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मुख्यमंत्री ने किया गोरखपुर में 234 करोड़ रु0 लागत की 303 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास


 









बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर के साथ ही पूर्वी उ0प्र0, पश्चिमी-उत्तर बिहार और नेपाल की तराई के एक बड़े भू-भाग के लिए स्वास्थ्य का बना एक प्रमुख केन्द्र 


गोरखपुर एम्स का निर्माण होने के बाद विकास की अनेक सम्भावनाएं आगे बढ़ीं, फर्टिलाइजर कारखाना और रामगढ़ताल गोरखपुर को दे रहे है नई पहचान 


लखनऊ।।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि नगरीय विकास आज की आवश्यकता है। भारत को दुनिया में आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए नगरीय विकास एक महत्वपूर्ण पक्ष है। इससे रोजगार सृजन की सम्भावनाएं भी बढ़ती हैं और विकास के माध्यम से शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक नागरिक तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है। यह स्वावलम्बन का आधार भी बन सकता हैं। पहले नगरीय क्षेत्रों में विकास के प्रति अनियोजित और अवैज्ञानिक सोच ने समस्या खड़ी कर दी थी। सभी महानगरों में कूड़े के पहाड़ हुआ करते थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत एक बड़े अभियान को आगे बढ़ाकर लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री जी आज जनपद गोरखपुर में नगर निगम गोरखपुर एवं एन0टी0पी0सी0 विद्युत व्यापार निगम के मध्य 255 करोड़ रुपए की लागत से सहजनवा के सुथनी में 500 टन प्रतिदिन क्षमता के चारकोल प्लाण्ट की स्थापना हेतु एम0ओ0यू0 तथा 234 करोड़ रुपये लागत की 303 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इनमें 114 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 189 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने सफाई, स्वच्छता, जागरूकता, कचरा प्रबन्धन तथा पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सफाईकर्मियों तथा संस्थाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी के समक्ष एन0टी0पी0सी0 के विद्युत व्यापार निगम व नगर निगम गोरखपुर के मध्य चारकोल प्लाण्ट तथा सोलर प्लाण्ट की स्थापना के लिए एम0ओ0यू0 का आदान प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री जी ने स्वच्छता जागरूकता के लिए नगर निगम के सफाई वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया तथा स्वच्छता जागरूकता से सम्बन्धित नगर निगम की पुस्तक व कैलेण्डर का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री जी ने शारदीय नवरात्र के अवसर पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि 09 दिनों तक मां भगवती दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाएगी। विजयदशमी न्याय, सत्य और धर्म की विजय की तिथि है। शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन नगर निगम गोरखपुर तथा एन0टी0पी0सी0 के मध्य सॉलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट के लिए एम0ओ0यू0 किया गया है। यह नगरीय विकास की दृष्टि से एक बहुत बड़ा कार्य है। स्मार्ट सिटी की दृष्टि से इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। महानगर का सारा सॉलिड वेस्ट एन0टी0पी0सी0 द्वारा लगाए जा रहे प्लाण्ट में निस्तारित करने उससे चारकोल, सी0एन0जी0 एवं बिजली बनाने का कार्य किया जाएगा।



मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नगरीय जीवन को स्वच्छ तथा सुन्दर बनाने और आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए सॉलिड वेस्ट या किसी भी प्रकार के वेस्ट को वेल्थ में बदलने की दृष्टि से चारकोल प्लाण्ट की स्थापना के लिए नगर निगम गोरखपुर की पहल अत्यन्त सराहनीय है। जनपद गोरखपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित करने में इसकी बड़ी भूमिका होगी। मुख्यमंत्री जी ने इस कार्य के लिए एन0टी0पी0सी0 का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले कूड़ा कलेक्शन अथवा सॉलिड वेस्ट का उचित प्रबन्ध न होने के कारण कहीं भी फेंक दिया जाता था। गोरखपुर महानगर का कूड़ा  महेसरा, गुलरिया, चौरी चौरा, बड़हलगंज, पिपराइच के अलग-अलग स्थान पर गिरा दिया जाता था। इससे शहर की छवि खराब होती थी। अब यह पूरा कूड़ा कलेक्ट होकर प्लाण्ट में जाएगा। इसका उपयोग चारकोल, कम्पोस्ट, सी0एन0जी0 तथा बिजली बनाने में किया जाएगा। इसके बदले में नगर निगम गोरखपुर को अगले 25 वर्षों तक 600 करोड़ रुपये से अधिक की बचत भी होगी। कूड़ा प्रबंधन के लिए स्वयं के खर्चे से प्लाण्ट लगाने और उसे चलाने में आने वाले खर्च से बचत होगी। अब केवल कूड़ा का कलेक्शन करते हुए उसे प्लाण्ट तक पहुंचाने में मदद करनी है। प्लाण्ट चलाने की जिम्मेदारी तथा वहां के सारे खर्चे की व्यवस्था एन0टी0पी0सी0 की है। एन0टी0पी0सी0 को प्लाण्ट चलाने के लिए 500 टन कूड़ा प्रतिदिन चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अकेले गोरखपुर महानगर में ही 500 टन कूड़ा प्रतिदिन निकलता है। एकला, पिपराइच, चौरी चौरा, पीपीगंज, कैम्पियरगंज, सहजनवा, उनवल, गोला, उरवा बाजार, बड़हलगंज इन सभी नगर निकायों से लगभग 200 से ढाई सौ टन के आसपास कूड़ा प्रतिदिन आएगा। इस पूरे कूड़े को कलेक्ट करके यदि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट के कार्य से जोड़ दिया जाए, तो यह सभी नगर निकाय साफ-सुथरे दिखाई देंगे। इससे नगर निकायों को स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित करने के प्रधानमंत्री जी के विजन को जमीनी धरातल पर उतारने में मदद मिलेगी। गोरखपुर आने वाले सभी लोगों के लिए यह एक अच्छा संदेश भी होगा। एक साफ और सुन्दर गोरखपुर दिखाई देगा। यह हमारे शहर की पहचान होगी। इससे गोरखपुर के नागरिकों के प्रति लोगों के मन में एक सम्मान का भाव पैदा होगा। स्वच्छता के माध्यम से आपकी पहचान बनेगी। आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए हम इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे। यहां धन  की बचत होगी और उसे विकास के विभिन्न कार्यों में उपयोग किया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एन0टी0पी0सी0 के माध्यम से नगर निगम और सरकारी भवनों पर अपने खर्चे से सोलर पैनल लगाए जाएंगे, इससे बिजली की बचत होगी। इससे जो बिजली बनेगी, उसमें से जितना प्रयोग करेंगे, उतने का ही पैसा देंगे। शेष  अतिरिक्त बिजली से अर्जित धन का प्रयोग एन0टी0पी0सी0 द्वारा प्लाण्ट की स्थापना में खर्च किए गए धन प्राप्ति के लिए किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने एन0टी0पी0सी0 को इस अभिनव प्रयोग के लिए बधाई दी।





मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज यहां नगर निगम, गोरखपुर द्वारा 234 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है। यह परियोजनाएं जनप्रतिनिधियों के माध्यम से आये प्रस्तावों से सम्बन्धित है। इनमें स्मार्ट सिटी मिशन, वित्त आयोग की सिफारिशों से सम्बन्धित अन्य परियोजनाओं के प्रस्ताव है। गोरखपुर की बुनियादी सुविधाओं को पूरा करती यह परियोजनाएं अच्छी सड़कों, जल निकासी, स्ट्रीट लाइट तथा सिटी फॉरेस्ट के विकास से सम्बन्धित हैं। इसके अन्तर्गत जनपद गोरखपुर के नगर क्षेत्र में एक लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में मियावाकी फॉरेस्ट  विकसित करने का कार्य हो रहा है।

जनपद गोरखपुर में बुजुर्गों के लिए केयर सेण्टर, जोनल कार्यालय, इन्दिरा बाल विहार में फूड स्ट्रीट तथा इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) की स्थापना के कार्य भी इनमें शामिल हैं। शहर के अन्दर सभी चौराहों तथा मुख्य मार्गों को सी0सी0टी0वी0 से कवर किया जाएगा। यहां ट्रैफिक ऑटो मोड में संचालित होगा। अगर कोई सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास करेगा, तो सी0सी0टी0वी0 कैमरे में सब कैद होता रहेगा। यह सभी कार्य एक जगह से मॉनिटर किए जाएंगे। एनिमल बर्थ कण्ट्रोल सेण्टर की स्थापना भी की जा रही है। इन कार्यक्रम के माध्यम से आज गोरखपुर स्मार्ट सिटी नगरीय विकास के एक मॉडल के रूप में अपने आप को स्थापित कर रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद गोरखपुर ने विगत 06 वर्षों में एक लम्बी दूरी तय की है। आज जनपद गोरखपुर में सभी प्रमुख मार्ग फोर-लेन या सिक्स-लेन के हो चुके हैं। अन्य मार्गों के विकास की कार्यवाही भी चल रही है। गोरखनाथ मन्दिर के पूर्वी गेट से लेकर स्पोर्ट्स कॉलेज और मेडिकल कॉलेज तक का मार्ग अब पर फोर-लेन में बदल चुका है। पहले इनके मध्य दूरी आधे घण्टे में तय होती थी, आज मात्र 05 मिनट में तय हो जाती है। इससे समय की बचत हुई है, साथ ही, विकास की अनेक सम्भावनाएं भी बनी हैं। इसी प्रकार अन्य मार्गों के विकास के कार्य भी हो रहे हैं। आज अच्छी सड़के गोरखपुर की पहचान बन रही है। हमें विकास की सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोड़धोइया नाले के विकास के साथ ही, विकास के अन्य कार्यक्रम भी आगे बढ़ रहे हैं। गोरखपुर के नाले और नालियों की सफाई करके समय से तैयार किया रहा है। इसका परिणाम है कि अब गोरखपुर में जल-जमाव की सम्भावनाएं कम है। जैसे-जैसे सभी परियोजनाएं मूर्त रूप लेंगी, गोरखपुर में जल जमाव की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। आज बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी-उत्तर बिहार और नेपाल की तराई के एक बड़े भू-भाग के लिए स्वास्थ्य का एक प्रमुख केन्द्र बना है। यहां सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक तथा बाल विभाग का निर्माण तीव्र गति से हो रहा है। गोरखपुर एम्स का निर्माण होने के बाद विकास की अनेक सम्भावनाएं आगे बढ़ी है। फर्टिलाइजर कारखाना और रामगढ़ ताल गोरखपुर को नई पहचान दे रहे हैं। हमें विकास की सोच के साथ निरन्तर आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

सांसद  रविकिशन शुक्ल, विधायक  विपिन सिंह तथा महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।इस अवसर पर विधायक  प्रदीप शुक्ला, पूर्व महापौर  सीताराम जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, सी0ई0ओ0 एन0टी0पी0सी0 सुश्री रेनू नारंग तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं पार्षदगण उपस्थित थे।