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जिलाधिकारी और सीडीओ ने किया पराग डेयरी यूनिट का निरीक्षण







बलिया।। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मंगलवार को जीराबस्ती स्थित पराग डेयरी यूनिट का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने वहां कार्यालय कक्ष में जाकर कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर को देखा, तो पाया कि कुल छः कर्मचारी हैं जिनमें से चार रेगुलर और दो दैनिक रूप से कार्य करते हैं।


इसके बाद जिलाधिकारी डेयरी प्लांट में जाकर दूध और दूध के उत्पादों के बारे में प्रभारी मैनेजर से विस्तृत जानकारी ली। प्रभारी मैनेजर रामचरन ने बताया कि इस समय डेयरी प्लांट से दूध की पैकेजिंग और दूध से बने उत्पादों जैसे दही एवं पनीर की पैकेजिंग कर जिले में बेचा जाता है। वर्तमान में 500 लीटर दूध की खपत हो रही है। जबकि डेयरी यूनिट की कुल क्षमता 20000 लीटर की है, इस पर जिलाधिकारी ने प्रभारी मैनेजर पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आप जैसे अधिकारियों के उदासीन रवैये और संवेदनहीनता के कारण इतनी बड़ी यूनिट का सत्यानाश कर दिया है जिसके लिए आप लोग जिम्मेदार हैं। यदि यह यूनिट पूरी क्षमता के साथ कार्यशील रहती,तो जनपद के कितने पशुपालकों का भला हो जाता। उन्होंने प्रभारी मैनेजर से डेयरी यूनिट को 10000 लीटर क्षमता के साथ शुरुआत करने के लिए पूरी स्कीम बनाने को कहा। साथ ही पशुपालकों का कितना पुराना पैसा बकाया है इसकी लिखित रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने को निर्देशित किया और कहा कि मैं इसको फिर से शुरू करने के लिए शासन से पत्राचार करूंगा। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज मौजूद थे।




जिलाधिकारी ने किया जिला पुस्तकालय का भी निरीक्षण


बलिया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मंगलवार को जिला पुस्तकालय पहुंचे और पुस्तकालय परिसर की साफ सफाई, आरो प्लांट की स्थिति, कंप्यूटर कक्ष, कुल नामांकित बच्चों की संख्या और आने वाले बच्चों की संख्या सहित अन्य स्थितियों का जायजा लिया।





लाइब्रेरी अस्सिटेंट ने बताया कि रजिस्टर में कुल 153 बच्चे नामांकित हैं। निरीक्षण के समय 63 छात्र-छात्राएं में पुस्तकालय कक्ष में अध्ययन कर रहे थे। जिलाधिकारी ने पुस्तकालय में अध्ययन कर रहे हैं छात्र छात्राओं से वार्तालाप की। जिलाधिकारी ने पूछा कि आप लोग किस प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो उनमें से अधिकतर ने एसएससी  और यूपीपीसीएस के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यहां से पढ़कर जो भी छात्र-छात्रा किसी बड़े एग्जाम की परीक्षा पास कर लेगा, उसे मैं सम्मानित करूंगा।


जिलाधिकारी ने लाइब्रेरी अस्सिटेंट को निर्देश दिया कि लाइब्रेरी कक्ष में एक फीडबैक रजिस्टर रखवा दीजिए जिसमें पुस्तकालय में आने वाले छात्र-छात्राओं के आवश्यकता वाली पुस्तकों एवं अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी मिल जाए, ताकि उसे समय पर उसका समाधान करवाया जा सके। निरीक्षण के दौरान सारी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित मिली।