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एक समान शिक्षा के लिये राधेश्याम यादव ने हथकड़ी पहनकर और हाथों में कटोरा लेकर निकाली भिक्षा नही शिक्षा चाहिए यात्रा, सैकड़ों लोगों साथ चलकर बढ़ाया उत्साह



मधुसूदन सिंह 

 बैरिया बलिया।। पूरे देश में एक समान शिक्षा व्यवस्था लागू कराने के लिये राधेश्याम यादव लगातार प्रयास करते हुए जनजागरूकता फैला रहे है। इसके लिये श्री यादव यूपी के मुख्यमंत्री से लेकर बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों के घेराव के प्रयास में अपनी गिरफ्तारी करा चुके है। यही नही पीएम के घेराव के प्रयास में भी गिरफ्तार हो चुके है। शुक्रवार को बैरिया बलिदान दिवस के अवसर पर राधेश्याम यादव ने अपने आपको जंजीरो में जकड़ कर और हाथों में कटोरा लेकर भिक्षा नहीं शिक्षा चाहिए, यात्रा निकालकर अमर शहीदों को शहीद स्थल पर पहुंच कर नमन किया। श्री यादव के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय और भिक्षा नही शिक्षा चाहिए, के नारे लगाते हुए चल रहे थे।









श्री यादव ने सवाल किया है कि एक देश में दो तरह की शिक्षा व्यवस्था क्यों ,सरकारी स्कूलों में सिर्फ किसान मजदूर ,रिक्शा चालक, ठेला चालक ,और फुटपाथ पर रहने वाले का बच्चा पढ़ेगा और प्राइवेट स्कूलों में नेता अधिकारी अमीर का बच्चा पढेगा ऐसा क्यों? प्रधानमंत्री से निवेदन है की संसद में एक बिल लाकर शिक्षा एक समान की व्यवस्था करें।जैसे प्रधानमंत्री का बेटा और प्रधानमंत्री के घर में झाड़ू पोछा करने वाले का बेटा जब एक साथ एक ही स्कूल में पढ़ेगा तभी देश का विकास होगा।आज हमारे प्रदेश व देश की सरकारी शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने पढ़ाने की व्यवस्था गिर चुकी है। इसके लिये सारा दोष हमारे चुने गए जनप्रतिनिधियों का है। पद पाते ही उनका स्तर अचानक बढ़ जाता है। वह अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए प्राइवेट व महंगे विद्यालयों में,यहां तक कि विदेशों में भेजते हैं जबकि आज देशवासियों जिसमें सबसे ज्यादा मध्यम, निम्न आय वर्ग,  गरीब वर्ग के लोग अपने बच्चों को सरकारी विद्यालय में ही पढ़ाते हैं। जहां की शिक्षा व्यवस्था दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है। अंग्रेजों के शासन काल में हमारे देश के महापुरुषों ने आजादी के लिए सबसे पहले शिक्षा को जरूरी समझा और आज देश में दो तरह की शिक्षा व्यवस्था चल रही है। जरूरत यह है कि सबसे पहले चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने बच्चों,अपने आश्रितों को सरकारी विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजें। जब यह लोग अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से पढ़ने के लिए भेजेंगे तो वहां की समस्या को समझेंगे। इस समस्या को सुधार करने का प्रयास करने को लेकर समान शिक्षा संघर्ष मोर्चा के राधेश्याम यादव के तत्वधान में दिनांक18-8-2023 दिन शुक्रवार को  10:30 बजे से अपने हाथों में हथकड़ी पहनकर यात्रा निकाली गयी।








 बता दे कि इससे पहले शिक्षा एक समान हो के लिए राधेश्याम यादव 4000 किलोमीटर साइकिल चलाकर दिल्ली जा चुके है। श्री यादव द्वारा माननीय प्रधानमंत्री  का घेराव करने के प्रयास पर गिरफ्तारी भी हो चुकी है।

यही नही इसी उद्देश्य को लेकर राधेश्याम यादव की पटना बिहार,  लखनऊ उत्तर प्रदेश ,हावड़ा पश्चिम बंगाल ,भोपाल व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का घेराव करने में गिरफ्तारी हो चुकी है।पूरे देश में एक समान शिक्षा के लिये राधेश्याम यादव द्वारा 10 दिसंबर 2018 को बाबा रामदेव के हरिद्वार उत्तराखंड आवास से प्रधानमंत्री कार्यालय तक दंडवत मार्च किया जा चूका है।

 श्री यादव बनारस से नई दिल्ली प्रधानमंत्री कार्यालय तक पैदल यात्रा कर चुके है।जयप्रकाश नगर सिताबदियारा से नई दिल्ली प्रधानमंत्री कार्यालय तक साइकिल यात्रा कर इसकी अलख जगा चुके है।

प्रधानमंत्री से राधेश्याम यादव की निम्न प्रमुख मांगे है - 

1. शिक्षा एक समान हो

2.  पूर्व व वर्तमान सांसद व विधायक अपने बच्चों की तरह वोट देने वाले के बच्चों को पढ़ने की व्यवस्था करें नहीं तो सरकारी सुविधा छोड़ें।