बदमाशों ने लोहे रॉड से मार मार कर एक युवक को अधमरा कर दिया है। बता दे कि इन्ही बदमाशों ने इस युवक के पिता को भी एक सप्ताह पूर्व मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया था, जो जीवन मृत्यु के बीच अस्पताल में झूल रहे है। धन्य है उभाँव पुलिस जिसने लिखित तहरीर के बाद अपराधियों को गिरफ्तार करना भी जरुरी नही समझा, नतीजन इन लोगों ने आज फिर घटना को अंजाम दे दिया। थाना प्रभारी की आरोपियों संग नजदीकियों की खूब चर्चा बेल्थरा बाजार में हो रही है।
सूच्य हो कि क्षेत्र के तरछापार में एक सप्ताह पूर्व दरवाजे पर सोये 75 वर्षीय वृद्ध दुर्ग विजय सिंह पर 11 बजे रात में राड से जानलेवा हमला के बाद भी दबंगो पर उभांव पुलिस ने कोई कारवाई नही की।वृद्ध को 18 टाके लगने के बाद जीवन और मौत से जूझ रहे है। पुलिसिया कार्यवाही न होने से दबंगो का मनोबल इतना बढ़ गया कि मंगलवार की रात्रि 8 बजे वृद्ध के पुत्र उपेन्द्र सिंह को भी मधुबन ढाला पर राड मारकर अधमरा कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार मंगलवार शाम को हमलावरों द्वारा पुनः घटना को अंजाम देने के बाद और नामजद तहरीर के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही न करने से उभाँव पुलिस कटघरे में खड़ी हो रही है। सूत्रों की माने तो आरोपियों का थाने में उठना बैठना होता है, नवागत पुलिस अधीक्षक को इस बात की भी जांच करानी चाहिए । अब देखना है नये कप्तान के आने पर आरोपियों को उभाँव पुलिस पकड़ती है या फिर किसी अन्य को लहूलुहान करने के लिये आजाद घूमने देती है।