नरही में अयोजित श्री लक्ष्मी नृसिंह महायज्ञ में कलाकारों ने दी देवी गीत की प्रस्तुति, दिन में निकली भव्य कलश यात्रा
संतोष कुमार द्विवेदी
नगरा, बलिया। क्षेत्र के नरहेजी धाम नरही में अयोजित पंद्रह दिवसीय श्री लक्ष्मी नृसिंह ज्ञान महायज्ञ के प्रथम दिन शुक्रवार की रात भोजपुरी के कलाकारों ने देवी जागरण की शानदार प्रस्तुति कर उपस्थित श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। जागरण का शुभारंभ कलाकार राहुल ठाकुर विक्की के भोजपुरी सरस्वती वंदना तोहरी कृपा के बिना ज्ञान के डगरिया बुझात नइखे से हुआ।
इसके बाद राहुल ने कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए देवी गीत जवना बने आहो मईया सिकियो ना डोले हो...., कान्हा हमरो पर विचार कर ना..., माई के मनभावन सूरतिया..... सहित एक दर्जन से अधिक देवी व भक्ति गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद बाल कलाकार ओम जी बबुआ ने मंच सम्हाला और गंगा जी नहइबो ए मईया जलवा चढ़इबो.... अरे द्वारपालो कन्हैया से कह दो.... सहित आधा दर्जन गीतो की प्रस्तुति दी।
जागरण से पूर्व यज्ञ आयोजक डा विजय नारायण सिंह उर्फ गोपाल जी व अर्जुन गोपालन ने कलाकारों को तिलक लगाकर चुनरी से सम्मनित किया। जागरण का संचालन एंकर राज कुमार यादव ने किया। इस मौके पर राजेश सिंह, प्रदीप मिश्रा, राहुल सिंह बघेल, आदित्य नारायण, आनंद विजय सहित सैंकड़ों महिला पुरूष श्रद्धालु मौजुद रहे। इससे पूर्व दिन में गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में मुख्य यजमान डा विजय नारायण सिंह उर्फ गोपाल जी सिर पर भगवान लक्ष्मी नारायण की प्रतिमा लेकर चल रहे थे तो पीछे पीछे पीत वस्त्र धारण किए हुए सैकडो महिलाएं व बालिकाएं सिर पर कलश लेकर चल रही थी।
कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालू ग्राम पंचायत में स्थित मां दुर्गा, मां काली, डीह बाबा, श्रीनाथ बाबा का विधि विधान से पुजन करने के उपरांत यज्ञ स्थल नरहेजी माता के मंदिर पर पहुंचे तथा वैदिक मंत्रोच्चार के बाद कलश स्थापित किया गया। तत्पश्चात यज्ञाचार्य डा ईश्वर चंद्र पांडेय के निर्देशन में काशी से पधारे विद्वानों श्रीराम पांडेय, श्याम नारायन पांडेय, कामेश्वर ओझा सहित स्थानीय पंडितो ने पञ्चांग पुजन व मंडप प्रवेश की विधि संपन्न कराई।