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सड़क जाम कर धार्मिक कार्यक्रम करने वालों को थानाध्यक्ष द्वारा समझाने का वीडियो वायरल, विभागीय कार्यवाही की लटकी तलवार




मधुसूदन सिंह

बलिया।। चाहे हिन्दू धर्म हो, मुस्लिम धर्म हो, उसके धार्मिक आयोजनों में आडम्बर इतना बढ़ गया है कि ऐसे आयोजनों के वक़्त स्थानीय पुलिस असहाय हो जा रही है। शनिवार को गड़वार थाना क्षेत्र में निकले धार्मिक जुलुस को जनता की परेशानियों से अवगत कराकर जाम हटाने की अपील करने वाले थानाध्यक्ष की बात ज़ब नही सुनी गयी तो उसने कहा कि ऐसे ही आयोजनों से हिन्दू धर्म नष्ट हो रहा है, बलिया इसकी जननी बन रहा है।यही कहना थानाध्यक्ष को भारी पड़ रहा है। उच्चाधिकारी भी यह नही पूंछ रहे है कि किन परिस्थितियों में थानाध्यक्ष ने यह बातें कही है, थानाध्यक्ष को ही लताड़ रहे है।

 बता दे कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने धार्मिक आयोजनों में प्रयोग होने वाले डीजे के साउंड की ध्वनि की एक निश्चित सीमा निर्धारित कर रखी है, तो वही कितने स्पीकर बजाये जायेंगे, इस पर भी सीमा निर्धारित कर रखी है। लेकिन दुर्भाग्य है कि पुलिस इसको रोकने में पूरी तरह असफल है। अभी रक्षाबंधन पर बलिया शहर में निकला महाबीरी झंडा जुलुस इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इस दिन सभी अखाड़ों में 24 से 30 फिट ऊंचे डीजे बजाए गये, जिसके चलते बलिया शहर में दिन के 12 बजे से रात को दो बजे तक बिजली काटनी पड़ी। भीषण गर्मी के बावजूद लोग और बच्चें बिना बिजली पानी के तड़पने को मजबूर हुए।



ऐसी ही एक घटना गड़वार थाने के ठीक सामने एक जुलुस के रुक कर गोडऊ नाच होने से आवागमन बाधित हो जाने और इसको खुलवाने के लिए थानाध्यक्ष की ज़ब बिनती को भी आयोजक नही माने तो व्यथित थानाध्यक्ष ने ज़ब समझाना शुरू किया कि इससे हिन्दू धर्म नष्ट हो रहा है तो वह वीडियो वायरल हो गया और अब थानाध्यक्ष आरके सिंह के खिलाफ कई संगठन लामबंद होने लगे है। क्योंकि लोगों को लग रहा है कि अगर डीजे बड़ा नही बजेगा, नाच नही होंगी, जोरदार नारेबाजी नही होंगी, सड़कों पर जाम नही लगेगा तो ईष्ट देव खुश नही होंगे।

यह अलग बात है कि सच कहना थानाध्यक्ष को महंगा पड़ सकता है। क्योंकि इस देश में धर्म के नाम पर  हिन्दू हो या मुसलमान चाहे जितना उपद्रव कर ले कोई कार्यवाही नही हो सकती है।

थानाध्यक्ष आरके सिंह का वायरल वीडियो