बलिया के रेल यात्रियों को ही बार बार परेशान क्यों करता है रेल प्रशासन, छपरा लखनऊ एक्सप्रेस को निरस्त करने पर उठा सवाल
मधुसूदन सिंह
बलिया।। प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक बलिया के लोगों को सुबह पहुंचाने और पुनः देर शाम लखनऊ से वापस बलिया लेकर आने वाली छपरा लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन को पुर्वोत्तर रेलवे प्रशासन द्वारा अक्सर निरस्त कर देने की घोषणा से लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा है। बलिया वासी अब कहने लगे है कि आखिर हमारी सुविधाओं को ही रेलवे प्रशासन को छीनने की कोशिश करता रहता है। ज़ब भी किसी ट्रेन को छपरा से लखनऊ रूट पर निरस्त करना होता है छपरा लखनऊ एक्सप्रेस को कर दिया जाता है। लोगों का कहना है कि जिस तरह लम्बी दूरी की गाड़ियों को रूट परिवर्तित करके चलाया जाता है, उसी तरह इस ट्रेन को भी चलाया जा सकता है। लेकिन रेल प्रशासन ऐसा क्यों नही करता है यह वो ही जाने।
रेलवे के अधिकारियों को बलिया वासियों ने इस ट्रेन को बिना निरस्त किये चलाने का सुझाव भी मीडिया के माध्यम से दिया है। कहा है कि वाराणसी में अनुरक्षण कार्य होगा, तो इस गाड़ी को औरिहार जौनपुर के रास्ते लखनऊ जाने और वापस आने का रूट निर्धारित हो सकता है, जो जानबूझ कर नही किया जा रहा है। वैसे भी यह ट्रेन वाराणसी रात को 12 बजे के बाद पहुंचती थी, ज़ब काम नही हो रहा होता है।आगामी 19 सितम्बर से 14 अक्टूबर तक ट्रेन को निरस्त करने का कोई औचित्य नही दिखता है। इसके निरस्त होने से बलिया और गाजीपुर के यात्रियों को लखनऊ जाने में काफी असुविधा होंगी।
बता दे कि उत्तर रेलवे के वाराणसी जंक्शन यार्ड के रिमॉडलिंग कार्य के दौरान प्री नॉन इंटरलॉक और नॉन इंटरलॉकिंग का काम होगा। इस वजह से लखनऊ जॅक्शन-छपरा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी। ट्रेन नंबर-15054/15053 अपडाउन लखनऊ जं.-छपरा एक्सप्रेस 19 सितंबर से 14 अक्तूबर तक निरस्त रहेगी। बदले में छपरा से 20 सितंबर से 15 अक्तूबर तक चलने वाली 15083 छपरा- फर्रुखाबाद एक्सप्रेस फर्रुखाबाद के स्थान पर लखनऊ जंक्शन से आवागमन करेगी।
रेलवे के इस फरमान से एक तरफ जहां बलिया गाजीपुर के यात्रियों को काफी फ़जीहत होंगी, तो वही फर्रुखाबाद जाने वाले यात्रियों को भी परेशानियों से जूझना होगा । बलिया वासियों ने पुर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि छपरा लखनऊ और लखनऊ छपरा एक्सप्रेस को निरस्त करने की बजाय रूट परिवर्तित करके यात्रियों के हित चलाया जाय। साथ ही उत्सर्ग एक्सप्रेस को भी फर्रुखाबाद तक चलाया जाय।