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हिंदी हीनता का करती है दमन : प्राचार्या डॉ सुशीला सिंह


 





संतोष कुमार द्विवेदी 

नगरा, बलिया।। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर गुरूवार को क्षेत्र के श्री नरहेजी पीजी कॉलेज नरही में व्याख्यान माला का अयोजन किया गया।व्याख्यानमाला का शुभारंभ प्राचार्या डा सुशीला सिंह ने मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया।





            हिंदी दिवस पर अपने संबोधन में प्राचार्या ने कहा कि हिंदी हीनता का दमन करती है। साथ ही आत्म बोध व आत्म गौरव की पहचान कराने की क्षमता हिंदी में है। हिंदी विभाग के प्रोफेसर डा कृष्ण मोहन सिंह ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्व विख्यात अंग्रेजी में 26 वर्ण होते हैं जबकि हिंदी में कुल 52 वर्ण गिनाई गई है। कहे कि हिंदी विश्व के कुछ देशों की दुलरी बनी है। हिंदी की तन मन से प्रचार प्रसार की आवश्यकता है। साथ ही इसे देश के आम जन की भाषा बनाने का प्रयास होना चाहिए। कार्यक्रम में छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। सुनील दत्त पाण्डेय, राजेश सिंह, प्रदीप कुमार मिश्र, डा शोभा मिश्रा, डा श्वेता सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन संतोष यादव ने किया।