योगी जी देखिये भ्रष्टाचार की सारी हदे हुई पार : देखिये एसीओ मनोज पांडेय और लेखपाल अजय यादव की करतूत, रोती बिलखती महिलाओ का क्या है कसूर
बेल्थरा रोड बलिया।। औराई खुर्द तहसील बेल्थरारोड के मूल निवासी लेकिन अब मऊ जनपद निवासी एसीओ मनोज पांडेय ने चकबंदी में भ्रष्टाचार की हदे पार कर दी है। इनका बखूबी साथ लेखपाल अजय यादव द्वारा निभाया जा रहा है। एसीओ मनोज पांडेय और लेखपाल अजय यादव ने चकबंदी के नाम पर इतनी लुटखसोट मचा दी है कि आज रोटी बिलखती महिलाओं ने पत्थर नसब के दौरान प्रदर्शन किया। बता दे कि पहली बार की पोस्टिंग में भी मनोज पांडेय ने खूब गुल खिलाये थे और दुबारा ज़ब चकबंदी शुरू हुई तो इन्होंने ऊपरी जुगाड़ से दुबारा अपने गृह तहसील में ही पोस्टिंग करा ली। एक तरफ कहा जा रहा है कि योगी सरकार में भ्रष्टाचार पर जीरो टोरलेंस की नीति अपनायी जा रही है लेकिन लगता है भ्रष्टाचार की हदों को पार कर चुके मनोज पांडेय और अजय यादव पर लागू नही होती है। इन दोनों की ऊपरी पहुंच इतनी है कि योगी जी की नीति से भी साफ बच जा रहे है। अब देखना है कि क्या उच्चाधिकारी इनके द्वारा बनाये गये चकबंदी आदेश को निरस्त कर फिर से चकबंदी कराएंगे, यह यक्ष प्रश्न है।
बिल्थरारोड तहसील का चकबन्दी विभाग पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। पिपरौली बड़ागांव में काश्तकारों का खेत इधर उधर करके सम्बंधित एसीओ और लेखपाल द्वारा जमकर धन उगाही करने पर पीड़ित काश्तकारों महिला व पुरुषों ने सोमवार को सम्बंधित लेखपाल अजय यादव और एसीओ मनोज पांडेय के खिलाफ नारेबाजी किया। बता दे कि तहसील के पिपरौली बड़ागांव गांव के ग्रामीणों ने चकबंदी लेखपाल अजय यादव और एसीओ मनोज पांडेय द्वारा बड़े काश्तकारों का खेत नजदीक करने व गरीब व छोटे काश्तकारों का खेत दूर ताल में इधर उधर करने पर सैकड़ो की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने गांव पर चक का पत्थर नसब करने पहुचे लेखपाल व अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ जमकर हंगामा किया और पीड़ित महिलाए रोती दिखी। उनका कहना है कि लेखपाल अजय यादव और एसीओ मनोज पांडेय दूसरे धनी काश्तकारों से रुपये लेकर हम लोग का खेत पर उनका चक काट दिए है और खेत को चकाउट बना दिया गया है। हम लोग का खेत का नम्बर ताल में कर दिए है जिसे हम लोग 50 वर्ष से बोते आये है। ग्रामीणों का कहना है कि चकबन्दी में बिना सहमति के खेत इधर उधर नही किया जा सकता है। लेकिन ये लेखपाल और अधिकारी नियम की जमकर धज्जियाँ उड़ाए है। चकाबंदी सीओ से बार बार शिकायत करने के बाद भी नजरंदाज कर दिया जा रहा है। बार बार मिल रही काश्तकारों की शिकायत के बाद भी सम्बंधित आला अधिकारी भी मौन साधे हुए है। जिससे प्रदेश सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। जिलाधिकारी व अन्य सम्बंधित अधिकारियों द्वारा ऐसे चकबन्दी अधिकारी और कर्मचारियों पर कोई करवाई नही होने से अपनी फरियाद को लेकर दर दर भटकना पड़ रहा है।
लेखपाल अजय यादव द्वार खेत इधर उधर करने पर रोती पीड़ित महिलाएं
एसीओ मनोज पांडेय के खिलाफ हुई शिकायत वाला पत्र