सीएमओ ने किया सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 के दूसरे चरण का शुभारंभ :पाँच वर्ष तक के 16070 बच्चों व 2487 गर्भवती के टीकाकरण का लक्ष्य
बलिया।।नगरीय क्षेत्र के जगदीशपुर उपकेंद्र के अंतर्गत अंबेडकर नगर हरिजन बस्ती में सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. जयन्त कुमार ने विशेष टीकाकरण अभियान सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। सीएमओ ने बच्चों को विटामिन ए सिरप पिलाते हुये उनके अभिभावकों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया। यह चरण 16 सितंबर तक चलाया जाएगा। तीसरा चरण नौ से 14 अक्टूबर तक चलेगा। यह अभियान जिले के समस्त ब्लॉक में चलाया जा रहा है।
सीएमओ ने बताया कि जनपद में शून्य से पांच वर्ष तक के नियमित टीकाकरण छूटे हुये बच्चों एवं गर्भवती को शत- प्रतिशत प्रतिरक्षित करने के उद्देश्य से अभियान चलाया जा रहा है। नवजात शिशुओं और बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारियों जैसे- पोलियो, खसरा-रूबेला, डायरिया, डिप्थीरिया, टिटनेस, काली खांसी आदि से बचाने के लिए संपूर्ण टीकाकरण बेहद जरूरी है। सरकार नवजात शिशुओं और बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उद्देश्य है कि सभी बच्चों एवं गर्भवती का टीकाकरण सुनिश्चित हो। यह अभियान तीन चरणों में चलाया जा रहा है। पहला चरण सात से 12 अगस्त तक चला। इसमें शून्य से पाँच साल तक के 18252 लक्ष्य के सापेक्ष 17107 (94प्रतिशत) बच्चों एवं 3156 लक्ष्य के सापेक्ष 2866 (91प्रतिशत) गर्भवती को प्रतिरक्षित किया गया।
सीएमओ ने जनमानस से अपील की है कि गर्भवती एवं नवजात से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। इस अभियान के तहत निकटतम स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर टीका लगवा कर जानलेवा बीमारियों से बचाव करें। यदि बच्चों का टीकाकरण समय से कराते हैं तो बच्चे जीवन भर स्वस्थ और खुशहाल रहेंगे। अभियान में ईट-भट्ठों, घुमंतू और निर्माण साइट पर रहने वाले परिवारों के बच्चों के टीकाकरण पर जोर दिया जाएगा, क्योंकि इन स्थानों पर रहने वाले परिवार एक से दूसरे जगह स्थानांतरित होते रहते हैं। इसलिए सामान्य अभियान के दौरान इनके छूट जाने की आशंका बनी रहती है। टीकाकरण न होने वाले या फिर आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों को अभियान के तहत बारह तरह की बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए जा रहे हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि शून्य से पांच साल का कोई बच्चा बीसीजी, हेपेटाइटिस-बी, पेंटा, मीजल्स- रूबेला, पीसीवी, रोटा वायरस, पोलियो आदि टीको से वंचित न रहे। यह टीके बच्चे के जन्म के समय, डेढ़ माह, ढाई माह, साढ़े तीन माह, नौ माह, 16 माह व पांच साल पर लगाए जाते हैं। टीकों से जो बच्चे किसी कारणवश वंचित रह गए हैं उनका टीकाकरण करने के लिए सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 का आयोजन किया गया है।
उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. शशि प्रकाश ने बताया कि अभियान के तहत प्रतिरक्षित किए गए बच्चों और गर्भवती के कवरेज की एंट्री ई-कवच पोर्टल पर की जा रही है। दूसरे चरण में शून्य से पाँच साल तक के 16070 बच्चों तथा 2487 गर्भवती को टीकाकरण के लिए लक्षित किया गया है। इसके लिए जिले में 2347 सत्र आयोजित किए जाएंगे।
क्या कहा लाभार्थियों ने
सदर अंबेडकर नगर निवासी रूपा देवी ने कहा कि सोमवार को अपने बच्चे को उम्र के सापेक्ष एम आर-1, जेई -1, विटामिन ए-1, पी सी वी बूस्टर, एफआईपी-3 से प्रतिरक्षित कराया। सभी लोगों को अपने बच्चों को प्रतिरक्षित जरूर करा लेना चाहिए। सभी टीके सुरक्षित हैं एवं गंभीर बीमारियों से बचाव में सहायक हैं। एक अन्य लाभार्थी मीना ने कहा कि सोमवार को केंद्र पर अपने बच्चे को पेंटा-3, रोटा-3, ओ पी वी-3, एफ आई पी वी-2, पी सी वी-2 का डोज लगाया। यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। हम अपने बच्चे का संपूर्ण टीकाकरण कराएंगे जिससे वह 12 जानलेवा गंभीर बीमारियों से ग्रसित न हो।
इस मौके पर चाई संस्था के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर धर्मेंद्र तिवारी, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. शांता घटक, यूनिसेफ के डीएमसी नसीम खान, यूएनडीपी वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर स्पर्श राज आदि उपस्थित रहे।