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जनपद न्यायाधीश की अध्यक्षता में हिंदी दिवस पर गोष्ठी का आयोजन






चंदौली।। गुरुवार 14.09.2023 को माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्दौली श्री सुनील कुमार-चतुर्थ की अध्यक्षता में सदर तहसील सभागार में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद न्यायालय के समस्त न्यायिक अधिकारी गण, सिविल बार एसोसिएशन एवं डिस्ट्रीक डेमोक्रेटिक बार के अध्यक्ष एवं महामंत्री तथा जनपद न्यायालय के के समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे। गोष्ठी का संचालन जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) श्री शशिशंकर सिंह ने किया।

इस अवसर पर सर्वप्रथम सिविल जज (जू०डि०) डा० इन्दुरानी ने हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है और कब से मनाया जाता है, पर अपना विचार प्रस्तुत किया तत्पश्चात पूर्व अध्यक्ष सिविल बार एशोसिएशन  महेन्द्र प्रताप सिंह ने भी हिन्दी दिवस के अवसर पर महाकवि निराला जी की काव्य रचनाओं पर प्रकाश डाला। इसी क्रम में सिविज जज (सीoडि०) श्री संदीप कुमार ने भी हिन्दी के शब्दों पर प्रकाश डालते हुए यह कहा कि हिन्दी शब्द को हम कई प्रकार से व्यक्त करते है एक ही शब्द को कई प्रकार से अपने-अपने भाषाओं में कहते है। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए अधिवक्ता सुल्तान अहमद ने भी हिन्दी दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किये। अपर जनपद न्यायाधीश द्रुतगामी प्रथम श्री श्यामबाबू द्वारा स्वरचित कविता प्रस्तुत किया गया जिसमें हिन्दी के सार पर प्रकाश डाला।





अपर जनपद न्यायाधीश कक्ष सं० 1 श्री विनय कुमार सिंह भी आयोजित हिन्दी दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किये। डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार के अध्यक्ष श्री जयप्रकाश सिंह के द्वारा भी हिन्दी दिवस के अवसर पर कुछ बिन्दुओं पर प्रकाश डाला गया।पूर्व अध्यक्ष डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार श्री राजेन्द्र पाठक ने भी अपना विचार प्रस्तुत किया। इसी क्रम में माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा उपस्थित समस्त पदाधिकारियों एवं अधिवक्तागण के विचारों को सुनने के पश्चात अपने विचार प्रस्तुत किये गए  ।माननीय महोदय द्वारा आयोजित हिन्दी दिवस गोष्ठी में यह बताया गया कि भारतवर्ष में लगभग प्रत्येक राज्य में अब हिन्दी भाषी भी मिलते है।

 कार्यक्रम के अन्त में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री ज्ञान प्रकाश शुक्ल द्वारा कहा गया कि यदि आप किसी ऐसे जगह जाते है जहां हिन्दी भाषी लोग कम हो वहां पर आप किसी पढ़े लिखें शिक्षित पदाधिकारी या व्यक्ति से संपर्क करें जो आपकी समस्या का समाधान कर सकता है क्योकि भारतवर्ष के प्रत्येक राज्य में कम से कम कक्षा 1 से लेकर कक्षा 10 तक हिन्दी एक विषय के रूप में पढ़ाई जाती है तो वह टूटी फूटी भाषा में ही आपकी बात को समझकर आपकी समस्या का समाधान कर सकता है। इन्ही शब्दों के साथ माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय से आयोजित गोष्ठी के समापन की अनुमति ली और गोष्ठी का समापन किया गया।