जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुआ मुख्य संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन :जन समस्याओं को गंभीरतापूर्वक लेते हुए करें निस्तारण: डीएम
बलिया।। सरकार के मंशानुरूप जन समस्याओं के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु जनपद के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने तहसील बलिया में मुख्य सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आए लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।इस मौके पर राजस्व, पुलिस, चिकित्सा, कृषि, खाद एवं रसद, पंचायतीराज, विद्युत, सिंचाई, ग्राम्य विकास,जल निगम,पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभागों के कुल 30 मामले आए,जिसमें से दो को मौके पर ही निस्तारित कर दिया गया। शेष मामलों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को हस्तांतरित करते हुए जिलाधिकारी ने समय सीमा के अंदर निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने भूमि विवाद संबंधी मामलों को पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा स्थलीय निरीक्षण सत्यापन कर मामले को निस्तारित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि जन समस्याओं के निस्तारण में हीलाहवाली अक्षम्य होगी। अधिकारी जन समस्याओं को गंभीरतापूर्वक लें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। कहा कि हर व्यक्ति की समस्या का पूरी प्रतिबद्धता एवं पारदर्शिता से न्यायोचित समाधान शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस और राजस्व से जुड़ी समस्याओं पर जिलाधिकारी ने कहा कि प्राथमिक स्तर पर ही लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें, ताकि लोगों को यहां-वहां भटकना न पड़े। उन्होंने कड़े तेवर में चेतावनी दी कि संवेदनहीन और लापरवाह अधिकारियों को कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक एस० आनंद, जिला विकास अधिकारी राजित राम मिश्र,पंचायती राज अधिकारी यतेंद्र सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी रामजतन यादव,उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्रा सहित सभी जनपद स्तर के अधिकारी मौजूद थे।
आइजीआरएस के प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक निस्तारण न करने वाले अधिकारियों को दी जाएगी प्रतिकूल प्रविष्टि
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने मुख्य संपूर्ण समाधान दिवस के मामले को निपटाकर सभी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा आईजीआरएस के प्रार्थना पत्रों की समीक्षा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा रोजाना होती है और संबंधित विभाग से फीडबैक ली जा रही है। आइजीआरएस के प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक निस्तारण पर शासन का जोर है। उन्होंने कहा कि कई बार मैंने अधिकारियों को लिखत पढत और मौखिक रूप से भी चेतावनी दी है।
जिलाधिकारी ने आगे क्या की आइजीआरएस के प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टि पारक निस्तारण जरूरी है। सभी विभागों के मुख्य अधिकारी स्वयं मॉनिटरिंग कर इन मामलों का निस्तारण करें, किसी छोटे कर्मचारी के भरोसे ना छोड़े।जिलाधिकारी ने सभी विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए चेतावनी दी और कहा कि आईजीआरएस के मामले किसी भी स्थिति में डिफाल्टर ना होने पाए, इसका ध्यान रखा जाए। जिन अधिकारियों की वजह से जनपद के रैंकिंग खराब हो रही है, उनकी जवाबदेही तय की जाएगी और नोडल अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि भेजी जाएगी। उन्होंने सीएम डैशबोर्ड के अब तक के डाटा को पोर्टल पर फीड करने का निर्देश दिया।